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आरोप: नीट-यूजी परीक्षा परिणामों की हो सीबीआई जांच, गड़बड़ी का जताया जा रहा संदेह
- आईएमए ने लिखा एनटीए को पत्र
- पत्र में परीक्षा में हुई अनियमितताओं का उल्लेख
- अदालत का दरवाजा खटखटाने की चेतावनी
डिजिटल डेस्क, मुंबई । राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (अंडर ग्रॅज्युएट) (नीट-यूजी) परिणामों को लेकर गड़बड़ी का संदेह जताया जा रहा है। इसे देखते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के जूनियर डॉक्टर (आईएमए-जेडीएन) ने इस परीक्षा की सीबीआई जांच की मांग की है। इस आशय का पत्र एसोसिएशन ने नीट परीक्षा करानेवाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को भेजा है।
नीट-यूजी परीक्षा परिणामों में इस वर्ष गड़बड़ी होने के आरोप लग रहे हैं। हाल ही में मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश पाने के इच्छुक छात्रों और अभिभावकों ने राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री हसन मुश्रीफ से मुलाकात की थी। छात्रों और अभिभावकों के बाद अब आईएमए-जेडीएन ने भी इस परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए इसकी जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। आईएमए-जेडीएन के राष्ट्रीय समन्वयक डॉ. इंद्रनील देशमुख ने बताया कि जांच की मांग को लेकर एनटीए को पत्र भी लिखा गया हैं। पत्र में परीक्षा में हुई अनियमितताओं का उल्लेख भी किया गया है।
अदालत का दरवाजा खटखटाने पर विचार : महाराष्ट्र के चिकित्सा शिक्षा मंत्री हसन मुश्रीफ ने इस मुद्दे पर शुक्रवार को बात करते हुए कहा, "शायद नीट की परीक्षाएं पैसे लेकर आयोजित की गई थीं। इसके परिणाम ऐसे हैं कि महाराष्ट्र के किसी भी छात्र को राज्य के सरकारी या निजी कॉलेज में एमबीबीएस पाठ्यक्रम के लिए प्रवेश नहीं मिलेगा। इसमें महाराष्ट्र के छात्रों के साथ अन्याय हुआ है और इसे तुरंत रद्द किया जाना चाहिए। हम राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के समक्ष यह मुद्दा उठाएंगे। सरकार इस मुद्दे पर अदालत का दरवाजा खटखटाने पर भी विचार कर रही है।
अभिभावकों को सता रहा है डर : राजेश सावंत नामक एक अभिभावक ने बताया कि राज्य के कई छात्रों को बाहरी संस्थानों में दाखिला नहीं मिल पाएगा। उन्हें ऑल इंडिया कोटे की सीटें नहीं मिलेंगी। एक अभिभावक आसिफ जोगले ने बताया कि एनटीए ने कुछ विद्यार्थियों को ग्रेस मार्क्स के नाम पर 100 से 150 अंक दिए हैं। इससे कटऑफ बढ़ गई है।इससे दाखिला पाना मुश्किल हो जाएगा।
परीक्षा को लेकर यह खटक रहा
- नीट-यूजी ब्रोशर में ग्रेस मार्क्स देने का उल्लेख नहीं, इसके बाद भी 1500 से ज्यादा विद्यार्थियों को ग्रेस मार्क्स
- बिहार में परीक्षा पत्र लीक होने के बाद भी आयोजित की गई परीक्षा
- निगेटिव मार्किंग प्रणाली में इतनी बड़ी संख्या में विद्यार्थियों का 100 फीसदी अंक पाना संभव नहीं
- 100 फीसदी अंक पानेवाले 6 विद्यार्थी ऐसे थे जिनका सेंटर एक ही था
Created On :   8 Jun 2024 7:29 PM IST