- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- हिंगना क्षेत्र में हलचल - विधानसभा...
नागपुर: हिंगना क्षेत्र में हलचल - विधानसभा चुनाव में घमासान होने के आसार, मेघे को केदार की चुनौती
- फडणवीस, बावनकुले के पद पर रहने से आघाड़ी को लाभ ही होगा
- पूर्व मंत्री रमेश बंग, पूर्व विधायक विजय घोडमारे सहित महाविकास आघाड़ी के कार्यकर्ता उपस्थित थे
डिजिटल डेस्क, नागपुर. हिंगना विधानसभा चुनाव में घमासान होने के आसार नजर आने लगे हैं। भाजपा विधायक समीर मेघे की चुनौती स्वीकारते हुए कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री सुनील केदार ने चुनाव तैयारी का ऐलान किया है। यह तक कह दिया है कि मैं लड़ने आऊं तो चलेगा क्या? कार्यकर्ताओं से कहा है कि हिंगना विधानसभा में जीत का गुलाल उड़ाने के लिए तैयार रहें। विधायक मेघे ने लोकसभा चुनाव के समय एक कार्यक्रम में केदार को चुनौती देते हुए कहा था कि मां का दूध पिया है तो मेरे विरोध में चुनाव लड़कर दिखाएं। मेघे की यह चुनौती काफी चर्चा में रही। लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद केदार ने पहली विजय सभा हिंगना में ली।
पूर्व मंत्री रमेश बंग, पूर्व विधायक विजय घोडमारे सहित महाविकास आघाड़ी के कार्यकर्ता उपस्थित थे। केदार ने कहा-राज्य में मंत्री था तब मेरे नेतृत्व में जिला परिषद व पंचायत समिति के चुनाव जीते। तब हिंगना के विधायक की भाषा अलग थी, लेकिन सरकार बदलते ही भाषा बदल गई। कह रहे हैं कि हमारा घर मजबूत हो गया है, किसी बाहर के व्यक्ति को यहां मत आने दो। मैं कहता हूं-मैं आया तो चलेगा क्या। मैं शब्दों का पक्का हूं। हर बात बताकर नहीं बोली जाती है। जो बोलता हूं, करता हूं। 1994 में मैंने सावनेर में हिसाब किया। तब से हिसाब ही कर रहा हूं। राजनीति में हर स्थिति के लिए तैयार रहना पड़ता है। मैं इस क्षेत्र के विधायक को बताना चाहता हूं कि अभी जो देखा वह ट्रेलर है। पिक्चर अभी बाकी है। जेब में पैसा हो तो कुछ लोगों की जीभ कुछ ज्यादा ही चलने लगती है। मैं राजनीतिक गणित का पक्का हूं।
फडणवीस, बावनकुले के पद पर रहने से आघाड़ी को लाभ ही होगा
लोकसभा चुनाव में पराजय के बाद उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे की पेशकश को लेकर पूर्व गृहमंत्री व राकांपा शरद गुट के नेता अनिल देशमुख ने तंज कसा है। उन्होंने कहा है- सत्ताधारियों से राज्य की जनता परेशान है। लोकसभा चुनाव में साफ हो गया है। विधानसभा चुनाव तक फडणवीस व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले पद पर रहेंगे तो महाविकास आघाड़ी को ही लाभ होगा। शनिवार को देशमुख ने संवाद माध्यम के प्रतिनिधियों से चर्चा की। बावनकुले को लेकर शिवसेना के पूर्व सांसद कृपाल तुमाने के वक्तव्य पर देशमुख ने कहा कि चुनाव के समय बावनकुले ने कांग्रेस विधायक को उम्मीदवारी दिलाई थी। उसे भाजपा जिता नहीं पाई। बावनकुले को अब धरातल पर आना चाहिए। कामठी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस उम्मीदवार 28 हजार मतों से आगे रहे। देशमुख ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व में महायुति को नुकसान हुआ है। महायुति के मित्रदलों के विधायक चिंतित हैं। विधानसभा चुनाव को लेकर परेशान है। राकांपा अजित गुट के कुछ विधायक संपर्क में हैं, लेकिन शरद पवार पर व्यक्तिगत टिप्पणी करनेवालों को शरद पवार के नेतृत्व की राकांपा में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
Created On :   9 Jun 2024 6:51 PM IST