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लापरवाही: महाप्रसाद की जांच को लेकर एफडीए सुस्त, बिना अनुमति बंट रहा प्रसाद, जांच में भी ढिलाई
- शहर में जगह-जगह महाप्रसाद की होड़
- बिना अनुमति व जांचके खूब बंट रहा भोजन
- अन्न औषधि विभाग नहीं दे रहा ध्यान
डिजिटल डेस्क, नागपुर। महाप्रसाद खाने से विषबाधा का मामला हाल ही में कोराडी में सामने आया है। बावजूद इसके अन्न औषधि विभाग नींद से नहीं जागा है। इन दिनों शहर में जगह-जगह महाप्रसाद की होड़ लगी है, लेकिन इसमें कई ने अनुमति ही नहीं ली है। एफडीए भी इसके प्रति सुस्त है।
जांच में ढिलाई बरती जाने से महाप्रसाद के कारण लोग फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो सकते हैं। किसी भी तरह के खाद्य पदार्थ को लोगों तक पहुंचाने से पहले अन्न व औषधि विभाग से लाइसेंस लेना जरूरी है। इसी तरह शहर में महाप्रसाद बांटने से पहले भी इनकी अनुमति लेना अपेक्षित है, ताकि विभाग के अधिकारी स्पॉट पर आकर प्रसाद सही तरह से बन रहा है या नहीं आदि के बारे में जांच करे व इसे खाने वाले सुरक्षित रहे, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। इन दिनों शहर में आंबेडकर जयंती से लेकर रामनवमी तक व आने वाले समय में हनुमान जयंती के चलते महाप्रसाद का बड़े पैमाने पर वितरण किया जाता है।
लोग श्रद्धा भाव से खाते भी हैं, लेकिन कई बार किसी की जांच आदि नहीं होने से कई स्थानों पर साफ-सुथरे माहौल में इसे नहीं बनाया जाता है। परिणामस्वरूप इसके खाने से फूड प्वाइजनिंग जैसे मामले होते हैं। हाल ही में कोराडी मंदिर में महाप्रसाद खाने से कई लोगों को विषबाधा हुई थी। ऐसे में शहर में बंटने वाले महाप्रसाद केंद्रों के बारे में अन्न व औषधि विभाग के पास पंजीयन होना अपेक्षित है। नियमित जांच भी होनी चाहिए, लेकिन हर बार की तरह इस बार भी इस विभाग का सुस्त रवैया है। विभाग के पास महाप्रसाद को लेकर किसी तरह की न तो जानकारी है, न ही कोई कार्रवाई की जा रही है।
कई जगहों पर जांच : आंबेडकर जयंती पर कई जगहों पर जाकर जांच की है। इंदौरा आदि जगहों पर जांच की है। सही आंकड़ा अभी पास में नहीं है। कार्यालय खुलने के बाद दे सकेंगे।-अभय देशपांडे, सहायक आयुक्त, अन्न व औषधि विभाग नागपुर
Created On :   18 April 2024 10:11 AM GMT