बारिश: भांडेवाड़ी में दीवार टूटने से नागरिकों के घरों में पानी घुसा, परिसर जलमग्न

  • गुस्साए नागरिकों ने डंपिग यार्ड को जड़ा ताला
  • आयुक्त का 8 दिनों में दुरूस्ती का आश्वासन
  • घरों में घुसा पानी, वाहन भी डूबे

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शुक्रवार को बरसात के दौरान भांडेवाड़ी डंपिग यार्ड की सुरक्षा दीवार में छेद हो गया । शनिवार को तेज बरसात के चलते छेद वाला हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त होकर ढह गया। दीवार के ढहने से गंदगी और कचरे के साथ पानी परिसर की बस्तियों में पहुंच गया। सूरजनगर, तुलसीनगर समेत अन्य बस्ती के नागरिकों के घरों की सामग्री समेत वाहनों के डूबने की स्थिति बन गई। ऐसे में महानगरपालिका की ओर से कोई भी उपाययोजना और राहत नहीं होने से नागरिकों ने डंपिग यार्ड के मुख्य गेट को ताला जड़ दिया।

ताला जड़ने से करीब 4 घंटों तक कचरा संकलन के वाहन भीतर नहीं पहुंच पाएं, इतना ही नहीं संतप्त नागरिकों ने कचरा गणना के वजनकांटे को भी बंद कर दिया। मामले की सूचना मिलने पर घनकचरा व्यवस्थापन कक्ष के उपायुक्त डॉ गजेन्द्र महल्ले और आयुक्त डॉ अभिजीत चौधरी घटनास्थल पर पहुंचे। आयुक्त की ओर से अगले 8 दिनों के भीतर दीवार की दुरूस्ती कर व्यापक सुरक्षा इंतजाम करने का आश्वासन देने पर मामला शांत हुआ। इसके साथ ही मनपा की ओर से उपाययोजना कर पानी को निकालने के भी निर्देश आयुक्त डॉ चौधरी ने दिया। इस अवसर पर घनकचरा व्यवस्थापक विभाग के उपायुक्त डॉ गजेन्द्र महल्ले, स्मार्ट सिटी के उपव्यवस्थापक डॉ राजेश दुपारे, नेहरूनगर के कार्यकारी अभियंता नरेश सिंगनजुड़े उपस्थित थे।

शनिवार की सुबह भांडेवाड़ी डंपिंग यार्ड की सुरक्षा दीवार ढह जाने से सूरजनगर तुलसीनगर समेत अनेक इलाकों में जलजमाव हो गया। डंपिग यार्ड की गंदगी के पानी के साथ आने से नागरिक संतप्त हो गए। वहीं दूसरीओर घरों और परिसर में कई कई फीट तक जलस्तर हो जाने से वाहनों के डूबने की भी स्थिति बन गई थी। ऐसे में नागरिकों ने डंपिंग यार्ड पहुंचकर मुख्य गेट को ताला जड़कर वजनकांटा भी बंद कर दिया था। मनपा आयुक्त समेत अन्य अधिकारियों ने तत्काल पहुंचकर दीवार को बनाकर देने का आश्वासन दिया। इसके साथ ही नेहरूनगर जोन के माध्यम से जेसीबी से अस्थायी नाली बनाकर पानी को बाहर निकाला गया।

व्यवस्था अब सुचारू हो गई : क्षतिग्रस्त इलाके के जलजमाव होने से दिक्कत हुई थी। नागरिकों से चर्चा कर मामले काे सुलझा लिया गया है। बरसात के थमते ही पानी काबहाव भी सुचारू हो गया। जेसीबी की सहायता से परिसर में अस्थायी नाली बनाकर पानी की निकासी की गई। अब व्यवस्था सुचारू हो गई है। - डॉ गजेन्द्र महल्ले, उपायुक्त, घनकचरा व्यवस्थापन कक्ष, मनपा

Created On :   20 July 2024 9:35 AM GMT

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