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Mumbai News: बाबा सिद्दीकी हत्या मामले में हरियाणा- उत्तर प्रदेश तक जुड़ी जांच की कड़ी, बड़ा खुलासा जल्द
- एक ही बाईक पर आए थे तीनों हमलावर
- पटाखे की आवाज का फायदा उठा कर फायरिंग की
- तीन में दो आरोपी पकड़े गए, इनमें से एक शूटर यूपी और दूसरा हरियाणा का रहनेवाला
Mumbai News : पुलिस ने महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की जांच तेज कर दी है। पुलिस की जांच अलग अलग एंगल से जारी है। सुपारी लेकर हत्या, कारोबारी प्रतिद्वंद्विता या बस्ती की पुनर्वास परियोजना को लेकर मिली धमकी के एंगल भी जांच शामिल हैं। रविवार को जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता सिद्दीकी की उम्र 66 साल थी। उनका शव पोस्टमॉर्टम के लिए करीब छह बजे लीलावती अस्पताल से कूपर अस्पताल लाया गया। शनिवार रात को तीन हमलावरों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी। वारदात के बाद विपक्ष ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाया है। अगले महीने ही राज्य में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं।
इसके अलावा बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में मुंबई जांच को आगे बढ़ाते हुए मुंबई पुलिस ने हरियाणा और उत्तर प्रदेश पुलिस से भी संपर्क किया है। तीन में से दो आरोपी पकड़े गए, इनमें एक शूटर यूपी और दूसरा हरियाणा का रहनेवाला है।
बांद्रा इलाके में हमलावरों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। हमलावरों की पहचान के लिए पुलिस जांच कर रही है। हमलावरों की संख्या तीन थी। उनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। इससे पहले सिद्दीकी को धमकी भरे संदेश मिले थे, जिसके बाद सुरक्षा बढ़ाई गई थी।
बाबा की इफ्तार पार्टी में जुटता था बॉलीवुड
सिद्दीकी अभिनेता शाहरुख खान और सलमान खान के करीबी मित्रों में से थे। बाबा की इफ्तार पार्टी में फिल्म जगत की दिग्गज हस्तियों का जमावड़ा होता था। सिद्दीकी के कांग्रेस नेता तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत सुनील दत्त और उनके परिवार के सदस्यों के साथ भी करीबी रिश्ते थे।
शिल्पा शेट्टी भी सिद्दीकी की करीबी थीं, उनकी हत्या के बाद शिल्पा का एक वीडियो सामने आया, जिसमें वे रोती नजर आईं. इसके अलावा, इमरान हाशमी के साथ भी बाबा के अच्छे रिश्ते थे। इस साल की इफ्तार पार्टी में उन्होंने इमरान हाशमी के जन्मदिन पर केक कटवाया और उन्हें गले लगाकर बधाई दी थी.
बेटे के दफ्तर आए थे सिद्दीकी
सिद्दीकी शनिवार शाम बांद्रा (पूर्व) के खेरवाड़ी स्थित राम मंदिर परिसर में अपने विधायक बेटे जीशान के दफ्तर आए थे। रात 9.15 से 9.20 बजे वे ऑफिस से बाहर निकले थे। रात 9.30 बजे के आसपास अज्ञात हमलावरों ने उन पर 6 राउंड फायरिंग की। इनमें से चार गोली सिद्दीकी को लगी। एक गोली उनके सीने और दूसरी पेट में लगी थी। गंभीर हालत में उन्हें लीलावती अस्पताल पहुंचाया गया। लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। उनकी हत्या क्यों की गई, अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है।
घटना कैसे हुई?
-सिद्दीकी अपने बेटे के कार्यालय के पास पटाखे जला रहे थे। तभी उन्हें गोली मारी गई।
-तीनों हमलावरों ने रुमाल से चेहरा ढका था।
-सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची।
-अतिरिक्त पुलिस आयुक्त परमजीत सिंह दहिया ने बताया कि यह घटना रात करीब साढ़े नौ बजे हुई।
-बाबा सिद्दीकी के साथ एक शख्स के पैर में गोली लगी, उनका अस्पताल में उसका इलाज जारी है।
हमलावरों से पूछताछ की जा रही है। इनमें से एक यूपी जबकि दूसरा हरियाणा का शूटर है। इनमें से एक आरोपी की पहचान शिवा के रूप में हुई है। पुलिस तीसरे आरोपी की तलाश कर रही है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि यह वारदात किसी बड़े गिरोह ने अंजाम दी है। इस मामले की जांच मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच करेगी। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल टीम भी मुंबई आ सकती है। दिल्ली पुलिस को अंदेशा है कि इस वारदात में दिल्ली के शूटरों का हाथ हो सकता है। फायरिंग में इस्तेमाल 9.9 एमएम पिस्तौल पुलिस ने बरामद कर ली है। मुंबई क्राइम ब्रांच ने लारेंस बिश्नोई गैंग के एंगल से जांच शुरू कर दी है। क्योंकि लारेंस ने अब तक अभिनेता सलमान खान के करीबियों को निशाना बना है। पंद्रह दिन पहले भी सिद्दीकी को जान से मारने की धमकी मिली थी।
आघाडी सरकार में थे राज्य मंत्री
प्रदेश के पूर्व राज्य मंत्री बाबा सिद्दीकी 10 फरवरी, 2024 को कांग्रेस छोड़कर राकांपा (अजित) में शामिल हुए थे। राकांपा (अजित) के कार्याध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल के कहने पर सिद्दीकी ने पाला बदला था। राकांपा (अजित) आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी के मुस्लिम चेहरे के रूप में उन्हें आगे कर रही थी। सिद्दीकी लगभग 48 साल तक कांग्रेस में थे। कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में सिद्दीकी 2014 के विधानसभा चुनाव में बांद्रा (पश्चिम) सीट पर हार गए थे। लेकिन वह कांग्रेस के टिकट पर 1999, 2004 और 2009 के विधानसभा चुनाव में निर्वाचित हुए थे। वह 2000 में मुंबई के म्हाडा बोर्ड के चेयरमैन थे। वह कांग्रेस-राकांपा आघाडी सरकार में 2004 में राज्य मंत्री बने थे। इसके बाद सिद्दीकी 2008 तक खाद्य, नागरिक आपूर्ति, श्रम और एफडीए विभाग के राज्य मंत्री थे। उससे पहले सिद्दीकी मुंबई मनपा में कांग्रेस के नगरसेवक भी रह चुके थे।
एकनाथ शिंदे, मुख्यमंत्री के कहा कि बाबा सिद्दीकी पर जानलेवा हमले की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। पुलिस आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करेगी। इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाकर आरोपियों को सख्त सजा दी जाएगी।
शरद पवार, राकांपा (शरद) के अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था चिंताजनक है।
Created On :   13 Oct 2024 4:05 PM IST