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घमासान: राजनीतिक अखाड़ा , रामटेक में कांग्रेस के विरुद्ध पूर्व कांग्रेसी पर महायुति का दांव
- उम्मीदवारी को लेकर अचानक बदला घटनाक्रम
- राजू पारवे का शिंदे गुट में प्रवेश, बोले-मेरी उम्मीदवारी फाइनल
- भाजपा पदाधिकारियों की नाराजगी बढ़ने के आसार
डिजिटल डेस्क, नागपुर । रामटेक लोकसभा क्षेत्र में चुनाव काफी रोचक होने के आसार हैं। दो बार सांसद रहे कृपाल तुमाने का उम्मीदवारी के मामले में पत्ता कट गया है। कांग्रेस उम्मीदवार रश्मि बर्वे के मुकाबले महायुति यानी भाजपा गठबंधन की ओर से कांग्रेस के पूर्व विधायक राजू पारवे को चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी चल रही है। रविवार की शाम को पारवे ने कांग्रेस छोड़कर शिवसेना शिंदे गुट में प्रवेश लिया है। उनके स्वागत के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री अजित पवार, सांसद कृपाल तुमाने, विधायक अाशीष जैस्वाल, शिवसेना शिंदे गुट के विदर्भ संपर्क प्रमुख किरण पांडव उपस्थित थे। पारवे का कहना है कि ‘मेरी उम्मीदवारी फाइनल है’। उम्मीदवारी को लेकर अचानक बदले घटनाक्रम से जिले की राजनीति के जानकारों ने आश्चर्य व्यक्त किया है। पारवे की उम्मीदवारी के प्रयासों का विरोध कर रहे भाजपा पदाधिकारियों की नाराजगी बढ़ने के आसार हैं।
फडणवीस से नागपुर में दो बार मुलाकात की थी : पारवे कुछ समय से रामटेक लोकसभा की उम्मीदवारी पाने के प्रयास के चलते राजनीतिक चर्चा में थे। उन्होंने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से नागपुर में दो बार मुलाकात की थी। कहा जा रहा था कि पारवे को भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ाने की तैयारी चल रही है, लेकिन रामटेक क्षेत्र से शिवसेना शिंदे गुट का चुनाव लड़ने का दावा कायम रहा। मुख्यमंत्री शिंदे से भाजपा की ओर से निवेदन भी किया गया कि रामटेक को भाजपा के लिए छोड़ दें, लेकिन आखिरी तक बात नहीं बनी। शिवसेना शिंदे गुट ने अमरावती सीट भाजपा के लिए छोड़ी। इस बीच पारवे को शिवसेना शिंदे गुट में प्रवेश दिलाकर चुनाव लड़ाने की रणनीति पर कुछ भाजपा नेताओं ने काम किया। पारवे को मुंबई भिजवाकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से बात कराई गई। वही बात आगे बढ़ी।
तुमाने मुंबई में डटे रहे और प्रयास करते रहे : क्षेत्र से दो बार चुनाव जीते सांसद कृपाल तुमाने उम्मीदवारी पाने के लिए प्रयास करते रहे। वे मुंबई में डटे रहे। तुमाने के समर्थकों ने यह कहते हुए इस्तीफे की पेशकश भी की थी कि तुमाने को उम्मीदवार नहीं बनाए जाने पर सभी कार्यकर्ता इस्तीफा दे देंगे, लेकिन भाजपा की ओर से दावा किया जाता रहा कि रामटेक में उम्मीदवार बदलना ही होगा। भाजपा के कार्यकर्ताओं ने तुमाने व पारवे का विरोध किया था। उधर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले भी दो दिन पहले तक कहते रहे कि रामटेक पर भाजपा का दावा है, लेकिन उन्होंने बाद में वक्तव्य बदल दिए। कहने लगे कि शिवसेना शिंदे गुट से ही उम्मीदवार होगा।
रोचक होगा मुकाबला : रामटेक क्षेत्र में इस बार मुकाबला रोचक हो सकता है। महाविकास आघाड़ी की ओर से कांग्रेस उम्मीदवार रश्मि बर्वे रहेंगी। महायुति में शिवसेना शिंदे गुट के राजू पारवे रहेंगे। दोनों की लोकसभा क्षेत्र स्तर पर पहचान नेता के बजाय राजनीतिक कार्यकर्ता की है। उन्हें जिताने के लिए उनके संरक्षण नेताओं को अधिक ताकत लगानी पड़ेगी। कांग्रेस उम्मीदवार के समर्थन में पूर्व मंत्री सुनील केदार की टीम पूरी ताकत लगाएगी। राजू पारवे भले ही शिवसेना शिंदे गुट के उम्मीदवार रहेंगे, लेकिन भाजपा की टीम उनके लिए काम करेगी। विशेषकर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पसंद के उम्मीदवार के तौर पर प्रचार किया जाएगा। रामटेक क्षेत्र अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। चुनाव में हिंदू व बौद्धिस्ट दलित का प्रतिनिधित्व मायने रखता है। इस बार दोनों प्रमुख उम्मीदवार हिंदू दलित वर्ग से हैं।
Created On :   26 March 2024 11:33 AM IST