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आरोप: संविधान को बदलने की भाषा बाेलने वाले ही बदलेंगे, संविधान नहीं बदलेगा : आठवले
- संविधान बदलने का अधिकार किसी को नहीं
- पुराने कानून बदलना यानी संविधान बदलना नहीं
- राज ठाकरे का निर्णय योग्य
डिजिटल डेस्क, नागपुर। संविधान बदलने को लेकर कांग्रेस द्वारा गलत जानकारी फैलाई जा रही है। इस विषय पर वे गुमराह कर रहे हैं। संविधान बदलने का अधिकार किसी को नहीं है। संविधान बदलने की भाषा बाेलने वाले बदलेंगे, संविधान नहीं बदलेगा। इन शब्दों में आरपीआई (आठवले गुट) के नेता केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्यमंत्री रामदास आठवले ने विरोधियों पर निशाना साधा।
विरोधियों के पास नेतृत्व ही नहीं : पुराने कानून बदलना यानी संविधान बदलना नहीं है, यह कहते हुए केंद्रीय मंत्री आठवले ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संविधान मजबूत करने का प्रयास कर रहे हैं। संविधान बाबत कांग्रेस द्वारा गुमराह किया जा रहा है। उनके दावों पर आंबेडकरी जनता को यकीन करने का कोई कारण नहीं है। मोदी एक सक्षम नेतृत्व है। पिछले 10 वर्ष में अनेक अच्छे निर्णय लिए हैं। देश की अर्थव्यवस्था पांचवें क्रमांक की है। उसे तीसरे नंबर पर लाना है। जनता दल, अटल बिहारी वाजपेयी, वी.पी. सिंह के कार्यकाल में नेतृत्व सक्षम था। अब विरोधियों के पास नेतृत्व नहीं है। जिसकारण बदलाव नहीं होगा। इस अवसर पर भूपेश थुलकर, पूर्व विधायक मिलिंद माने, धर्मपाल मेश्राम, राजन वाघमारे, बालू घरडे आदि उपस्थित थे।
आघाड़ी ने किया आंबेडकर का अपमान : आरपीआई नेता आठवले ने कहा कि महाविकास आघाड़ी में शामिल होने के लिए प्रकाश आंबेडकर तैयार थे। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे को पत्र भी लिखा था। किन्तु अपेक्षा अनुसार जगह नहीं छोड़े जाने से महाविकास आघाड़ी के नेताओं ने उनका अपमान किया है। मैं एनडीए में होने से वे यहां नहीं आ सके।
बदलाव करना योग्य नहीं है : राज्य में एक-दो जगह मिलें, यह हमारी मांग थी। किन्तु एक भी जगह नहीं मिली। देश भर के कार्यकर्ताओं का कहना है कि बदलाव करना योग्य नहीं है। मोदी के साथ रहना चाहिए। केंद्र में कैबिनेट मंत्री पद के लिए वरिष्ठों के साथ बोलने का शब्द फडणवीस ने चर्चा के दौरान दिया है। राज ठाकरे का निर्णय योग्य होने की बात उन्होंने कही।
Created On :   11 April 2024 9:32 AM GMT