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अनदेखी: नागपुर के देशपांडे हॉल की हालत खराब, पीडब्ल्यूडी की लापरवाही आई सामने
- बगैर अग्निशमन सुरक्षा के सरकारी हॉल का संचालन
- नियमों को धता बताकर कार्यक्रम की दी जा रही परमिशन
- जनता की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहा प्रशासन
डिजिटल डेस्क, नागपुर। लोकनिर्माण विभाग से हर साल विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दौरान अनेक इमारतों की दुरूस्ती की जाती है। इस दुरूस्ती में सिविल लाइन्स के वसंतराव देशपांडे का हॉल का भी सभागृह है। हर साल लाखों की निधि से सभागृह के भीतर छत, कुर्सी दुरूस्ती को पूरा किया जाता है। इतना ही नहीं रंगरोगन और साऊंड सिस्टम में भी बदलाव किया जाता है। पिछले 6 माह से वातानुकूलित व्यवस्था नहीं होने से हॉल के आवंटन को बंद करने का दावा अधिकारी कर रहे हैं, लेकिन लोकसभा चुनावों के दौरान मतदान और मतगणना प्रक्रिया को लेकर सरकारी कर्मचारियों को इसी हॉल में प्रशिक्षण दिया गया। इतना ही नहीं बगैर एसी के कार्यक्रम करने को लेकर अनुमति दी जा रही है। हाल ही में राज्य सरकार से हॉल की दुरूस्ती और एसी सुविधा के लिए 11.72 करोड़ रुपए के फंड को मंजूरी दी गई है। इस फंड से अब लोकनिर्माण विद्युत विभाग से देशपांडे हॉल में अग्निशमन के उपकरण भी स्थापित करेगा। पिछले कई सालों से बगैर अग्निशमन सुरक्षा के सरकारी हॉल में कार्यक्रमों का आयोजन होता रहा है, राज्य सरकार की ओर से सभी सरकारी कार्यालयों को अग्निशमन सुरक्षा का आडिट कराने को लेकर ताकीद भी दी गई है, लेकिन तमाम नियमों को धता बताकर लोकनिर्माण विभाग सालों से बगैर सुरक्षा के कार्यक्रमों को करने की अनुमति देता रहा है।
लोकनिर्माण विभाग अंतर्गत संचालित वसंतराव देशपांडे सभागृह में साल भर कार्यक्रमों का आयोजन होता है। शहर के मध्यभाग में पार्किग समेत अन्य सुविधाओं के चलते सामाजिक संस्थाओं और सरकारी कार्यालयों के आयोजन होते रहते है, लेकिन इस सभागृह में फायर सेफ्टी के इंतजाम तक नहीं है। हाल ही में राज्य सरकार को भेजे प्रस्ताव में एसी सुविधा की दुरूस्ती और अग्निशमन उपकरणों को लगाने के लिए निधि मांगी गई है। राज्य सरकार ने 11.72 करोड़ रुपए की निधि से अन्य दुरूस्ती के साथ फायर फाइटिंग उपकरण लगाने के लिए निधि मंजूर की है। बरसों से जनता की सुरक्षा के साथ सरकारी खिलवाड़ करने की जानकारी सामने आने से पीडब्ल्यूडी की लापरवाह कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लग गए हैं।
नियमों के तहत दुरूस्ती का प्रस्ताव : पिछले कई सालों से वसंतराव देशपांडे हॉल का रखरखाव नहीं हुआ है। ऐसे में अब हॉल के भीतर फ्लोर, दीवार और छत को नए सिरे से बदला जाना है। दो साल पहले छत के लीकेज की दुरूस्ती के 98 लाख रुपए के दो प्रस्ताव बनाएं गए थे, इसमें से एक ही प्रस्ताव पर काम पूरा हो पाया था। अब नए सिरे से 11.72 करोड़ रुपए के प्रस्ताव को मान्यता मिली है। इस प्रस्ताव में बिजली उपकरण, अग्निशमन उपकरण स्थापना समेत छत की फाल्स सिलिंग समेत अन्य दुरूस्ती को पूरा किया जाएगा। प्रशांत पुस्तोड़े, उपअभियंता, एमएलए होस्टेल उपविभाग, लोकनिर्माण विभाग
Created On :   16 July 2024 3:44 PM IST