बदलाव: नई शिक्षा नीति के तहत रुचि वाले विषय पढ़ने के लिए मिलेंगे ज्यादा विकल्प

नई शिक्षा नीति के तहत रुचि वाले विषय पढ़ने के लिए मिलेंगे ज्यादा विकल्प
  • संगीत, कला से जुड़े महाविद्यालय की तैयार कर रहे माइनर पाठ्यक्रम
  • मौजूदा व्यवस्थाओं में कई तरह के बदलाव
  • विद्यार्थियों को ज्यादा आजादी मिलेगी

डिजिटल डेस्क, मुंबई. नई शिक्षा नीति मौजूदा व्यवस्थाओं में कई तरह के बदलाव लाने वाली है जिसे लेकर विद्यार्थियों के साथ शिक्षा संस्थान भी उत्साहित हैं। आगामी शैक्षणिक सत्र से राज्य के सभी उच्च शिक्षा संस्थानों में नई शिक्षा नीति लागू हो जाएगी जिसकी तैयारी शुरू हो चुकी है। अब विद्यार्थियों के पास अपने विषय चुनने के ज्यादा विकल्प होंगे इसलिए संगीत, कला आदि के क्षेत्रों से जुड़े उच्च शिक्षा संस्थान ऐसे कोर्स तैयार कर रहे हैं जिसे विज्ञान, प्रबंधन जैसे मेजर विषय चुनने वाले विद्यार्थी अपने माइनर के तौर पर पाठ्येतर विषय चुन सकें। एनएमआईएमएस स्कूल ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट के डीन डॉ. विकास भारद्वाज ने कहा कि यह अच्छी बात है कि विद्यार्थियों को ज्यादा आजादी मिलेगी।

फिलहाल हम संस्थान में इंडियन म्यूजिक और वेस्टर्न कंटेम्पररी म्यूजिक में बीए का कोर्स उपलब्ध करा रहे हैं और फिलहाल 125 विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं। लेकिन नई शिक्षा नीति के बाद अब विद्यार्थियों के पास माइनर विषय का विकल्प होगा। कई ऐसे विद्यार्थी होते हैं जो विज्ञान प्रबंधन आदि से जुड़े विषय को मुख्य रूप से अपने करियर के लिए चुनते हैं लेकिन अब अगर उनकी रुचि होगी तो वे साथ में संगीत या कला की भी पढ़ाई कर सकेंगे। ऐसे विद्यार्थियों के लिए हम माइनर कोर्स तैयार कर रहे हैं। इसके लिए दूसरे शिक्षा संस्थानों के साथ समझौता करने पर भी विचार किया जा रहा है। साथ ही संगीत को ही मेजर के तौर पर पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए ऐसा पाठ्यक्रम तैयार किया गया है जिससे उनके पास करियर बनाने का अच्छे विकल्प हों।

वहीं आदित्य इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज एंड रिसर्च की डीन मैनेजमेंट व डायरेक्टर डॉ सुनीता श्रीवास्तव ने कहा कि नई शिक्षा नीति जहां एक ओर उपलब्ध कोर्स में लचीलेपन को प्रोत्साहित करती है वहीं दूसरी ओर विद्यार्थियों को भी ज्यादा विकल्प देती है। अब विद्यार्थी प्रचलित विषयों से अलग डिजिटल मार्केटिंग, डिजाइन थिंकिंग, ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और फिनटेक जैसे नए युग के पाठ्यक्रम अपनाने को लेकर उत्साहित हैं। यह शिक्षा संस्थानों के लिए भी मौका है कि वे विद्यार्थियों को अच्छे विषय और पाठ्यक्रम उपलब्ध कराएं।


Created On :   18 March 2024 4:14 PM IST

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