सूत्र: नागपुर और आसपास के क्षेत्रों के 85 शिक्षकों ने सीखी वैदिक गणित की विधि

नागपुर और आसपास के क्षेत्रों के 85 शिक्षकों ने सीखी वैदिक गणित की विधि
  • विश्व रेखांकन संघ और शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास का आयोजन
  • जोड़, घटाना, गुणा, भाग आदि को वैदिक सूत्र से एक पंक्ति में हल करने की जानकारी दी
  • तीन दिवसीय कार्यशाला में गणितज्ञों ने किया मार्गदर्शन

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विश्व रेखांकन संघ और शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के सहयोग से आयोजित तीन दिवसीय वैदिक गणित कार्यशाला में नागपुर और आसपास के क्षेत्रों के 85 शिक्षकों ने भाग लिया। इस दौरान उनमें उत्साह देखा गया। विद्या भारती के विदर्भ और देवगिरी प्रांत के केंद्रीय मंत्री शैलेश जोशी ने भारती कृष्ण विद्या विहार क्षेत्र में इस कार्यशाला के उद्घाटन समारोह में भाग लिया। वैदिक गणित के संस्थापक शंकराचार्य भारती कृष्ण कुमार तीर्थ का भारती कृष्ण विद्या विहार पवित्र निवास स्थान है। समापन समारोह में विश्व पुनर्निर्माण संघ के अध्यक्ष काले और संयोजक श्रीकांत देशपांडे उपस्थित थे।

बच्चों को प्रारंभ से दी जाए शिक्षा : शैलेश जोशी ने कहा कि यदि विद्यार्थियों को भारतीय ज्ञान परंपरा में प्रारंभ से ही वैदिक गणित का ज्ञान मिले, तो विद्यार्थियों के मन में गणित के प्रति भय नहीं रहेगा। इस तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास नई दिल्ली के वैदिक गणित के राष्ट्रीय समन्वयक डॉ. श्रीराम चटाईवाले, शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास नागपुर केंद्र के अध्यक्ष, वैदिक गणितज्ञ डाॅ. सतीश मोहगांवकर एवं उपाध्यक्ष उमेश भोंसले, सचिव सुनील पाटणकर ने मार्गदर्शन किया। इसमें किसी भी बड़ी संख्या के जोड़, घटाना, गुणा, भाग आदि को वैदिक सूत्र से एक पंक्ति में हल करने की जानकारी दी गई है। उपस्थित शिक्षकों ने वैदिक गणित की इन सरल विधियों को सीखा और अपने विद्यालयों में विद्यार्थियों को सिखाने का आश्वान दिया। विश्व पुनर्निर्माण संघ और शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास द्वारा स्कूली छात्रों के लिए पांच खंडों में पाठ्यक्रम तैयार किया गया है और कक्षाएं हर रविवार को भारती कृष्ण विद्या विहार में आयोजित की जाएंगी।

वसंतराव नाईक कृषि पुरस्कार-2024 की घोषणा : मुंबई के वसंतराव नाईक कृषि अनुसंधान एवं ग्रामीण विकास फाउंडेशन ने कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रतिष्ठित व्यक्तियों को "वसंतराव नाईक कृषि पुरस्कार-2024' के लिए चुना है। इसमें नागपुर के कृषि महाविद्यालय के सेवानिवृत प्राध्यापक व महाराष्ट्र के रेशम संचलनालय के सेवानिवृत्त संचालक डॉ. लक्ष्मीकांत कलंत्री को वैज्ञानिक और साहित्यकार पुरस्कार एवं पारडी स्थित उन्नत किसान और फल उत्पादक भीमराव कडू को फलोत्पादन पुरस्कार की घोषणा की गई। दोनों महानुभावों का नागपुर के कृषि विकास प्रतिष्ठान और वनराई फाउंडेशन द्वारा शॉल, गुलदस्ता और विट्ठल-रखुमाई की मूर्ति देकर अभिनंदन किया गया।


Created On :   28 Jun 2024 2:57 PM IST

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