सुरक्षा: तालाबों की सुरक्षा में तैनात फायर कर्मचारी , आपदा प्रबंधन में परेशानी

तालाबों की सुरक्षा में तैनात फायर कर्मचारी , आपदा प्रबंधन में परेशानी
  • प्रत्येक बांध पर एक बोट और 3 कर्मचारियों की नियुक्ति
  • मनपा के अग्निशमन विभाग के पास 4 बोट हैं
  • संवेदनशील स्थानों पर कर्मचारियों को नियुक्त किया

डिजिटल डेस्क, नागपुर । पुणे के भुर्शी बांध में डूबने से 5 लोगों की मौत के बाद शहर के तीन बांधों में निगरानी और सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मनपा आयुक्त के निर्देश पर प्रत्येक बांध पर एक बोट और फायर विभाग के 3 कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है, लेकिन अब शहर में आपदा प्रबंधन को लेकर अनदेखी होने लगी है। मनपा के अग्निशमन विभाग के पास 4 बोट हैं, इसमें से 3 बांधों पर तैनात की गई हैं। वहीं अग्निशमन विभाग में 9 स्टेशनों के लिए 133 कर्मचारी हैं, जबकि 120 अस्थायी और अन्य विभागों के कर्मचारियों को सहायता के लिए रखा गया है। बारिश के मौसम में अचानक आपदा आने पर मुख्यालय में आरक्षित संसाधन और कर्मचारी ही नहीं उपलब्ध हो पा रहे हैं। दूसरी ओर जलसंपदा विभाग ने दूरदर्शिता का परिचय देते हुए संवेदनशील स्थानों पर कर्मचारियों को नियुक्त किया है। मनपा आयुक्त के फरमान से बेवजह बोट और कर्मचारी तालाब और बांध पर हैं।

क्या है आयुक्त का आदेश : पुणे के समीप लोणावला में भुर्शी बांध में मौत की घटना के बाद सरकार ने सुरक्षा के लिहाज से बांधों के समीप उपाययोजना करने के निर्देश दिए। निर्देश के बाद शहर के फुटाला, अंबाझरी और गोरेवाड़ा तालाब परिसर में सुरक्षा इंतजामों को लेकर मनपा आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी ने अधीक्षक अभियंता डॉ. श्वेता बैनर्जी, मुख्य अग्निशमन अधिकारी बी.पी. चंदनखेड़े, उपद्रव शोध पथक प्रमुख वीरसेन तांबे के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में तालाब पर आने वाले नागरिकों की सुरक्षा के मद्देनजर बैरिकेडिंग करने और प्रत्येक तालाब पर एक-एक सुरक्षा बोट और 3 जीवरक्षक तैनात करने का भी फरमान आयुक्त ने जारी किया। पर्यटकांे और नागरिकों को अलर्ट करने सूचना फलक लगाने का आदेश है।

पर्याप्त संसाधन और इंतजाम : शहर में बरसात के दौरान किसी भी प्रकार की आपदा आने पर सुरक्षा और राहत के पर्याप्त इंतजाम है। शहर के 9 फायर स्टेशनों को अलर्ट मोड में रखा गया है। जल्द ही 350 कर्मचारियों की नियुक्ति प्रक्रिया भी पूरी होने की संभावना है। शहर में नागरिकों को किसी भी सूरत में परेशानी नहीं होगी। -बी.पी. चंदनखेड़े, मुख्य अग्निशमन अधिकारी, मनपा

सभी बांधों पर निगरानी : जिले के बड़े, मध्यम और छोटे बांधों के समीप निगरानी की व्यवस्था की गई है। परिसर के पुलिस स्टेशन के माध्यम से लगातार औचक निरीक्षण भी कराया जा रहा है। जलसंपदा विभाग के स्थायी और अस्थायी कर्मचारियों के अलावा संबंधित अभियंता भी निगरानी करते हैं। -सोनाली चोपड़े, अधीक्षक अभियंता, जलसंपदा विभाग

जलसंपदा विभाग के पुख्ता इंतजाम : जिले में जलसंपदा विभाग के 5 बड़े, 42 मध्यम और 325 लघु बांध हैं। इन बांधों की सुरक्षा के लिए स्थायी और अस्थायी सुरक्षाकर्मी नियुक्त किए गए हैं। अधिकांश बांधों से मत्स्यपालन संस्थाओं को मछली पकड़ने के ठेका भी दिए गए हैं। इन संस्थाओं के मछुआरों की सहायता से राहत इंतजाम हो जाते हैं। बांधों के समीप के पुलिस स्टेशनों के माध्यम से लगातार निगरानी भी होती है।

Created On :   13 July 2024 3:43 PM IST

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