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हादसा: हाईप्रोफाइल कार दुर्घटना मामला ,महिला कार चालक का नाम बदलकर बचाने का प्रयास
- हादसे में दोपहिया वाहन पर सवार दाेनों व्यक्तियों की मौत
- पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों की भूमिका पर सवाल
- कार में शराब की बोतलें मिलने की चर्चा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। हाईप्रोफाइल कार दुर्घटना मामले में तकनीकी छेड़छाड़ कर आरोपी कार चालक महिला को बचाने के आरोप लग रहे हैं। इससे पुलिस पर सवाल खड़े हो रहे हैं। अनियंत्रित कार की टक्कर से हुई दो लोगों की मौत प्रकरण में पुलिस ने कार चालक रितिका उर्फ रितू दिनेश मालू (39) देशपांडे ले-आउट और माधुरी शिशिर सारडा (37) वर्धमान नगर निवासी का ब्लड सैंपल लेकर उसे फॉरेंसिक लैहाईप्रोफाइल कार दुर्घटना मामलेब में जांच के लिए भेजा है। रिपोर्ट से पता चलगा कि कार चालक रितू और माधुरी ने कितनी शराब पी रखी थी। इसके साथ ही पुलिस गवाहों के बयान भी दर्ज कर रही है। चर्चा यह भी है कि कार के अंदर शराब की बोतलें पड़ी थीं, जिसे हादसे के बाद मौके पर पहुंचे सारडा परिवार के ही एक व्यक्ति ने कार के अंदर से हटा दी थी।
नाम बदलने का प्रयास : बताया जाता है कि सारडा परिवार का एक सदस्य दोनों महिलाओं को घटनास्थल से पुलिस की आंखों के सामने लेकर चला गया और पुलिस मूक दर्शक बनी रही। मौके पर मौजूद कुछ प्रत्यक्षदर्शियों का इस बात को लेकर पुलिस के साथ विवाद भी हुआ था। चर्चा है कि तहसील थाने के कुछ कर्मचारी मौके पर पहुंचे थे, जब उन्हें पता चला कि रितू और माधुरी सारडा रईस घर की हैं, तो पुलिस ने मौका पाकर पहले कार चालक रितू का नाम बदलने का प्रयास किया, लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा वीडियो और फोटो होने की बात कहने पर पुलिस अज्ञात कार चालक पर मामला दर्ज करने की बात करने लगी। लेकिन विरोध के बाद रितू मालू और माधुरी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। रितू के खिलाफ रस ड्रायविंग का मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया गया और माधुरी को थाने से सूचना पत्र देकर छोड़ा गया।
ब्लड सैंपल भेजा फॉरेंसिक लैब, रिपोर्ट का इंतजार, कार में शराब की बोतलें मिलने की चर्चा : तकनीकी छेड़छाड़ कर बचाने का प्रयास : क्षेत्र के पुलिस उपायुक्त गोरख भामरे के अनुसार रितू मालू को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां कोर्ट ने उसे जमानत पर रिहा किया। कोर्ट में पेश करने से पहले रितू और माधुरी का पुलिस ने ब्लड सैंपल लेकर जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा है। चर्चा है कि फॉरेंसिक लैब में रितू की रिपोर्ट नार्मल के लिए उच्च स्तरीय कोशिश की जा रही है। तहसील के थानेदार संदीप बुआ के अनुसार डॉक्टरों की प्राथमिक रिपोर्ट में शराब की पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस इस घटना में आरटीओ विभाग की मदद लेने वाली है। कार में कुछ ऐसे डिवाइस होते हैं, जिससे पता चल सकता है कि घटना का कारण क्या है। आरोपी महिलाओं के परिजन अब उन्हें बचाने के लिए कार में तकनीकी गड़बड़ी का सहारा लेने की फिराक में हैं। कार का पहला खरीददार कोई और है।
सीपी क्लब से निकली थीं महिलाएं : थानेदार संदीप बुवा ने बताया कि दोनों महिलाएं घटना की रात सीपी क्लब से मर्सिडीज कार (क्र. एमएच 49-एएस-6111) में सवार होकर निकली थीं। इनके साथ दो और कारें थीं। उनके बीच कार रेसिंग हो रही थी। रितू की कार की गति इतनी तेज थी कि उसका नियंत्रण छूट गया, जिससे कार ने मोहम्मद हुसैन गुलाम मुस्तफा (34) नालसाहब चौक इतवारी और मोहम्मद आतीफ मोहम्मद जिया (32) जाफरनगर अवस्थी चौक गिट्टीखदान निवासी की जान ले ली।
रामझूला पर सीसीटीवी कैमरा नहीं : सूत्रों के अनुसार रामझूला पर सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं। कार आरबीआई चौक से निकलकर मेयो अस्पताल चौक की ओर जा रही थी। पुलिस इस मार्ग पर लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। घटनास्थल व उसके आस-पास के इलाके में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे होने का फायदा रितू को मिल सकता है। चर्चा है कि पुलिस ने हाईप्रोफाइल इस मामले को दबाने का प्रयास किया है।
तस्वीरें खींचने से रोका : गौरतलब है कि गत 24 फरवरी की देर रात मोहम्मद हुसैन और मोहम्मद आतीफ को दोपहिया वाहन (क्रमांक एमएच 37 क्यू-2948) पर जाते समय कार ने टक्कर मार दी, जिससे उनकी मौत हो गई। घटनास्थल पर मयूरेश दडवे पहुंचकर पुलिस को सूचित किया। पुलिस मौके पर पहुंचकर उन्हें वीडियो बनाने व तस्वीरें खींचने से भी रोकने की कोशिश की। घटनास्थल पर पुलिस उपायुक्त गोरख भामरे को मयूरेश ने सारी बातें बताईं, तब जाकर महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। मयूरेश का कहना है कि कार में शराब की बोतलें थीं, जिसे सारडा परिवार के व्यक्ति ने कार से निकाल ली और दोनों महिलाओं को पुलिस के सामने लेकर चला गया।
Created On :   27 Feb 2024 12:35 PM IST