नागपुर: छात्रों का परीक्षा फॉर्म लेने से काॅलेज ने किया इनकार, प्रतिनिधि मंडल पहुंचा कॉलेज

छात्रों का परीक्षा फॉर्म लेने से काॅलेज ने किया इनकार, प्रतिनिधि मंडल पहुंचा कॉलेज
  • एट्रोसिटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कराने की चेतावनी
  • अन्याय के खिलाफ आवाज
  • मंगलवार तक का दिया समय

डिजिटल डेस्क, नागपुर. स्कॉलरशिप की निधि न मिलने कारण बताते हुए कॉलेज ने छात्रों से परीक्षा फॉर्म स्वीकारने से इनकार किया है। छात्रों की शिकायत के आधार पर वंचित बहुजन आघाड़ी का प्रतिनिधिमंडल कॉलेज पहुंचा। वंचित ने अपनी भूमिका स्पष्ट करते हुए कहा कि अनुसूचित जाति के संबंध में छात्रों को केंद्र, राज्य सरकार और विद्यापीठ के नियमों का पालन करना चाहिए, अन्यथा हम एट्रोसिटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कराएंगे। आंदोलन करने की भी चेतावनी दी।

अन्याय के खिलाफ आवाज

एक आदेश जारी कर वैनगंगा महाविद्यालय ने कहा कि महाविद्यालय में पढ़ रहे अनुसूचित जाति छात्रवृत्ति धारकों को केंद्र सरकार द्वारा प्राप्त कुल शिक्षण शुल्क का 60 प्रतिशत सीधे छात्र के खाते में जमा होने से पहले ही महाविद्यालय में शुल्क जमा करना होगा, अन्यथा कॉलेज उन्हें परीक्षा के लिए आवेदन पत्र भरने की अनुमति नहीं देगा। ऐसी शिकायत मिलते ही वंचित बहुजन अघाड़ी के पदाधिकारी आज रविवार को कॉलेज पहुंचे और छात्रों पर हो रहे अन्याय का विरोध किया।

मंगलवार तक का दिया समय

स्कॉलरशिप मिलने के 7 दिन के अंदर कॉलेज की फीस जमा करने का नियम है, लेकिन कॉलेज ने कहा कि छात्र स्कॉलरशिप मिलने से पहले कॉलेज की फीस अपनी जेब से जमा करें, तब तक छात्रों को आवेदन पत्र भरने से रोक दिया गया। यह अनुसूचित जाति के छात्रों के संबंध में राज्य और केंद्र सरकार के नियमों का उल्लंघन है। वंचित के आईटी सेल के प्रमुख सिद्धांत पाटिल ने कहा कि ऐसा होने पर संबंधित कॉलेज के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाएगा।

कॉलेज अधिकारियों से चर्चा के बाद कॉलेज ने आश्वासन दिया कि मंगलवार तक सभी छात्रों के परीक्षा आवेदन स्वीकार कर लिये जाएंगे। इस अवसर पर मनीष बोरकर, धम्मदीप लोखंडे, यश कुंभारे, अनिकेत कुत्तरमारे, आनंद मेश्राम, अमोल हाडके, शुभम कांबले आदि उपस्थित थे।

Created On :   19 Feb 2024 8:42 AM GMT

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