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फोकस: पर्यटन विकास पर अजित पवार के साफ - साफ निर्देश, व्यापक योजना तैयार करें
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- फरवरी के अंत तक खर्च करें संपूर्ण निधि
- विभाग में 39.41 प्रतिशत खर्च
- विकास कार्यों के लिए उपलब्ध निधि तुरंत खर्च करें
डिजिटल डेस्क, नागपुर। टाइगर रिजर्व सहित विभिन्न प्राकृतिक पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों को आवास सहित विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध कराना आवश्यक है। पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए जिलेवार पर्यटन सर्किट विकसित करने की व्यापक योजना बनाने के निर्देश राज्य के उप मुख्यमंत्री तथा वित्त मंत्री अजित पवार ने दिए। इसके लिए आवश्यक धन उपलब्ध कराया जाएगा। उपलब्ध संपूर्ण निधि फरवरी के अंत तक खर्च करने को कहा।
उद्योग क्षेत्र में निजी निवेश पर जोर
वर्ष 2024-25 के लिए नागपुर विभाग में जिलेवार जिला वार्षिक योजनाओं के साथ-साथ जिला वार्षिक योजना के तहत कार्यान्वित विभिन्न योजनाओं की खर्च की समीक्षा उपमुख्यमंत्री पवार द्वारा वीसी के माध्यम से की गई। उपमुख्यमंत्री पवार ने कहा कि क्षेत्र में बड़ी संख्या में बाघ अभयारण्य होने के कारण बड़ी संख्या में पर्यटक बाघ दर्शन के लिए आते हैं। विभागीय आयुक्त पर्यटन विकास की दृष्टि से व्यापक समीक्षा करते हुए पर्यटन सर्किट विकास योजना तैयार करें। पर्यटन के साथ-साथ उद्योग क्षेत्र में निजी निवेश बढ़ाने और कौशल विकास, बांस सहित वन उत्पादों पर आधारित उद्योग व ग्रामीण उद्योगों को प्रोत्साहन दें।
विकास कार्यों के लिए उपलब्ध निधि तुरंत खर्च करें : जिला वार्षिक योजना 2023-24 के तहत नागपुर विभाग के लिए 1 हजार 558 करोड़ रुपए का फंड उपलब्ध कराया गया है, जिसमें से 5 जनवरी 2024 तक 614 करोड़ रुपए यानी 39.41 प्रतिशत खर्च किया जा चुका है। विकास कार्यों के लिए उपलब्ध निधि तुरंत खर्च करने की सूचना उपमुख्यमंत्री पवार द्वारा दी गई।
नागपुर, भंडारा, वर्धा, चंद्रपुर, गोंदिया और गड़चिरोली जिलों के लिए वर्ष 2024-25 की मसौदा योजना के विभिन्न प्रावधानों की समीक्षा की गई। वित्तीय सीमा के तहत विभाग के लिए कुल 1506 करोड़ रुपए का प्रारूप तैयार किया गया है। इसमें शहरी क्षेत्र के लिए 83 करोड़ रुपए का विशेष प्रावधान किया गया है। सरकार ने विभाग के लिए नियमित खर्च 1 हजार 423 करोड़ रुपए की सीमा के भीतर बताया है।
Created On :   9 Jan 2024 7:03 PM IST