आयोजन: आर्थिक विकास के लिए फाइनेंस में सहयोगी है चार्टर्ड अकाउंटेंट और बैंक : चतुर्वेदी

आर्थिक विकास के लिए फाइनेंस में सहयोगी है चार्टर्ड अकाउंटेंट और बैंक : चतुर्वेदी
  • बैंक शाखा ऑडिट पर सेमिनार का आयोजन
  • बैंकिंग व्यवसाय के चार स्तंभ की दी जानकारी
  • समय-समय पर समीक्षा को बताया जरूरी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। चार्टर्ड अकाउंटेंट और बैंक आर्थिक विकास के लिए फाइनेंस में सहयोग करते हैं। यह विचार पंजाब नेशनल बैंक नागपुर सर्कल के डीजीएम आशीष कुमार चतुर्वेदी ने आईसीएआई की डब्ल्यूआईआरसी की नागपुर शाखा द्वारा आयोजित बैंक शाखा ऑडिट पर सेमिनार में बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किए।

उन्होंने कहा कि, बैंकिंग व्यवसाय के चार स्तंभ बिजनेस ग्रोथ, ग्राहक सेवा, प्रौद्योगिकी और नियामक अनुपालन हैं। वर्तमान में, विनियामक अनुपालन बैंकिंग प्रणालियों के लिए प्राथमिकता बन गया है और इसलिए प्रबंधन और सरकार को सूचित करने में लेखा परीक्षकों की एक बड़ी भूमिका है कि, विभिन्न वैधानिक दिशा-निर्देशों का अनुपालन किया जा रहा है या नहीं। ऑडिट को प्रभावी और निर्बाध तरीके से पूरा करने के लिए उन्होंने लेखा परीक्षकों को बैंक के पूर्ण सहयोग के बारे में आश्वासन दिया। नागपुर शाखा के अध्यक्ष सीए अक्षय वी. गुल्हाने ने कहा कि, देश की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से बैंकिंग क्षेत्र पर निर्भर करती है और इसलिए यह आवश्यक है कि, बैंकिंग क्षेत्र के वित्तीय स्वास्थ्य की समय-समय पर समीक्षा की जानी चाहिए, इसलिए एक प्रैक्टिसिंग चार्टर्ड अकाउंटेंट के लिए बैंक ऑडिट सबसे महत्वपूर्ण कार्य है। पुणे के वक्ता सीए महेश्वर मराठे ने एमएसएमई, मुंबई से सीए नितांत त्रिलोकेकर ने सीबीएस (कोर बैंकिंग सॉल्यूशन), मुंबई से सीए सचिन अम्बेकर ने आईआरएसी मानदंडों और एनपीए वर्गीकरण पर विचार-विमर्श किया। मुंबई से सीए अभय कामत ने एलएफएआर में किए गए विभिन्न बदलावों और इसके परिणामस्वरूप ऑडिट दायरे में बदलाव के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर सीए मकरंद जोशी, सीए. महेश राठी, सीए अश्विनी अग्रवाल एवं सीए. साकेत बागड़िया प्रमुख रूप से उपस्थित थे। उद्घाटन सत्र का संचालन पूर्व अध्यक्ष सीए जितेंद्र सगलानी ने किया। दिनेश राठी, स्वरूपा वजलवार, दीपक जेठवानी, तृप्ति भट्टड़ ने तकनीकी सत्रों का समन्वय किया।

डॉ. आंबेडकर कॉलेज में मेधावी छात्रों का सम्मान : डॉ. आंबेडकर कॉलेज के बायोकैमिस्ट्री और बायोटेक्नोलॉजी विभाग की ओर से सहायक प्रोफेसर स्व. श्वेता परांजपे की स्मृति में अकादमिक उत्कृष्टता पुरस्कार-2024 का आयोजन किया गया। अतिथियों के हस्ते मेधावी छात्रों को सम्मानित किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. बी.ए. मेहर ने की। मुख्य अतिथि के रूप में नीरी के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अमित बाफना, उपप्राचार्य डॉ. दीपा पानेकर, विभाग प्रमुख डॉ. उत्पल डोंगरे, प्रा. देवव्रत बेगडे और कार्यक्रम समन्वयक प्रा. प्रदीप हिरापुरे उपस्थित थे। इन मेधावी छात्रों में स्नातक और स्नातकोत्तर विभाग के छात्र जो राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर की सफलता प्राप्त करने वाले नेट, सेट, इंस्पायर सीयूईटी, गेट आदि परीक्षांए उत्तीर्ण करने वाले, अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संस्थानों में उच्च शिक्षा के लिए प्रवेश लेने वाले, साथ ही नागपुर विश्वविद्यालय में मेरिट सीटें प्राप्त करने वाले विभाग के 26 विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन निकिती कटरे ने किया। अाभार डॉ. भारत खरात ने माना।


Created On :   2 April 2024 3:43 PM IST

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