राहत: नागपुर जिले के पांचों बड़े बांधों में 53.08 फीसदी तक जलसंचय

नागपुर जिले के पांचों बड़े बांधों में 53.08 फीसदी तक जलसंचय
  • पड़ोसी राज्य और अन्य जिलों में बरसात का असर
  • मध्यम श्रेणी के 12 बांधों में भी 39.40 फीसदी जलसंचय
  • औसत से कम हुई बारिश , संकट की स्थिति नहीं

डिजिटल डेस्क, नागपुर । जुलाई माह के दो सप्ताह बीत जाने के बाद भी जिले और शहर में पर्याप्त बरसात नहीं हो पाई है, हालांकि इस मर्तबा किसानों ने मानसून पूर्व बरसात में ही अपनी बुआई को पूरा कर लिया है। वहीं दूसरी ओर मौसम विभाग के आकलन में इस साल सामान्य से अधिक बरसात होने का अनुमान जताया गया था। ऐसे में उम्मीद की जा रही थी, कि जिले के बड़े और मध्यम श्रेणी के बांधों में जल्द ही जलसंचय हो जाएगा। बावजूद इसके जिले में बरसात के कम होने से परेशानी होने की संभावना जताई जा रही थी, लेकिन जिले के बांधों के संचय को अब पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश और अन्य जिलों की बरसात ने राहत दे दी है। जिले के पांचों बड़े बांधों में 53.08 फीसदी का जलसंचय हो गया है। वहीं दूसरी ओर मध्यम श्रेणी के 12 बांधों में भी 39.40 फीसदी जलसंचय हो गया है। बड़े बांधों से शहर के साथ ही जिले भर में पेयजल आपूर्ति होती है, जबकि मध्यम श्रेणी के अधिकतर बांधों से सिंचाई के लिए जल उपलब्ध कराया जाता है।

इस साल जुलाई माह में औसत से कम बरसात होने के बाद भी पेयजल और सिंचाई के लिए मुश्किलें नहीं आएंगी। पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश में पर्याप्त बरसात से चौराई बांध में जलसंचय बढ़ गया है। ऐसे में तोतलाड़ोह में भी जलसंचय क्षमता में इजाफा हुआ है। जिले के पांच बड़े बांधों तोतलाडोह, कामठी खैरी, रामटेक खिंडसी, नांद और वड़गांव प्रकल्प की कुल क्षमता करीब 1449.93 दशलक्षघनमीटर की है। पड़ोसी राज्य और अन्य जिलों में बरसात का पानी बांधों में संचय होने से 824 दशलक्ष घनमीटर का संचय हो गया है। पांचों बांधों में करीब 53.08 फीसदी संचय मौजूद है। जिले में औसत बरसात से बांधों के पूर्ण रूप से लबालब होने की उम्मीद है। ऐसे में सिंचाई के साथ ही पेयजल को लेकर संकट की स्थिति नहीं होगी। वहीं दूसरी ओर मध्यम श्रेणी के 12 बांधों में 179.90 दशलक्षघनमीटर की क्षमता में से 39.40 फीसदी यानि करीब 68.03 दशलक्षघनमीटर जलसंचय हो गया है।

बड़े बांध संचय क्षमता (दशलघमी) अब तक संचय

तोतलाडोह 1016.88 583.40

कामठी (खैरी) 141.98 110.75

रामटेक (खिंडसी) 103.00 64.59

नांद 53.18 16. 18

वड़गांव 134.89 48.83

मध्यम बांध संचय क्षमता (दशलघमी) अब तक संचय

चंद्रभागा 8.26 4.24

मोरधाम 4.95 4.46

केसरनाला 3.93 1.54

उमरी 5.14 2. 17

कोलार 31.32 9.46

खेकरानाला 23.21 15.35

वेणा 21.64 13.26

कान्होलीबारा 20.49 6.73

मकरधोकड़ा 15.15 1.91

सायकी 6.98 1.00

जाम 24.30 5.39

कुल 179.90 68.03

पेयजल के लिए पर्याप्त संचय : शहर में पेयजल आपूर्ति के लिए 175 एमएम क्यूब पानी को दो बांधों से आरक्षित किया जाता है। तोतलाडोह और कन्हान बांध से पानी को साल भर की आवश्यकता के अनुरूप मुहैया कराया जाता है। बरसात में पर्याप्त जलसंचय होने से बेहतर स्थिति हो जाती है, हालांकि पेयजल को लेकर कोई भी परेशानी नहीं होती है। इस मर्तबा भी नागरिकों को पर्याप्त पेयजल मुहैया कराया जाएंगा। -श्रीकांत वाईकर, कार्यकारी अभियंता, जलप्रदाय विभाग, मनपा

Created On :   17 July 2024 3:29 PM IST

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