नागपुर: शालेय गणवेश पहले दिन मिलने की आशा धूमिल, पहली से आठवीं कक्षा के लाभार्थी

शालेय गणवेश पहले दिन मिलने की आशा धूमिल, पहली से आठवीं कक्षा के लाभार्थी
  • राज्य स्तर से होगी शालेय गणवेश के कपड़ों की सप्लाई
  • महिला आर्थिक विकास महामंडल के माध्यम से सिलाई

डिजिटल डेस्क, नागपुर. स्टेट बोर्ड से संलग्न स्कूल खुलने में एक महीना बचा है। सरकारी स्कूलों में पहले ही दिन विद्यार्थियों को पाठ्यपुस्तक तथा गणवेश देने का दावा किया जा रहा है। राज्य स्तर पर गणवेश वितरण के लिए ठेकेदार नियुक्त किया गया। कटिंग किया हुआ गणवेश का कपड़ा पैकेट बनाकर स्कूलों में पहुंचाने की योजना है। स्थानीय स्तर पर महिला आर्थिक विकास महामंडल के माध्यम से गणवेश सिलाया जाएगा। कपड़ा मिलने पर सिलाई के लिए समय मिलना अपेक्षित है। अभी तक कपड़ा नहीं पहुंचने से स्कूल खुलने पर पहले दिन विद्यार्थियों को गणवेश मिलने की आशा धूमिल होती नजर आ रही है।

पहली से आठवीं कक्षा के विद्यार्थी लाभार्थी : समग्र शिक्षा अभियान अंतर्गत सरकारी तथा स्थानीय निकाय संचालित स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा में पढ़नेवाले विद्यार्थियों को नि:शुल्क पाठ्यपुस्तक तथा 2 गणवेश दिए जाते हैं। जिले में लाभार्थी विद्यार्थी संख्या 70 हजार के करीब बताई जाती है। पहले अनुसूचित जाति, जनजाति व गरीबी रेखा के परिवार के छात्र तथा सभी वर्ग की छात्राओं काे गणवेश योजना का लाभ दिया जाता था। गत वर्ष से राज्य सरकार सभी विद्यार्थियों को गणवेश योजना का लाभ दे रही है।

कक्षावार कपड़े के पैकेट की सप्लाई : कटिंग किया हुआ कपड़ा कक्षावार पैकेट बनाकर सप्लायर के माध्यम से तहसील स्तर पर पहुंचाने का नियोजन है। हाल ही में शिक्षा संचालक ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से स्थानीय स्तर पर महिला आर्थिक विकास महामंडल से गणवेश सिलाई का नियोजन करने के निर्देश दिए। कपड़ा पहुंचाने पर महिला आर्थिक विकास महामंडल टेलर नियुक्त करेगा। टेलर विद्यार्थियों का नाप लेकर गणवेश सिलकर देंगे। समग्र शिक्षा अभियान से टेलर के सिलाई शुल्क का भुगतान किया जाएगा।

राज्य के अन्य प्रदेशों में लड़खड़ाई सप्लाई

संपूर्ण राज्य में गणवेश का कपड़ा सप्लाई करने एक ही ठेकेदार नियुक्त किया गया है। स्टेट बोर्ड से संलग्न विदर्भ के स्कूल 1 जुलाई से खुलेंगे। राज्य के अन्य प्रदेशों में 15 जून से स्कूल खुल रहे हैं। पहले स्कूल खुल रहे प्रदेशों में भी कपड़ा सप्लाई लड़खड़ा गई है। स्कूलों में अभी तक कपड़ा नहीं पहुंचने की जानकारी मिली है।

Created On :   2 Jun 2024 9:02 AM GMT

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