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हिदायत: अब भू-माफिया और अवैध साहूकारों की खैर नहीं, होगी सख्त कार्रवाई
- जनता दरबार में पीड़ितों की व्यथा सुनीं
- 30 पर तत्काल एफआईआर दर्ज करने के आदेश
- पीड़ितों से बेखौफ होकर शिकायत करने के लिए कहा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। भू-माफिया और अवैध साहूकारों की अब खैर नहीं। जनता दरबार में पीड़ितों की व्यथा सुनने के बाद पुलिस आयुक्त डॉ. रवींद्र कुमार सिंगल ने तत्काल कार्रवाई करने का आदेश दिया है। जनता दरबार में शहर के कई पीड़ित नागरिकों की पुलिस आयुक्त को शिकायतें िमलीं, इनमें सबसे ज्यादा दक्षिण नागपुर के भू-माफियाओं के खिलाफ हैं। पुलिस आयुक्त ने पुलिस भवन में सोमवार को जनता दरबार का आयोजन किया। दरबार में कई पीड़ित पहुंचे थे। दरबार में पांच परिमंडलों के उपायुक्त और सहायक उपयुक्त और निरीक्षकों को बुलाया गया था। पुलिस आयुक्त ने एक-एक कर सबकी शिकायतें सुनीं। उनके सवालों के जवाब भी दिए।
पीड़ित बेखौफ होकर शिकायत करें : आयुक्त : आयुक्त डॉ. रवींद्र कुमार सिंगल ने 30 शिकायतों पर तत्काल एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए। इससे शहर के भू-माफिया और अवैध साहूकारों की अब खैर नहीं है। कानून का शिकंजा कभी भी उनके गले का फांस बन सकता है। कार्रवाई निरंतर जारी रहने वाली है। पुलिस आयुक्त ने पीड़ितों को बेखौफ होकर शिकायत करने की अपील की है।
कुल 252 शिकायतें मिलीं : परिमंडल स्तर पर पीड़ितों की शिकायतों को स्वीकार किया गया, जिसमें परिमंडल क्र.-1 के 32 पीड़ितों ने भू-माफिया और अवैध साहूकारों के खिलाफ शिकायतें की हैं। परिमंडल क्र.-2 में 63 शिकायतें मिली हैं। परिमंडल क्र.-3 में 17 लोगों ने शिकायतें कीं। परिमंडल क्र.-4 में सबसे ज्यादा 106 शिकायतें मिली हैं, जो दक्षिण नागपुर क्षेत्र में आता है। उल्लेखनीय है कि, दक्षिण नागपुर क्षेत्र में बड़े पैमाने पर डी-गैंग सक्रीय है। इस गैंग ने कई लोगों की जमीनें डरा-धमकाकर जाली दस्तावेजों की मदद से हड़प ली हैं, जबकि परिमंडल-5 से 34 शिकायतें मिली हैं। ऐसे शहर भर से 252 शिकायतें जनता दरबार में पुलिस आयुक्त को मिलीं।
दो दिन बाद थानेदारों को फीडबैक देने का आदेश : पुलिस आयुक्त डॉ. रवींद्र कुमार सिंगल ने जनता दरबार के बाद चर्चा के दौरान थानेदारों से कहा कि, दो दिन बाद फीडबैक दें, ताकि पीड़ितों की शिकायतों का उन्होंने क्या किया। इस बार लापरवाही बरतने वाले कुछ थानेदार नप सकते हैं। जानकारी के अनुसार 9 अपराध थानों में दर्ज किए गए। 21 अपराध दर्ज करने की तैयारी पुलिस ने कर ली है। साथ ही 12 केस फाइल किए गए हैं। पुलिस आयुक्त ने कहा कि, जनता दरबार में आने वाले किसी भी पीड़ित को मायूस नहीं होना पडेगा, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि, पीड़ितों को उन्हीं पुलिस अधिकारियों की टेबल पर जाकर शिकायतें देने के लिए कहा गया, जिन्होंने थाने में जाने के बाद उनकी शिकायतें सुनने के बजाय फटकार लगाकर बाहर का रास्ता दिखा दिया था। पीड़ित लोग जब शिकायतें लेकर जनता दरबार में पहुंचे, तब भी उनका उन्हीं अधिकारियों से सामना हुआ, जिनकी फटकार खा चुके थे, उनकी शिकायत पर कितना अमल होगा, यह आने वाले समय में ही पुलिस आयुक्त को पता चलेगा।
Created On :   16 July 2024 12:37 PM IST