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करोड़ों खर्च: जनता को फूटी कौड़ी नहीं- नेता एक दूसरे की ओर अंगुली उठाकर मुंबई चलते बने
- जनता देखती रही और सत्तापक्ष-विपक्ष के नेता एक दूसरे की ओर अंगुली उठाकर मुंबई चलते बने
- विदर्भ को सरकार से काफी उम्मीदें थीं। मुद्दे अनेक थे, लेकिन चर्चा के अभाव में नतीजा लगभग सिफर रहा
- निधि वितरण पर आव्हाड़ संतप्त
डिजिटल डेस्क, नागपुर. विदर्भ में अधिवेशन हुआ, लेकिन विदर्भ के मुद्दों को किनारा किया गया। सरकार जनता के मुद्दे सामने आने-देना नहीं चाहती थी। सदन के कामकाज में कम सदस्य सहभागी हो पाएं, इस दृष्टि से जान-बूझकर नियोजन किया गया। विपक्ष की आवाज दबाने के लिए माइक बंद करना या आवाज कम की गई। दिल्ली की तर्ज पर महाराष्ट्र में हुकुमशाही से कामकाज चलाए जाने का विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने आरोप लगाया।
सरकार ने पाप किया है
विधान भवन के कांग्रेस कार्यालय में पत्र पारिषद में उन्होंने कहा कि अधिवेशन में विदर्भ की जनता के हाथ कुछ भी नहीं लगा। सरकार की ओर से रखे गए जीएसटी, विद्यापीठ विधेयक तथा अन्य विधेयकों पर सदन में चर्चा होना अपेक्षित था। विदर्भ के मुद्दों पर नियम 293 के तहत सरकार की ओर से विषय रखा गया था। उस विषय को चर्चा में नहीं लेने का सरकार ने पाप किया है।
निधि वितरण पर आव्हाड़ संतप्त
पूरक मांगों में विपक्ष के 90 फीसदी विधायकों को निधि नहीं मिली। गिने-चुने वरिष्ठ विधायकों को निधि मंजूर की गई। उसमें विधायक विजय वडेट्टीवार का भी समावेश है। आव्हाड़ की संतप्त प्रतिक्रिया देने पर वडेट्टीवार के चेहरे पर नाराजगी के भाव झलके।
विदर्भ में अधिवेशन हुआ, लेकिन विदर्भ के मुद्दों से ही किनारा किया
अनिल देशमुख ने कहा कि महाविकास आघाड़ी के सत्ताकाल में मिहान में अनेक बड़ी कंपनियों ने उद्योग लगाए, लेकिन मौजूदा सरकार के कार्यकाल में लुपिन इंडस्ट्री को छोड़ दूसरी कोई कंपनी नहीं आई। फडणवीस के मुख्यमंत्री कार्यकाल में पतंजलि उद्योग को औने-पौने दाम में जमीन दी गई। अभी तक एक भी उद्योग शुरू नहीं हुआ। जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि अधिवेशन के नाम पर सरकारी तिजोरी से करोड़ों रुपए खर्च हुए, लेकिन जनता को फूटी कौड़ी की राहत नहीं मिली। पत्र परिषद में बालासाहब थोरात, अमिन पटेल, सुरेश प्रभु उपस्थित थे।
आस अधूरी...विपक्ष का पलटवार
फडणवीस ने कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष के आरोपों को निराधार ठहराते हुए कहा कि आंकड़ों का सत्य जानते हुए भी विपक्ष के सदस्य केवल विरोध किए जा रहे हैं। नागपुर को बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है। नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने कहा कि उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने विदर्भ को लेकर विपक्ष की भूमिका पर जो सवाल उठाए है वह सही नहीं है। लोगों में संदेश नहीं जाना चाहिए कि विपक्ष ने विदर्भ के मुद्दों पर चर्चा नहीं की। सदस्य नाना पटोले ने कहा कि विदर्भ विकास से संबंधित कई विषय विपक्ष ने सभागृह में रखे हैं। एमआईडीसी, मिहान से लेकर अन्य विषयाें पर सरकार ने जानकारी देना चाहिए।
Created On :   21 Dec 2023 12:59 PM GMT