मौसम: विदर्भ में लगी सावन की झड़ी, सड़के हुई पानी-पानी , मौसम का मिजाज हुआ ठंडा

  • लगातार हो रही बारिश बन रही आफत
  • नदी, नालों से सटे गांवों में प्रशासन की विशेष नजर
  • निचली बस्तियों के घरों में पानी जमा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश से शहर की सड़कें पानी-पानी हो गई है। सड़कों व गड्ढों में पानी ही पानी नजर आ रहा है। सावन में लगी बारिश की झड़ी से मौसम का मिजाज भी ठंडा-ठंडा हो गया है। वातावरण में ठंडक होने के साथ ही तापमान भी आैसत से नीचे आ गया है। लगातार हो रही बारिश से जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड पर आ गया है। भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए नदी से सटे गांवों में प्रशासन की विशेष नजर है। जिला प्रशासन आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।

मौसम विभाग के अनुसार उत्तर बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र तैयार होने से नागपुर समेत पूर्व विदर्भ में बारिश हो रही है। लगातार हो रही बारिश के कारण सड़कों पर जगह-जगह पानी जमा हो गया है। बारिश से जनजीवन प्रभावित हो गया है। बारिश के कारण सड़कों पर वाहनों की आवाजाही बहुत कम हो गया है। बाजारों की रौनक भी पिछले कुछ दिनों से फिकी पड़ गई है। शनिवार को शासकीय अवकाश देखकर पर्यटन स्थल पर जाने का सोच रहे लोगों को घर में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है। मौसम के जानकारों की माने तो रविवार को भी रिमझिम बारिश जारी रह सकती है।

लगातार हो रही बारिश का ज्यादा असर नागपुर के आउटर इलाकों व ग्रामीण क्षेत्रों में हो रहा है। ड्रेनेज व्यवस्था नहीं होने से खुले प्लाटों व खाली जगहों पर बाढ़ जैसे नजारे दिखाई दे रहे है। चौराहों व खाली प्लाटों पर मिनी तालाब तैयार हो गए है। तापमान में कमी आने के साथ ही गुलाबी ठंड का एहसास हो रहा है। नागपुर समेत पूर्वी िवदर्भ में मौसम का यलो अलर्ट बना हुआ है। तापमान नीचे आने से अब कूलर व एसी की जरूरत नहीं पड़ रही। गर्मी व उमस से तो राहत मिल गई, लेकिन लगातार हो रही बारिश लोगों के लिए आफत बन रही है। लोगों को घरों से बाहर निकलते समय रेनकोट लेकर निकलने का परामर्श दिया जा रहा है। जिला प्रशासन ने सतर्क रहने को कहा है।

नदी, नाले उफान पर : लगतार हो रही बारिश के कारण शहर व ग्रामीण इलाकों में नदी व नाले उफान पर है। नाग नदी से सटी बस्तियों में भी सतर्कता बरतने को कहा है। ग्रामीण क्षेत्र में नदी व नालों से सटे गांवों में अधिकारियों की चौकीसी बढ़ा दी गई है। बाढ़ जैसे हालात में प्रभावित लोगों की वैकल्पिक व्यवस्था गांवों के स्कूल व धर्मशाला में की जाएगी। जान-माल का नुकसान न हो, इस पर विशेष जोर दिया जा रहा है। तहसीलदारों को तहसील मुख्यालय नहीं छोड़ने के आदेश दिए गए हैं। बाढ़ की स्थिति में रेस्क्यू व लोगों की व्यवस्था स्कूलों व भवनों में करने की भी तैयारी की गई है।

Created On :   27 July 2024 12:40 PM GMT

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