सुरक्षा: स्टेशन पर पार्सल स्कैन के बाद होगी बुकिंग , फर्जी पार्सल भेजने पर लगेगी रोक

स्टेशन पर पार्सल स्कैन के बाद होगी बुकिंग , फर्जी पार्सल भेजने पर लगेगी रोक
  • संभावित जोखिमों को कम करने के प्रयास
  • सीलबंद डिब्बों और बोरियों की स्कैनिंग
  • पार्सल के प्रति पारदर्शिता रहेगी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। अब तक स्टेशन से पार्सल भेजने के लिए पार्सलधारक की जानकारी के बाद फार्म भरकर पार्सल को बुक किया जाता था, लेकिन पार्सल भेजने में होने वाले फर्जीवाड़े को देखते हुए अब पार्सल को पहले स्कैन किया जाएगा, उसके बाद इस पर स्टीकर चिपकाकर बुकिंग की जाएगी। इससे पार्सल के प्रति पारदर्शिता रहेगी।

सुरक्षा प्रोटोकॉल पर जोर : सुरक्षा उपायों को बढ़ाने के लिए रेलवे के नागपुर पार्सल कार्यालय ने ट्रेनों में लोड करने से पहले सभी सीलबंद पार्सल के लिए अनिवार्य स्कैनिंग लागू की है। रेलवे बोर्ड की ओर दिशा-निर्देशों के अनुसार इस पहल का उद्देश्य आग की घटनाएं, अघोषित नकदी और तस्करी के परिवहन और पार्सल सामग्री की गलत घोषणा जैसे संभावित जोखिमों को कम करना है। हाल ही में बोगियों में आग लगने की घटनाओं और पार्सल के भीतर अघोषित नकदी और प्रतिबंधित सामग्री का पता चलने से सुरक्षा प्रोटोकॉल पर जोर दिया गया है। इसके अतिरिक्त, छूट प्राप्त करने के लिए पार्सल की गलत घोषणा के मामले भी उजागर हुए हैं, जिसके लिए कड़े कदम उठाने जा रहे हैं। रेलवे बोर्ड के अनुसार स्थापित पार्सल स्कैनर मामूली लागत पर 160 किलोग्राम तक वजन वाले पार्सल को स्कैन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह पहल वाणिज्यिक कार्गो के लिए हवाई अड्डों पर अपनाए गए मॉडल को प्रतिबिंबित करती है।

नई शर्तों के साथ होगी नीलामी : नए सेटअप के साथ आरक्षण रखने वाले मौजूदा पट्टा धारकों को पट्टे की सौहार्दपूर्ण अल्पकालिक समाप्ति के लिए आवेदन करने का विकल्प दिया गया है। सुरक्षा के मद्देनजर आगे लीज स्पेस को नए नियमों और शर्तों के साथ नए सिरे से नीलाम किया जाएगा, जिसमें लागू शुल्क के साथ अनिवार्य स्कैनिंग भी शामिल है, जबकि बर्फ के स्लैब, मछली, समाचार पत्र और पत्रिकाओं जैसी खुली खेप को पूरी तरह से दृश्य परीक्षण के बाद लोड किया जाएगा। सभी सीलबंद डिब्बों और बोरियों को स्कैनिंग से गुजरना होगा।

Created On :   20 April 2024 4:51 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story