उपेक्षा: विधानमंडल के शीतसत्र में विदर्भ पर चर्चा नहीं

विधानमंडल के शीतसत्र में विदर्भ पर चर्चा नहीं
विदर्भवादी तथा किसान नेता प्रकाश पोहरे ने स्वतंत्र विदर्भ का मुद्दा उठाया

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नागपुर करार अनुसार शीतसत्र में विदर्भ के मुद्दों पर चर्चा अपेक्षित है। बरसों से देखा जा रहा है कि शीतसत्र में विदर्भ की समस्याओं पर चर्चा नहीं हो पाने से विकास में पिछड़ गया है। शीतसत्र के 6 दिन के कामकाज में विदर्भ के किसी भी विधायक ने अपने क्षेत्र की समस्या रखना आवश्यक नहीं समझा। इसलिए मैने विधानसभा की गैलरी से आक्रोश व्यक्त किया। विदर्भवादी तथा किसान नेता प्रकाश पोहरे ने पत्रकार परिषद में अपनी भावना व्यक्त की।

विदर्भ की दुर्दशा देख मन नहीं माना :प्रेस क्लब में पोहरे ने पत्रकारों के साथ वार्तालाप किया। उन्होंने कहा कि मैंने जो किया, उसमें विधानमंडल के नियमों का कुछ हद तक उल्लंघन है, इस बात से भलिभांति सहमत हूं। विदर्भ की दुर्दशा देख मन नहीं माना। उसे व्यक्त करने के लिए किसी को तो पहल करनी चाहिए। विदर्भ के विधायक एक शब्द नहीं बोल रहे हैं। फिर विदर्भ की पिछड़ापन कैसे दूर होगा। एक विदर्भवादी और किसानों का प्रतिनिधि होने के नाते मैंने विदर्भवासियों की भावना व्यक्त करनेो का प्रयास किया। उसके लिए किसी भी प्रकार की कार्रवाई का सामना करने की मेरी तैयारी है।

विदर्भ में हर रोज 14 किसान आत्महत्या : पोहरे ने कहा कि विदर्भ में हर रोज 14 किसान आत्महत्या कर रहे हैं। अब तक डेढ़ लाख किसानों ने मौत को गले लगाया है। किसानों के उत्पादन को दाम नहीं। बेरोजगारी, नक्सलवाद, कुपोषण विदर्भ की गंभीर समस्या है। विदर्भ में बिजली उत्पादन होता है, लेकिन किसानों को 24 घंटे बिजली नहीं मिलती। रोजगार के अवसर नहीं रहने से युवाओं के काफिले पुणे-मुंबई पलायन कर रहे हैं। आदिवासी क्षेत्र में कुपोषण की विकराल समस्या है। विदर्भ के विधायकों की नजर इन समस्याओं पर नहीं पड़ती। इस बात की चिढ़ आती है। अन्य क्षेत्र के विधायक अपने क्षेत्र की समस्या सदन में गंभीरता से रखते हैं। इस बात के लिए वे सराहना के पात्र हैं।

सैर के लिए आते हैं क्या? : पोहरे ने बताया कि उन्होंने गैलरी से प्रश्न उपस्थित करने पर भाजपा प्रतोद आशीष शेलार ने कहा अध्यक्ष महाराज यह क्या चल रहा है। मैंने पूछ रहा हूं कि किसानों के प्रतिनिधि यही विधायक हैं। उनसे यह क्या चल रहा है, ऐसा सवाल क्यों नहीं पूछा जाता। उल्टे शीतसत्र में गौतमी पाटील का नृत्य कार्यक्रम, हुरडा पार्टी का आयोजन कर राज्य के मंत्री, विधायक केवल सैर व मनोरंजन के लिए विदर्भ में आकर अधिवेशन में मराठा-ओबीसी आरक्षण पर कामकाज का समय बर्बाद करने का दु:ख व्यक्त किया।

पोहरे ने कोई गुनाह नहीं किया : एड. विनोद तिवारी ने कहा कि पोहरे ने विदर्भ के मुद्दे पर प्रश्न उपस्थित करने से विधानमंडल के नियमों का उल्लंघन किया, लेकिन यह कोई गुनाह नहीं है। स्वतंत्र विदर्भ का प्रश्न उपस्थित करने का उन्हें पूरा अधिकार है। उसके बावजूद सरकार कोई कार्रवाई करती है, तो उसे कानून के दायरे में जवाब दिया जाएगा। पत्र परिषद में पत्रकार कृष्ण नागपाल पत्र परिषद में उपस्थित थे।

Created On :   19 Dec 2023 12:45 PM IST

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