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क्राइम: सरकारी नौकरी दिलाने और निवेश के नाम पर ठगी, सवा तीन करोड़ की लगाई चपत - चार गिरफ्तार
- आरोपियों में पति-पत्नी भी शामिल
- अपराध शाखा पुलिस ने तीन दस्ते बनाए गए थे
डिजिटल डेस्क, नागपुर. शासकीय नौकरी दिलाने व निवेश करने पर रकम दोगुना करने का झांसा देकर लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले ठगबाजों के गिरोह का पर्दाफाश आर्थिक अपराध शाखा पुलिस विभाग ने किया है। इस गिरोह ने एक वृद्ध अभियंता को जाल में फंसाकर करीब 3.17 करोड़ रुपए की ठगी की। इस मामले में पुलिस ने तानबा इंदूरकर की शिकायत पर 10 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर पति-पत्नी सहित 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में वैशाली उर्फ क्रिशा विश्वनाथ शेट्टीगार उर्फ वैशाली सुदर्शन एनैवार, सुदर्शन संजय एनैवार, सिद्धार्थ संजय एनैवार एसई रेलवे कॉलोनी, प्रतापनगर और शाहनवाज फिर्दोस खान रमाईनगर, नारी नागपुर निवासी है। फरार आरोपी सोनाली एनैवार, विशाल विश्वनाथ शेट्टीगार, अविनाश नंदा, निशा नंदा, कृणालकांत सरवारी और सीमा कोथे की खोजबीन शुरू है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, तानबा इंदूरकर विदेश में अभियंता थे। सेवानिवृत्त होने के बाद वह नागपुर में स्थायी हो गए। सीमा कोथे वैशाली के लिए ग्राहक तलाशने का काम करती थी। वर्ष 2018 में दोनों ने इंदूरकर को जाल में फंसाया। इंदूरकर का बेटा प्रकाश, बहू रश्मि, भतीजा कृपासागर आैर रिश्तेदार अनूप जनबंधु को सेल्स टैक्स विभाग में नौकरी लगाकर देने की बात की। वैशाली ने कहा कि उसके पति सुदर्शन सेल्स टैक्स विभाग में आयुक्त हैं। उसकी सिफारिश पर चारों को नौकरी मिल सकती है। इसके लिए उन्होंने इंदूरकर से बड़ी रकम ले ली। पश्चात आरोपियों ने इंदूरकर को सेल्स टैक्स विभाग द्वारा जब्त संपति को दिलाने का लालच दिया। इतना ही नहीं एक वर्ष में निवेश करने पर रकम दोगुना देने का लालच दिया। इस चक्कर में आरोपियों ने इंदूरकर की जगह और गहने बिकवा डाले।
अपराध शाखा पुलिस ने तीन दस्ते बनाए गए थे
आरोपियों की धरपकड़ के लिए आर्थिक अपराध शाखा पुलिस विभाग के उपायुक्त अर्चित चांडक ने तीन दस्ते बनाए थे। जांच में पता चला कि आरोपियों ने इंदूरकर को सुरक्षा के रूप में चेक दिया था, लेकिन वह भी फर्जी निकला। करीब 3.15 करोड़ रुपए की ठगी होने का एहसास होने पर इंदूरकर ने पैसे वापस मांगे, लेकिन आरोपी उन्हें धमकाने लगे तथा और पैसे की मांग करने लगे। परेशान होकर इंदूरकर ने आरोपियों के खिलाफ शिकायत की। गणेशपेठ थाने में आरोपियों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया। सहायक पुलिस निरीक्षक सागर आव्हाड, स्वाति देवधर और सागर ठाकरे के दस्ते ने आरोपियों के घरों पर छापेमारी कर उन्हें गिरफ्तार किया। गिरफ्तार चारों आरोपियों को शनिवार को आर्थिक अपराध शाखा पुलिस ने न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने उन्हें 14 मई तक पुलिस रिमांड पर भेजने का आदेश दिया है।
Created On :   12 May 2024 4:05 PM IST