सेहत से खिलवाड़: सुराबर्डी तालाब प्रदूषित : जिप, पंचायत समिति अधिकारियों को नोटिस

सुराबर्डी तालाब प्रदूषित : जिप, पंचायत समिति अधिकारियों को नोटिस
  • जानवरों के शेड, अतिक्रमण से तालाब का अस्तित्व खतरे में
  • तुरंत प्रभावी कार्यान्वयन योजना के आदेश
  • पानी दूषित होने से रोकने दायर है जनहित याचिका

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सुराबर्डी तालाब को प्रदूषण से बचाने की मांग करने वाली जनहित याचिका नागपुर खंडपीठ में प्रलंबित है। इस याचिका पर न्या. नितीन सांबरे और न्या. अभय मंत्री के समक्ष हुई सुनवाई में कोर्ट ने सुराबर्डी तालाब के दुरावस्था को लेकर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और पंचायत समिति के बीडीओ को नोटिस जारी करते हुए 18 सितंबर तक जवाब दायर करने के आदेश दिए है।

नागपुर खंडपीठ में नितिन शेंद्रे ने जनहित याचिका दायर की है। याचिका के अनुसार, अमरावती मार्ग और वाडी पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाली सुराबर्डी तालाब लगभग 75.39 हेक्टेयर में फैली हुई है। इस तालाब का पानी न केवल सुराबर्डी ग्राम पंचायत बल्कि नागपुर शहर के लिए पीने योग्य नहीं है। सुराबर्डी तालाब दुरावस्था स्थिति में है और यहाँ अतिक्रमण भी हो चुका है। सुराबर्डी ग्राम पंचायत ने बिना किसी मंजूरी तालाब के पास दो सीमेंट के चबूतरे का निर्माण कर दिया है। इन चबूतरे का उपयोग आराम के लिए किया जाता है। साथ ही इस तालाब के पास अंतिम संस्कार भी किया जाता है, जिसकी राख तालाब में बहाई जाती है। सुराबर्डी गाव की सीवरेज लाइन भी तालाब में छोड़ी गई है।

सार्वजनिक शौचालयों और मूत्रालयों के सेप्टिक टैंकों का अपशिष्ट भी जल इस तालाब में जाता है। तालाब के किनारे कई लोगों ने जानवरों के शेड भी बना रखे हैं। इन सभी मुद्दों के कारण सुराबर्डी तालाब अस्तित्व ही खतरे में है। इसलिए याचिका में अनुरोध किया गया है कि सुराबर्डी तालाब को प्रदूषण से बचाने के लिए तुरंत प्रभावी कार्यान्वयन योजना का आदेश दे। मामले पर हुई सुनवाई में जिला परिषद और पंचायत समिति के अधिकारियों को जवाब दायर करने के आदेश दिए। साथ ही कोर्ट ने अन्य प्रतिवादियों का जवाब दाखिल करने के लिए समय दिया है। याचिकाकर्ता की ओर से एड. एस. जी. मालोदे ने पैरवी की।

Created On :   22 Aug 2024 10:49 AM GMT

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