हरियाली पर गंभीर खतरा: पेड़ों की कटाई की अनुमति पर संदेह

पेड़ों की कटाई की अनुमति पर संदेह
  • उद्यान विभाग के सारे नियमों को ताक पर रखकर दी अनुमति
  • शहर की हरियाली पर गंभीर खतरा

डिजिटल डेस्क, नागपुर. महानगरपालिका उद्यान विभाग ने मेडिकल कालेज प्रबंधन को इमारतों के निर्माणकार्य को लेकर अनुमति दी है। इस अनुमति में मेडिकल कालेज प्रबंधन से अनामत राशि का भुगतान और वैकल्पिक पौधारोपण को लेकर अनदेखी का आरोप सामाजिक कार्यकर्ता सचिन खाेब्रागड़े ने लगाया है। इस मामले में बेहद आनन-फानन में नियमों की अनदेखी कर पेड़ों की कटाई की अनुमति भी दे दी गई है। मेडिकल कालेज एवं अस्पताल प्रबंधन ने टीबी वार्ड के समीप रेडियोलॉजी विभाग की इमारत को प्रस्तावित किया है। इस इमारत निर्माणकार्य में करीब 191 पेड़ बाधा साबित हो रहे हैं। इन पेड़ों में केसिया, नीम, करंज, सिसम का समावेश है। ऐसे में मनपा के उद्यान विभाग से पेड़ कटाई की अनुमति मांगी गई थी। इस अनुमति के बदले में उद्यान विभाग ने अमानत रकम के रूप में 64 लाख 78 हजार रुपए एवं प्रशासकीय शुल्क 6, 47, 800 रुपए समेत कुल 71 लाख 25 हजार 800 रुपए जमा कराने का निर्देश दिया था। इसके साथ ही वैकल्पिक पौधारोपण के रूप में प्रस्तावित कटाई वाले पेड़ों की आयुसीमा के अनुपात में 6478 पौधों का रोपण कर 7 दिनों के भीतर फोटो समेत रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश भी उद्यान विभाग ने दिया था। इस निर्देश को उद्यान विभाग ने 14 अगस्त को पत्र के माध्यम से जारी किया था। वहीं दूसरी ओर 7 दिनों तक इंतजार करने की बजाय 14 अगस्त को ही एक अन्य पत्र को जारी कर 191 पेड़ों की कटाई की अनुमति भी दे दी गई है।

वृक्ष संवर्धन नियमावली का उल्लंघन : मनपा का उद्यान विभाग अपनी लापरवाही को लेकर हमेशा से सुर्खियों में रहता है। शहर भर में पेड़ों की अवैध कटाई को अप्रत्यक्ष रूप से पोषण देने का काम हो रहा है। इस मामले में भी मेडिकल कालेज प्रबंधन को पेड़ों की कटाई देने के लिए सारे नियमों को ताक पर रख दिया गया है। राज्य नागरी क्षेत्र वृक्ष संवर्धन अधिनियम 1975 की धारा 11 के तहत वृक्ष कटाई की अनुमति देने के पहले अनामत रकम को भुगतान करना अनिवार्य है। इसके साथ ही धारा 19 में वैकल्पिक पौधारोपण को भी पूरा कराने की जिम्मेदारी उद्यान विभाग के हवाले है, लेकिन उद्यान विभाग के सारे नियमों को ताक पर रखकर बगैर डिपाजिट शुल्क और वैकल्पिक पौधारोपण के अनुमति भी दे डाली।

एक ही दिन में अनुमति कैसे संभव

सचिन खोब्रागड़े, सामाजिक कार्यकर्ता के मुताबिक मेडिकल कालेज परिसर में रेडियोलॉजी विभाग की इमारत को लेकर उद्यान विभाग ने नियमों की अनदेखी की है। 191 पेड़ों की कटाई की अनुमति को बगैर अनामत राशि और वैकल्पिक पौधारोपण के दिया गया है। इस मामले में आक्षेप दर्ज कराने के बाद भी नियमों की जानबूझकर अनदेखी की गई है। ऐसे में शहर में पेड़ों की सुरक्षा करनेवाले जिम्मेदार अधिकारियों की कार्यप्रणाली ही संदेह के घेरे में आ गई है।

मेडिकल प्रशासन की जिम्मेदारी

वर्षा कनोजे, कार्यकारी अभियंता, इंटीग्रेटेड लोकनिर्माण विभाग के मुताबिक मेडिकल कालेज परिसर में इमारत को लेकर उद्यान विभाग से समन्वय कर पेड़ों की कटाई समेत अन्य दायित्वों को मेडिकल कालेज प्रबंधन को पूरा करना है। ऐसे में पेड़ों की कटाई और वैकल्पिक पौधारोपण को लेकर लोकनिर्माण विभाग की जिम्मेदारी नहीं होती है।

मनपा उद्यान विभाग ने मेडिकल कालेज परिसर में दिसंबर माह में प्रस्तावित प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के लिए भी अधिसूचना को जारी किया है। इस अधिसूचना में मेडिकल कालेज परिसर के 294 पेड़ों की कटाई को भी प्रस्तावित किया गया है। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के स्टेज निर्माण के लिए 21 पेड़, मरीजों के पेईंग वार्ड के लिए 80 और महिला चिकित्सकों के लिए प्रस्तावित होस्टेल के लिए 187 पेड़ों की कटाई की अनुमति मांगी गई है। इन 294 पेड़ों की कटाई के लिए भी नियमों की अनदेखी हो रही है। ऐसे में शहर की हरियाली पर गंभीर खतरा बन गया है।

Created On :   19 Oct 2023 4:44 PM IST

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