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New Delhi News: आप-कांग्रेस की लड़ाई से चिंतित है इंडिया गठबंधन, शिवसेना उद्धव ने कहा - लड़ाई ठीक नहीं
- कांग्रेस के आक्रामक रूख ने बढ़ाई आप की चिंता
- आप ने 'इंडिया' के घटक दलों से लगाई गुहार
New Delhi News. अजीत पाठक। आम आदमी पार्टी (आप) के लिए इस बार का दिल्ली विधानसभा चुनाव कठिन होता नजर आ रहा है। पिछले दो विधानसभा चुनाव में जहां उसका मुकाबला सीधे भाजपा से था, वहीं इस चुनाव में उसको कांग्रेस से भी चुनौती मिल रही है। जिसकी वजह से आप की चिंता बढ़ गई है। आप के साथ-साथ इंडिया गठबंधन के घटक दल भी दिल्ली चुनाव में कांग्रेस-आप की लड़ाई को लेकर चिंतित हैं। शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत के मंगलवार को दिए एक बयान में इसकी झलक साफ नजर आ रही है। राउत ने कहा है कि दिल्ली में इंडिया गठबंधन के दोनों दलों (कांग्रेस-आप) की लड़ाई ठीक नहीं है। कांग्रेस और आप मिलकर दिल्ली में लोकसभा चुनाव लड़े थे, लेकिन विधानसभा में जो माहौल बना है उससे लगता है कि ये दोनों मिलकर भाजपा की मदद करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि हमारी (इंडिया गठबंधन) लड़ाई देश और दिल्ली में भाजपा से होनी चाहिए, आप और कांग्रेस से नहीं।
सूत्रों के मुताबिक, राउत का यह बयान यूं ही नही आया है। इसके पीछे आप की चिंता के साथ ही उसकी रणनीति भी छिपी हुई है। आप के एक राज्यसभा सांसद की पहल के बाद राउत ने दोनों दलों को मर्यादा में रहकर एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ने की सलाह दी है।
दरअसल, कांग्रेस ने दिल्ली चुनाव में जिस तरह से आप के खिलाफ आक्रामक रूख अख्तियार किया है, उससे आप की मुश्किल बढ़ गई है। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ मजबूत उम्मीदवार उतार कर कांग्रेस ने आप की परेशानी बढ़ा दी है। कांग्रेस ने नई दिल्ली सीट पर केजरीवाल के खिलाफ संदीप दीक्षित और कालका सीट पर आतिशी के खिलाफ महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा को उतारा है। इतना ही नहीं, कांग्रेस सीधे तौर पर अरविंद केजरीवाल पर हमला बोल रही है। कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अजय माकन ने तो अरविंद केजरीवाल को ‘देशद्रोही’ तक करार दिया है, लेकिन इसके बाद भी आप इस मुद्दे पर मौन है।
कांग्रेस के इस तेवर को देख कर आप की परेशानी बढ़ गई है। आप सूत्रों के अनुसार, अरविंद केजरीवाल ने इंडिया गठबंधन के घटक दलों से संपर्क साध कर अपनी चिंता जाहिर की है। आप चाहती है कि कांग्रेस उस पर हमलावर न होकर भाजपा को अपने निशाने पर रखे। राउत के बयान को इसी परिप्रेक्ष्य में देखा जा रहा है। उन्होंने केजरीवाल को लेकर माकन के बयान को गलत ठहराया है। साथ ही यह सलाह दी है कि दोनों दल (कांग्रेस-आप) एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ें, लेकिन मर्यादा का ख्याल रखें क्योंकि कभी-न-कभी उन्हें एक दूसरे के साथ आना है.
Created On :   7 Jan 2025 7:00 PM IST