संज्ञान: नागपुर के मेडिकल, मेयो के ओटी, आईसीयू की होगी जांच , तीन सदस्यीय समिति का गठन

नागपुर के मेडिकल, मेयो के ओटी, आईसीयू की होगी जांच , तीन सदस्यीय समिति का गठन
  • असुविधाओं को लेकर बाॅम्बे हाई कोर्ट के नागपुर खंडपीठ में जनहित याचिका
  • कोर्ट ने समिति में डॉ. रवींद्र सरनाईक, डॉ. अंजलि कोल्हे और डॉ. निखिल बलंके को नियुक्त किया
  • एक सप्ताह के भीतर अदालत के समक्ष स्थिति पर रिपोर्ट करनी है पेश

डिजिटल डेस्क, नागपुर। बॉम्बे हाई कोर्ट के नागपुर खंडपीठ ने मेडिकल और मेयो अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर और आईसीयू की स्थिति की जांच करने के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। कोर्ट के आदेश के अनुसार इस समिति को दोनों अस्पतालों का दौरा करके एक सप्ताह के भीतर अदालत के समक्ष वहां की स्थिति पर एक रिपोर्ट पेश करनी है।

मंगलवार और बुधवार को करना है दौरा : कोर्ट ने समिति में डॉ. रवींद्र सरनाईक, डॉ. अंजलि कोल्हे और डॉ. निखिल बलंके को नियुक्त किया है। समिति को मंगलवार और बुधवार को मेडिकल और मेयो अस्पतालों का दौरा करना है और वहां की स्थिति का निरीक्षण करते हुए 29 अप्रैल से पहले कोर्ट के समक्ष रिपोर्ट पेश करनी है।

चिकित्सा उपकरणों की खरीदी पर भी सुनवाई : शहर के मेयो और मेडिकल अस्पतालों की खराब हालत और वहां की असुविधाओं को लेकर बाॅम्बे हाई कोर्ट के नागपुर खंडपीठ में जनहित याचिका प्रलंबित है। इस मामले में सोमवार को न्या. अविनाश घरोटे और न्या. एम. एस. जवलकर के समक्ष सुनवाई हुई। इस समय मेडिकल और मेयो अस्पताल के सुविधाओं, सर्जरी रूम और किचन के मुद्दे पर चर्चा की गई। इस पर कोर्ट ने उक्त आदेश जारी किए। कोर्ट ने इस मामले पर अगली सुनवाई मंगलवार को रखी है। कोर्ट ने मेयो, मेडिकल एवं सुपर स्पेशलिटी अस्पतालों में विभिन्न चिकित्सा उपकरणों की खरीदी के संबंध में आदेश जारी किए थे। इनकी पूर्ति को लेकर मंगलवार को सुनवाई होने की उम्मीद है। न्यायालय मित्र के तौर पर एड. अनूप गिल्डा, राज्य सरकार की ओर से विशेष सरकारी वकील फिरदौस मिर्झा व एड. दीपक ठाकरे ने पैरवी की।

मेयो के पीडियाट्रिक आईसीयू का स्थलांतरण: इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेयो) के पीडियाट्रिक आईसीयू का स्थलांतरण सर्जिकल स्टोअर्स में होनेवाला है। मेयो में बरसों से प्रलंबित 500 बेड के मेडिसिन विंग का निर्माण जल्द ही शुरू हाेने वाला है। इस इमारत का निर्माण होकर सेवा में दाखिल होने में चार साल का समय लगने वाला है। इस कारण बालरोग विभाग के आईसीयू यूनिट का हिस्सा वार्ड क्रमांक 1,2 व 5 को सर्जिकल स्टोअर्स की इमारत में स्थलांतरित किया जाने वाला है। इनमें से पीआईसीयू (पीडियाट्रिक इंसेंटिव केयर यूनिट) स्थलांतरित किया गया है। अगले चरण में 20 बेड का नवजात शिशु अतिदक्षता विभाग को आनेवाले महीने में स्थलांतरित किया जाएगा। 80 बिस्तर की क्षमतावाला वार्ड क्रमांक 5 का स्थलांतरित किया जानेवाला है। मेयो में प्रस्तावित मेडिसिन विंग में बालरोग विभाग का स्वतंत्र यूनिट का निर्माण होने वाला है। तीन साल पहले इसकी मंजूरी मिली थी। लेकिन कोरोना के चलते यह काम समय पर शुरू नहीं हो पाया था।

Created On :   23 April 2024 12:43 PM IST

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