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नागपुर: जेल में हुआ गैंगवार - बैरक में लगे दो टीवी फोड़े, खूनी संघर्ष में 3 कैदी जख्मी
- शासकीय संपत्ति को पहुंचाया नुकसान
- मोहोड हत्याकांड में 5 साल से जेल में है सूरज
डिजिटल डेस्क, नागपुर. सेंट्रल जेल की बड़ी गोल के यार्ड नंबर-1 में मंगलवार की सुबह कैदियों के दो गुटों के बीच ख्ूनी संघर्ष हो गया। तीन कैदी जख्मी हो गए। जख्मी कैदियों के नाम कैदी सूरज कार्लेवार, मोहम्मद शाकीब अंसारी और वृषभ कावडे है। सूरज को जेल अस्पताल में भर्ती किया गया है। घटना के बाद धंतोली थाने में आरोपी कैदी मोहम्मद शाकीब अंसारी मोहम्मद सारिक अंसारी, उसका साथी कैदी वृषभ चंद्रशेखर कावडे, मोहम्मद मेहबूब हसन मोहम्मद मसूत उर्फ अंजू रिक्शावाला, सद्दाम खान अजीज खान और सूरज गंगाधर कार्लेवार सहित 8 आरोपियों पर मामला दर्ज किया गया है। यह मामला जेल के हवलदार प्रकाश कोसरे की शिकायत पर दर्ज किया गया है। प्रकरण की जांच उपायुक्त राहुल मदने के मार्गदर्शन में किया जा रहा है।
मोहोड हत्याकांड में 5 साल से जेल में है सूरज
सूरज करीब 5 साल से सेंट्रल जेल में बंद है। सूरज कार्लेवार ने अभय राऊत व अन्य साथियों के साथ मिलकर चलती कार में विजू मोहोड पर चाकू से हमला कर हत्या कर दी थी। विजू के शरीर पर चाकू के करीब 39 घाव पाए गए थे। उस दौरान हुडकेश्वर इलाके में बीट्स ग्रुप का बोलबाला था। अभय राऊत बीट्स ग्रुप का सक्रिय सदस्य था, उसने सूरज के साथ मिलकर विजू मोहोड की हत्या कर दी थी। इसके बाद विजू मोहोड हत्याकांड का मामला हुडकेश्वर पुलिस से निकालकर क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया था। क्राइम ब्रांच ने सूरज कार्लेवार और अभय राऊत को गिरफ्तार किया था।
किस पर कहां दर्ज है मामला
आरोपी सूरज कार्लेवार वर्ष 2019 से जेल में विजू मोहोड हत्याकांड के मामले में बंद है।
आरोपी लकी उर्फ लोकेश गुप्ता वर्ष 2022 से हत्याकांड के मामले में बंद है।
शोएब उर्फ जॉनी सइद शेख कावरापेठ उमरेड निवासी भी वर्ष 2021 से हत्याकांड के मामले में बंद है।
मोहम्मद शाकीब अंसारी महेंद्रनगर पांचपावली के गुट में वृषभ कावले जरीपटका नजूल ले आउट, मो. मेहबूब हसन और सद्दाम खान नया नकाशा लष्करीबाग निवासी का समावेश है।
आरोपी मोहम्मद शाकीब पर सक्करदरा थाने में हत्या व आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज है। यह वर्ष 2023 से जेल में बंद है।
आरोपी वृषभ कावले चोरी के मामले में दिसंबर 2023 से जेल में बंद है।
आरोपी मो. मेहबूब हसन वर्ष 2021 से हत्याकांड के मामले में जेल में बंद है।
आरोपी सद्दाम खान वर्ष 2022 से हत्याकांड के मामले में जेल में बंद है।
सभी विचाराधीन कैदी हैं
