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अभाव: पूरे राज्य में वैक्सीन को लेकर संकट , मांगी गई 5 हजार वैक्सीन, दी गई 460
- गर्भवती महिलाओं समेत गंभीर बीमारी के मरीजों पर संकट
- जुलाई से सितंबर माह तक फैलता है इन्फ्लूएंजा संक्रमण
- मनपा प्रशासन ने कई मर्तबा वैक्सीन आपूर्ति के लिए पत्र भेजा
नीरज दुबे , नागपुर । देश में पहली मर्तबा साल 2015 में गर्भवती महिलाओं को इन्फ्लूएंजा से सुरक्षा के लिए वैक्सीन देना आरंभ किया गया। राज्य की पहल को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी सराहा था, लेकिन अब पूरे राज्य में वैक्सीन को लेकर संकट का सामना करना पड़ा रहा है। इस साल जनवरी से वैक्सीन की खरीदी नहीं होने से गर्भवती महिलाओं के साथ ही हेल्थ वर्कर्स और गंभीर बीमारियों से जूझने वाले मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
पूरे राज्य में कमी बनी है : उपराजधानी में भी जनवरी माह में मनपा के स्वास्थ्य विभाग को 416 वैक्सीन मिले थे। प्राथमिकता से मनपा अस्पतालों ने गर्भवती महिलाओं समेत चिन्हित मरीजों को दे दिया है, लेकिन जुलाई से सितंबर माह तक इन्फ्लूएंजा संक्रमण तेजी से बढ़ता है और प्रशासन के पास वैक्सीन ही उपलब्ध नहीं है। यह स्थिति पूरे राज्य में बनी हुई है। स्वास्थ्य उपसंचालक कार्यालय की ओर से जल्द आपूर्ति का आश्वासन दिया जा रहा है।
50 लाख की जगह मात्र 1 लाख वैक्सीन : राज्य का स्वास्थ्य विभाग प्रतिवर्ष इन्फ्लूएंजा से सुरक्षा के लिए वैक्सीन की खरीदी कर प्रत्येक जिले को आपूर्ति करता है। गर्भवती महिलाओं, डायबिटीज, हाइपरटेंशन, मोटापा के मरीजों के साथ ही इन्फ्लूएंजा वार्ड में सेवा देने वाले चिकित्सकों और पैरामेडिकल वर्कर्स को साल में एक बार वैक्सीन दिया जाता है। राज्य सरकार की ओर से 50 लाख से अधिक वैक्सीन की खरीदी होनी चाहिए, लेकिन पिछले साल 2023-24 में पूरे राज्य के लिए महज 1 लाख वैक्सीन की खरीदी हुई थी। महानगरपालिका की ओर से राज्य सरकार से 10 हजार वैक्सीन की मांग की गई थी, लेकिन 5 हजार वैक्सीन मुहैया कराए गए थे। इस वैक्सीन के समाप्त होने के बाद दोबारा 5 हजार की मांग करने पर 460 वैक्सीन ही दिए गए हैं। पिछले 6 माह में मनपा प्रशासन कई मर्तबा वैक्सीन आपूर्ति के लिए पत्र भेज चुका है।
घातक वायरल, सुरक्षा उपाय नहीं : बरसात के दौरान के दौरान संक्रामक रोगों का प्रसार होता है। छोटे बच्चे, गर्भवती महिलाएं और गंभीर बीमारी समेत कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले मरीजों पर जल्दी असर करता है। साल 2028-09 तक इन्फ्लूएंजा से गर्भवती महिलाओं की मृत्यु दर में तेजी से बढ़ोतरी हो रही थी। ऐसे में राज्य सरकार की ओर से गर्भवती महिलाओं समेत तीन श्रेणी में सालाना इंफ्लूएंजा के टीके को देने का फैसला किया गया।
राज्य सरकार को भेजेंगे डिमांड : बरसात के दिनों में इंफ्लूएंजा का संक्रमण तेजी से बढ़ता है। मनपा की ओर से वैक्सीन की मांग को लेकर समीक्षा की जा रही है, जल्द ही राज्य सरकार से वैक्सीन की आपूर्ति के लिए डिमांड भेजी जाएंगी। -डॉ कांचन वानेरे, स्वास्थ्य उपसंचालक, नागपुर
Created On :   23 July 2024 12:03 PM IST