कार्रवाई: 27 टन सुपारी पकड़ी, लेकिन कार्रवाई छिपाई, एफडीए और पुलिस पुष्टि करने से कतराती रहीं

27 टन सुपारी पकड़ी, लेकिन कार्रवाई छिपाई, एफडीए और पुलिस पुष्टि करने से कतराती रहीं
  • ट्रकों में लदी सुपारी सिमोगा (भारतीय) की
  • दिन भर व्यापारियों पर दबाव बनाने का प्रयास किया गया
  • वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी खबर तक नहीं दी गई

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर में अन्न एवं औषधि प्रशासन विभाग (एफडीए) और पुलिस विभाग ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए ट्रांसपोर्ट नगर से 27 टन सुपारी जब्त की है। दोपहर में की गई इस कार्रवाई की जानकारी देने में एफडीए के अधिकारी देर रात तक कतराते रहे। यहां तक कि एफडीए के संयुक्त आयुक्त को तक इस कार्रवाई की जानकारी नहीं मिली थी। उनका कहना था कि उन्हें कार्रवाई की जानकारी नहीं मिली है।

संदेहास्पद रहा एफडीए अधिकारियों का रवैया : जानकारों ने बताया कि सुपारी की बोरियों से भरी 2 गाड़ियां ट्रांसपोर्ट नगर में खड़ी थीं। सूचना के अाधार पर पुलिस ने एफडीए के साथ मिलकर कार्रवाई की और सुपारी से भरे टकों को वहीं रोके रखा। पूरा दिन बीतने के बाद भी दोनों विभागों की ओर से कार्रवाई की पुष्टि नहीं की गई। सूत्रों से पता चला है कि दिन भर सांठगांठ की कोशिश चलती रही। अधिकारियों के रवैये भी संदेहास्पद रहे।

2 ट्रकों में था माल : सूत्रों के अनुसार पुलिस और एफडीए ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया, जिसमें 2 ट्रकों से 27 टन सुपारी जब्त की गई है। यहां सवाल यह उठता है कि एफडीए के अधिकारी शहर में इतनी बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हैं और वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी खबर तक नहीं देते। ऐसे में विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा हो रहा है।

कागजात के बाद भी दबाव : व्यापारी सूत्रों से पता चला है कि ट्रकों में लदी सुपारी सिमोगा (भारतीय) की थी। सिमोगा की सुपारी लाल रहती है, जबकि दोनों विभाग दिन भर इसे विदेशी सुपारी साबित करने में लगे रहे। व्यापारियों द्वारा कागजात पेश करने के बाद भी राहत नहीं दी गई। दोनों विभाग किसी भी तरह व्यापारियों पर दबाव बनाने का प्रयास करते रहे। विभागों के इस रवैये से व्यापारी वर्ग काफी रोष में है। व्यापारियों का कहना है कि ट्रकों में लदी सुपारी सड़ी सुपारी नहीं है। दोनों विभाग जबरन इसे विदेशी सुपारी साबित करने का प्रयास करते रहे।

Created On :   21 Feb 2024 6:07 AM GMT

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