गैंगवार के दौरान आरोपियों ने बैरक में लगे दो टीवी फोड़ दिए। शासकीय संपत्ति का नुकसान किया। जेल परिसर में ख्ूनी संघर्ष के कारण बाकी कैदियों में हड़कंप मचा रहा। जेल अधिकारी मौके पर पहुंचे और बाकी कैदियों को बैरक में बंद कर मामले को शांत किया। सूरज कार्लेवार और मोहम्मद शाकीब अंसारी की गैंग के साथ खूनी संघर्ष हुआ है। यह सभी विचाराधीन कैदी हैं। कैदी सूरज कार्लेवार हुडकेश्वर क्षेत्र के विजय उर्फ विजू मोहोड हत्याकांड का आरोपी है। उसने बीट्स ग्रुप के सदस्य अभय राऊत के साथ मिलकर विजू मोहोड की जुआ अड्डे के मामले में हत्या की थी।
टीन के टुकड़े से किया हमला
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, 11 जून को सुबह करीब 8.30 बजे सेंट्रल जेल में बड़ी गोल विभाग के यार्ड नंबर 1 में जब सभी कैदियों को नित्यक्रिया के लिए बैरक से बाहर छोड़ा गया, तभी मौका पाकर आरोपी कैदी मोहम्मद शाकीब अंसारी मोहम्मद सारिक अंसारी ने अपने साथी वृषभ चंद्रशेखर कावडे, मोहम्मद मेहबूब हसन मोहम्मद मसूत उर्फ अंजू रिक्शावाला व सद्दाम खान अजीज खान के साथ मिलकर सूरज गंगाधर कार्लेवार पर टीन के पतरे के टुकड़े से हाथ और गाल पर हमला किया। इस दौरान सूरज बैरक नंबर 2 के सामने खड़ा था।
मामले की शुरुआत यहां से
बताया जा रहा है कि 9 जून की रात में सूरज कार्लेवार के दोस्त लकी उर्फ लोकेश अशोक गुप्ता बेलीशॉप रेलवे क्वार्टर लष्करीबाग निवासी की महिला दोस्त के बारे में मोहम्मद शाकीब और वृषभ ने कुछ अश्लील कमेंट किया था। इस बात को लेकर सूरज और मोहम्मद शाकीब के साथ बैरक में अनबन हुई थी। सूरज ने दादागीरी के बल पर रात में मामले को जेलकर्मियों तक नहीं पहुंचने दिया। उसने बैरक के बंद कैदियों को मारपीट के बारे में जेल कर्मियों को कुछ बताने पर घर जलाने की धमकी दी थी, जिससे किसी ने जेल कर्मियों को 9 जून की रात की घटना के बारे में कुछ नहीं बताया था।
बैरक 2 में जाकर छिप गए
सूरज पर हमला करने के बाद मोहम्मद शाकीब अपने साथियों के साथ बैरक नंबर-2 के अंदर भाग गया। यह देखकर सूरज कार्लेवार और उसके साथियों ने बैरक नंबर 2 में जाकर मोहम्मद शाकीब और उसके साथियों पर हमला कर दिया। सूरज और उसके साथियों ने बैरक में लगी दो टीवी की तोड़फोड़ कर दी। हमले में जख्मी सूरज कार्लेवार, मोहम्मद शाकीब और वृषभ कावडे का जेल अस्पताल में उपचार किया गया।
जेलकर्मियों के भी होश उड़े
घटना के बाद बड़ी गोल के यार्ड नंबर 1 में कैदियों के बीच तनावपूर्ण माहौल निर्माण हो गया। कैदियों के बीच खूनी संघर्ष देखकर जेलकर्मियों के होश उड़ गए थे। घटना के बाद जेल कर्मियों को पता चला कि सूरज और मोहम्मद शाकीब ने जेल में गुट बना लिया है। जेल के अंदर सूरज और मोहम्मद शाकीब ने अपना-अपना गुट बना लिया था, सूरज के गुट में लकी, शोएब शामिल हो गया था। मो. शाकीब के गुट में वृषभ कावडे, मो. मेहबूब हसन, सद्दाम खान शामिल हो गया था।
Created On :   12 Jun 2024 1:18 PM IST