तनाव: तबादला प्रक्रिया को लेकर शिक्षक हुए आक्रामक, डायट परिसर छावनी में तब्दील

तबादला प्रक्रिया को लेकर शिक्षक हुए आक्रामक, डायट परिसर छावनी में तब्दील
  • दाे दिन में 228 शिक्षकों के तबादले के आदेश
  • दावा : समान सूत्र पर अमल कर तबादले किए
  • आरोप : अनेक शिक्षक ऐच्छिक स्थान से वंचित

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पवित्र पोर्टल पर चयनित शिक्षण सेवकों की नियुक्ति से पहले शिक्षक संगठनों ने मांग करने पर ऐच्छिक तबादला प्रक्रिया पर अमल किया गया। प्रशासन ने एक शिक्षक व दुर्गम क्षेत्र के स्कूलों को प्राथमिकता देकर वहीं से समुपदेशन की शुरूआत करने पर शिक्षक आक्रामक हो गए। अनेक शिक्षकों को ऐच्छिक स्थान नहीं मिलने पर विरोध प्रकट किया। शिक्षकाें ने आक्रामक रूप धारण करने पर कुछ समय के लिए तनावपूर्ण माहौल रहा। उसे नियंत्रित करने के लिए दंगा नियंत्रण दल को बुलाना पड़ा। सहायक पुलिस आयुक्त के नेतृत्व में सुरक्षा जवानों को तैनात करने पर डायट परिसर छावनी में तब्दील हो गया। जिला शिक्षण व प्रशिक्षण संस्था (डायट) सभागृह में शिक्षक समुपदेशन प्रक्रिया आयोजित की गई।

48 घंटे में समुपदेशन प्रक्रिया सरकार ने शिक्षकों के तबादले का पत्र जारी करने पर जिला परिषद शिक्षा विभाग ने 48 घंटे में तबादला प्रक्रिया पर अमल किया। कार्यरत शिक्षकों को ऐच्छिक जगह जाने का अवसर देने के लिए पवित्र पोर्टल पर चयनित शिक्षण सेवकों की नियुक्ति प्रक्रिया आगे बढ़ाई गई। 13 और 14 मार्च को ऐच्छिक तबादले की समुपदेशन प्रक्रिया पर अमल किया गया। दाे दिन में 228 शिक्षकों के तबादले के आदेश जारी किए। भाषा शिक्षकों के 75 में 48, गणित व विज्ञान शिक्षकों के 121 में 81, सामाजिक शास्त्र शिक्षकों के 9 में 7 और सहायक शिक्षकों के 362 में 92 तबादले किए गए।

सीईओ व ईओ का घेराव : ऐच्छिक तबादला प्रक्रिया में अपनी मर्जी की जगह नहीं मिलने पर शिक्षक आक्रामक हो गए। उन्होंने नारेबाजी कर अधिकारियों की मनमानी के विरोध में नारे लगाए। नाराज शिक्षकों ने सीईओ और शिक्षणाधिकारी का घेराव किया। उनके वाहन रोक कर तबादला प्रक्रिया रद्द करने की मांग की।

नियमों का पालन किया : शिक्षकों के तबादला प्रक्रिया में नियमों का पूरा पालन किया गया। एक शिक्षक तथा दुर्गम क्षेत्र के स्कूल में शिक्षक नियुक्ति को प्राथमिकता दी गई। शिक्षक संगठन शुरूआत से सभी स्कूलों में रिक्त पदों का विकल्प डिस्प्ले करने की मांग कर रहे थे। प्रशासन ने नियमों का पालन और जिम्मेदारी का निर्वहन किया। -रोहिणी कुंभार, शिक्षणाधिकारी, जिप

नियमाें को नजरअंदाज किया : ऐच्छिक शिक्षक तबादला प्रक्रिया में सरकारी नियमों की धज्जियां उड़ाई गईं। नियमों को नजरअंदाज कर तबादले किए जाने से अनेक शिक्षक ऐच्छिक स्थान पाने से वंचित रह गए। शिक्षक संगठनों ने विभागीय आयुक्त को संयुक्त ज्ञापन सौंपकर ऐच्छिक तबादला प्रक्रिया रद्द कर पवित्र पोर्टल की शिक्षक नियुक्ति से पहले पुन: ऐच्छिक तबादला प्रक्रिया पर अमल करने की मांग की है। -लीलाधर ठाकरे, जिलाध्यक्ष, महाराष्ट्र प्राथमिक शिक्षक समिति

Created On :   15 March 2024 1:15 PM IST

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