- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- बसपा की प्रदेश कार्यकारिणी बर्खास्त...
राजनीति: बसपा की प्रदेश कार्यकारिणी बर्खास्त , हार के बाद खामियां आई सामने
- पदाधिकारियों में तालमेल का अभाव बना कारण
- बनेगी नई प्रदेश कार्यकारिणी, उत्साही युवकों अवसर
- महाराष्ट्र प्रदेश के प्रभारी के रूप में सांसद रामजी गौतम
डिजिटल डेस्क, नागपुर । लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद बहुजन समाज पार्टी में समीक्षा का दौर शुरू हो गया है। इसकी पहली गाज महाराष्ट्र पर गिरी है। रविवार को लखनऊ में हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद बसपा अध्यक्ष मायावती ने सोमवार को महाराष्ट्र की प्रदेश कार्यकारिणी बर्खास्त कर दी है। इससे पहले उन्होंने महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष एड. परमेश्वर गोणारे से महाराष्ट्र को लेकर चर्चा की। प्रदेशाध्यक्ष ने चर्चा में बताया कि प्रदेश कार्यकारिणी में आपसी तालमेल नहीं है, जिसके बाद मायावती ने पार्टी हित को ध्यान में रखकर संपूर्ण कार्यकारिणी को बर्खास्त कर दिया है। इस संबंध में प्रदेश महासचिव डॉ. प्रशांत इंगले ने पत्र जारी कर प्रदेश कार्यकारिणी बर्खास्त करने की जानकारी दी।
खुद ध्यान देंगी पार्टी सुप्रीमो : सूत्रों ने बताया कि बसपा प्रमुख मायावती अब खुद महाराष्ट्र पर ध्यान देंगी और आने वाले विधानसभा चुनाव की दृष्टि से जल्द नई राज्य कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा। बसपा में प्रदेश कार्यकारिणी बर्खास्त करने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी विलास गरूड, संदीप ताजने के नेतृत्व वाली कार्यकारिणी को बर्खास्त किया गया था, जिसके बाद पुराने प्रदेशाध्यक्ष के नेतृत्व में नई कार्यकारिणी बनाई गई थी। फिलहामहाराष्ट्र प्रदेश के प्रभारी के रूप में सांसद रामजी गौतमल महाराष्ट्र प्रदेश के प्रभारी के रूप में सांसद रामजी गौतम पर जिम्मेदारी है।
पूरे प्रदेश पर नजर : पिछले कुछ समय से महाराष्ट्र प्रदेश कार्यकारिणी में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। पदाधिकारियों में मनमुटाव सहित टकराव की स्थिति है। नागपुर में ही पदाधिकारियों में मारपीट और धमकी देने के मामले सामने आए हैं। पदाधिकारियों ने एक-दूसरे के खिलाफ पुलिस थाने में भी शिकायत की थी। लोकसभा चुनाव में नागपुर में भीतरघात की भी खबरें हैं। कई पदाधिकारियों ने काम नहीं किया। चुनाव प्रचार के नाम पर सिर्फ दिखावा किया गया। पिछले काफी समय से यह सब कुछ चल रहा है। किसी पर किसी का नियंत्रण नहीं था, जिसका खामियाजा चुनाव में भुगतना पड़ा। यह स्थिति सिर्फ नागपुर में नहीं, संपूर्ण महाराष्ट्र में होने की जानकारी है।
Created On :   25 Jun 2024 3:33 PM IST