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Mumbai News: कर्ज माफी के पैसों से बच्चों का विवाह करते हैं किसान - माणिकराव कोकाटे

- कृषि मंत्री ने कर्ज माफी पर दिया विवादित बयान
- विपक्ष सरकार पर हुआ हमलावर
- राजस्व मंत्री बावनकुले ने किसानों से मांगी माफी
Mumbai News प्रदेश के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे ने फसल कर्ज माफी को लेकर गैर जिम्मेदाराना बयान दिया है। कोकाटे ने कहा कि कर्ज माफी का पैसा मिलने के बाद किसान अपने बच्चों की सगाई और विवाह करते हैं। कोकाटे के बयान से विपक्ष उनके खिलाफ आक्रामक हो गया है। प्रदेश कांग्रेस ने कोकाटे को बर्खास्त करने की मांग की है। वहीं सत्तारूढ़ भाजपा भी नाराज हो गई है। शनिवार को प्रदेश के राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि आपदा में किसानों को नुकसान भरपाई देने की जिम्मेदारी सरकार की है।
कोकाटे को किसानों के जख्मों पर नमक नहीं छिड़कना चाहिए। मैं कोकाटे के बयान को लेकर किसानों से माफी मांगता हूं। जबकि राज्य के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने कहा कि इस बात का आभाष होना चाहिए कि हम सभी को किसानों के कारण ही दो वक्त का खाना मिल पाता है। दरअसल, बीते शुक्रवार देर शाम को कोकाटे नाशिक में अतिवृष्टि से हुए फसलों का हुए नुकसान का मुआयना करने के लिए खेतों में गए थे। इस दौरान किसानों ने कहा कि उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कर्ज माफी करने से इनकार कर दिया है। इस पर कोकाटे ने कहा कि किसान कर्ज माफी के इंतजार में 5 से 10 साल तक कर्ज नहीं भरते हैं। कर्ज माफी से मिलने वाले पैसों से किसान क्या करते हैं? अपने बच्चों की सगाई और विवाह ही करते हैं। किसान एक भी रुपए का निवेश खेती में करते हैं क्या? सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से खेती में निवेश के लिए पैसे देगी।
सरकार संवेदनहीन हो गई है - वडेड्टीवार
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विजय वडेड्टीवार ने कहा कि अतिवृष्टि से किसानों की फसलों का नुकसान हुआ है। सरकार को किसानों की मदद करनी चाहिए। लेकिन कोकाटे के बयान से लग रहा है कि सरकार संवेदनहीन हो गई है। जबकि शिवसेना (उद्धव) के सांसद संजय राऊत ने कहा कि कोकाटे कृषि क्षेत्र के कुणाल कामरा बन गए हैं। उपमुख्यमंत्री अजित पवार को कोकाटे के बयान पर लगाम लगानी चाहिए।
कर्ज माफी का पैसा बैंकों को मिलता है- रोहित पवार
राकांपा (शरद) के विधायक रोहित पवार ने कहा कि कोकाटे को यह पता होना चाहिए कि किसानों को कर्ज माफी का पैसा नहीं मिलता है बल्कि कर्ज माफी की राशि बैंकों में जमा होती है। कृषि मंत्री को किसानों को ब्रम्हज्ञान देने की जरूरत नहीं है।
कृषि मंत्री के बिगड़े बोल
24 फरवरी 2025- राज्य के मंत्रियों को अपना पीएस और ओएसडी भी नियुक्त करने का अधिकार नहीं है। सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कामकाज को लेकर मंत्रियों को धमकाया था।
14 फरवरी 2025 – भिखारी भी एक रुपए भीख में नहीं लेता है, सरकार ने तो किसानों को एक रुपए में बीमा दिया है।
21 जनवरी 2025- सरकार की हर योजना में दो-पांच प्रतिशत भ्रष्टाचार होता ही है।
Created On :   5 April 2025 7:14 PM IST