आंकलन: राजनीतिक घमासान, नागपुर में 2, रामटेक में 4 विस क्षेत्र में पिछड़ सकती है महायुति

राजनीतिक घमासान, नागपुर में 2, रामटेक में 4 विस क्षेत्र में पिछड़ सकती है महायुति
  • लोकसभा चुनाव को लेकर गुप्तचर एजेंसियाें का अनुमान
  • गडकरी की जीत का अंतर हो सकता है कम
  • कांग्रेस के लिए वोट बढ़ने की उम्मीद

डिजिटल डेस्क, नागपुर। लोकसभा चुनाव में जिले में महायुति यानी भाजपा गठबंधन को कई क्षेत्र में अपेक्षाओं से दूर रहना पड़ सकता है। नागपुर लोकसभा क्षेत्र में 2 विधानसभा क्षेत्र व रामटेक लोकसभा क्षेत्र में 4 विधानसभा क्षेत्र में महायुति के लिए शुभ संकेत नहीं हैं। इन क्षेत्रों में महायुति पिछड़ सकती है। 19 अप्रैल को हुए मतदान के बाद गुप्तचर एजेंसियों ने यह अनुमान पेश किया है। दावा किया जा रहा है कि एजेंसियों से मिले इंपुट के आधार पर भाजपा ने पश्चिम विदर्भ की लोकसभा सीटों पर डैमेज कंट्रोल की रणनीति तैयार की है। केंद्र व राज्य के गृह विभाग की अनुमान रिपोर्ट के आधार पर भी विधानसभा क्षेत्र स्तर पर पश्चिम विदर्भ में मतदान के एक दिन पहले सत्तापक्ष ने आवश्यक उपाय योजनाएं की है।

जीत का अंतर कम

नागपुर में अनुमान है कि भाजपा उम्मीदवार नितीन गडकरी को कांग्रेस उम्मीदवार विकास ठाकरे कड़ी चुनौती दे रहे हैं। गडकरी जीतें भी तो उनकी जीत का अंतर 50 हजार से 70 हजार तक सीमित हो जाएगा।

उत्तर नागपुर व पश्चिम नागपुर विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस के लिए वोटों के मामले में प्लस रहेंगे।

उत्तर में भाजपा को 10 से 15 हजार मतों के अंतर से पीछे रहना पड़ सकता है।

पश्चिम नागपुर में कांग्रेस की बढ़त 5 से 7 हजार मतों की रह सकती है।

पूर्व नागपुर में भाजपा की बढ़त 30 हजार मतों तक रह सकती है।

उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के निर्वाचन क्षेत्र दक्षिण पश्चिम नागपुर में भाजपा 2019 की तुलना में पिछड़ सकती है।

दक्षिण पश्चिम में 25 से 30 हजार मतों के अंतर से आगे रहने के लिए भाजपा को काफी प्रयास करना पड़ा है। दक्षिण नागपुर में 11 प्रतिशत मतदाता ग्रामीण क्षेत्र के हैं। इस क्षेत्र में भाजपा के विधायक व पूर्व नगरसेवकों ने संगठन स्तर पर भी काम किया। लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के मतदाता शहर मामले में मतदान के लिए अधिक उत्साही नहीं दिखे।

रामटेक में महायुति पर संकट : रामटेक लोकसभा क्षेत्र में मतदाताओं के रुझान व विविध फैक्टर को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि महायुति संकट में घिरी है। रामटेक, हिंगना, उमरेड व सावनेर विधानसभा क्षेत्र में महायुति मतों के मामले में पिछड़ सकती है। काटोल व कामठी में ही महायुति के लिए अच्छा वातावरण देखा गया। उसमें भी कामठी नगर क्षेत्र में स्थिति ठीक नहीं थी। परमात्मा एक सेवक, दलित, मुस्लिम फैक्टर भी प्रभावी रहा है। महायुति के विधायक से नाराजगी, उम्मीदवार चयन, वंचित बहुजन आघाड़ी की बदलती रही भूमिका सहित अन्य कुछ विषयों ने मतदाताओं को प्रभावित किया है। हालांकि मतदान तक मतदाताओं में काफी साइलेंट देखा गया है। रामटेक लोकसभा क्षेत्र को महायुति ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले के नेतृत्व में प्रतिष्ठा का विषय बनाया है।

इनसे लिया गया फीडबैक : गुप्तचर एजेंसियों ने जिले में मतदाताओं से प्रत्यक्ष चर्चा की। साथ ही विधानसभा क्षेत्र स्तर पर राजनीति के जानकार, बुजुर्ग जनप्रतिनिधि, संवाद माध्यम से जुड़े नए पुराने प्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी, पुलिस के मुखबिर, राजनीतिक बीट का काम देख रहे पुलिस, निजी सर्वे एजेंसियांे के प्रतिनिधियों से चर्चा के आधार पर रिपोर्ट तैयार की है।

Created On :   26 April 2024 5:26 PM IST

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