- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- राजपुताना पहनावे के साथ गणगौर उत्सव...
आयोजन: राजपुताना पहनावे के साथ गणगौर उत्सव में दिखा महिलाओं का जबर्दस्त उत्साह
- वुमन भास्कर क्लब की रंगारंग प्रस्तुति
- नृत्य, नाटक और गीत प्रतियोगिता के जरिये सभी ने मस्ती की
- महिलाओं को शगुन के तौर पर मेहंदी लगाई और रिटर्न गिफ्ट भी दिए
डिजिटल डेस्क, नागपुर। दैनिक भास्कर कार्यालय का परिसर खिल उठा, जब राजपुताना पहनावे के साथ महिलाएं पहुंचीं। मौका था वुमन भास्कर क्लब द्वारा आयोजित महादेव और पार्वती को पूजने वाले पर्व ‘गणगौर उत्सव' का। देश की संस्कृति को ध्यान में रखते हुए सभी महिलाएं राजपुताना पोशाक में नजर आईं। जबा मेहंदी की ओर से महिलाओं को शगुन के तौर पर मेहंदी लगाई गई और रिटर्न गिफ्ट भी दिए गए। इस दौरान नृत्य, नाटक और गीत प्रतियोगिता के जरिये सभी ने मस्ती की। कार्यक्रम में महिलाओं को आकर्षित कर सके ऐसे कॉस्मेटिक, आर्टिफिशियल ज्वेलरी, चूड़ियां, ड्रेस-सूट, और बैग के स्टॉल भी लगाए गए थे, जिसमें सभी ने शॉपिंग की। कोर टीम सदस्य से किरण मूंदड़ा, नूतन झा और वर्षा शर्मा उपस्थित थीं। कार्यक्रम का संचालन किरण मूंदड़ा ने किया।
दीप प्रज्ज्वलन वुमन भास्कर क्लब की चेयरपर्सन नेहा अग्रवाल ने किया। प्रमुख अतिथि के तौर पर श्री तारा महिला मंडल की अध्यक्ष मनुजा तिवारी, आस्था महिला मंडल की अध्यक्ष विजया राठी, परशुराम गौड़ ब्राह्मण महिला मंडल की अध्यक्ष गायत्री शर्मा, अग्रवाल नारी शक्ति संस्था की अध्यक्ष सुनीता डालमिया, अग्रवाल प्रेरणा महिला मंडल की बबिता अग्रवाल और बड़ी मारवाड़ माहेश्वरी महिला समिति की अध्यक्ष जयश्री बियानी उपस्थित थीं।
प्रतियोगिता में यह थे विजेता : गणगौर गीत प्रतियोगिता में भायली ग्रुप, आस्था महिला मंडल, झिलमिल ग्रुप, परशुराम गौड़ ब्राह्मण, ज्योति महिला मंडल ग्रुप और मीना ग्रुप ने भाग लिया। गणगौर के लोकप्रिय गीत गाकर परिसर को भक्तिमय, आनंदमय कर दिया। इसमें भायली ग्रुप प्रथम, जबकि आस्था महिला मंडल द्वितीय विजेता रहा। इसके अलावा गणगौर साज-सजावट की प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसमें प्रथम श्वेता राठी, द्वितीय जिया अग्रवाल और तृतीय मोनिका गणतारा विजेता रहीं।
देश में कला की कमी नहीं : हम चाहे किसी भी देश में चले जाएं, लेकिन हमारी पहचान हमारी संस्कृति से होती है। इस वुमन भास्कर क्लब द्वारा आयोजित उत्सव में आकर, इतनी सारी प्रस्तुति और कलाकारी देख कर लग रहा है कि सचमुच में देश में कला की कमी नहीं है। खासकर महिलाएं कहीं भी पीछे नहीं हैं। वह अपने लिए समय निकालकर बेहतरीन कर सकती हैं। - मनुजा तिवारी, अध्यक्ष, श्री तारा महिला मंडल
Created On :   11 April 2024 8:32 AM GMT