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बैठक में बहस: अगर हार्ड काॅपी चाहिए तो फिर डिजिटाइज होने का क्या फायदा?
डिजिटल डेस्क, नागपुर। राष्टसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विद्यापीठ की सीनेट बैठक के लिए सदस्यों द्वारा ऑनलाइन सवाल मंगवाये गये थे। इसके अलावा सदस्यों को हार्ड कॉपी भी मांगी गई। सभी प्रक्रिया आॅनलाइन की गई तो फिर हार्ड कॉपी मांगने की जरूरत क्या? इस सवाल को लेकर आयोजित सीनेट बैठक में बहस छिडी। इसके अलावा छात्रों से भी परीक्षा के आवेदन ऑनलाइन भरवाये जाते हैं और बाद में विद्यापीठ आवेदन की हार्ड कॉपी भी मांगती है, यह सवाल भी उठाया गया। एक तो आवेदन ऑनलाइन भरा जाएगा नहीं तो सिर्फ हॉर्ड कॉपी दी जायेगी यह सीनेट सदस्यों ने फैसला किया। इसलिए आखिरकार विद्यापीठ ने पेपरलेस होने का संकल्प किया। दिसंबर के आखिर तक छात्रों से आवेदन भरने की हार्ड कॉपी नहीं ली जाएगी ऐसा सीनेट बैठक में विद्यापीठ ने आश्वासन दिया।
जमनालाल बजाज प्रशासकीय भवन में यह सीनेट बैठक हुई। इस बैठक में सीनेट सदस्यों द्वारा पूछे गए सवाल और विभिन्न प्रस्तावों पर चर्चा हुई। इसमें बॉयो टेक्नॉलॉजी बोर्ड के गठित समिति, विद्यापीठ का पोर्टल पर सवाल उठाया गया। साथ ही फिजीकल एजुकेशन टीचर, समान अधिकार, पीएच. डी. गाईड आदि विषयों पर भी चर्चा हुई और सीनेट सदस्यों द्वारा पूछे गए सवालों पर विद्यापीठ ने जवाब दिया।
"कमाओ और पढ़ो' योजना को लेकर उदासीनता : गरीब छात्रों को पढ़ाई के साथ रोजगार भी मिले इस मूल उद्देश्य से नागपुर विद्यापीठ ने पिछले साल से सभी कॉलेज में "कमाओ और पढ़ो' योजना की शुरुआत की थी। लेकिन इस योजना को लेकर सभी कॉलेज में उदासीनता है। कुल 512 कॉलेज में से सिर्फ दो कॉलेज के छात्र विकास विभाग को आवेदन प्राप्त हुए हैं। इससे छात्रों के हितों की रक्षा के प्रति कॉलेज की कोई उत्सुकता नही रही यह स्पष्ट हो रहा है। यह चौंका देने वाली बात सीनेट बैठक में सामने आई है।
Created On :   2 Nov 2023 9:38 AM GMT