आरटीआई से हुआ खुलासा: फडणवीस सरकार की तुलना में ठाकरे सरकार में ज्यादा रोजगार और उद्योग पैदा हुए

फडणवीस सरकार की तुलना में ठाकरे सरकार में ज्यादा रोजगार और उद्योग पैदा हुए
  • फडणवीस सरकार की तुलना में ठाकरे सरकार में ज्यादा रोजगार बढ़ा
  • आदित्य और रोहित पवार ने साधा फडणवीस पर निशाना
  • भाजपा झूठ बोलने की आदत छोड़े- रोहित पवार

डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना (उद्धव) विधायक एवं पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने सूचना के अधिकार (आरटीआई) से मिली जानकारी को लेकर देवेंद्र फडणवीस सरकार के 60 महीनों के कार्यकाल और महाविकास आघाडी सरकार के 30 महीनों के कार्यकाल में रोजगार और लघु एवं सूक्ष्म उद्योगों की तुलना की थी। अब इसको लेकर सोशल मीडिया पर बहस जारी है। प्रदेश भाजपा के बाद इस बहस में अब राकांपा (शरद) विधायक रोहित पवार भी शामिल हो गए हैं। दरअसल आदित्य ठाकरे ने एक आरटीआई के हवाले से जानकारी दी थी कि फडणवीस सरकार के 5 सालों के कार्यकाल की तुलना में आघाडी सरकार के 30 महीनों उद्योगों में 35 फीसदी की वृद्धि हुई थी जबकि रोजगार के अवसर भी 42 फीसदी बढ़ गए थे।

पुणे के प्रफुल्ल सारदा को केंद्र के वाणिज्य एवं उद्योग विभाग से आरटीआई के जरिए जानकारी मिली थी कि पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में आघाडी सरकार के 30 महीने के कार्यकाल (नवंबर 2019 से जून 2022) के दौरान राज्य में 18,68,055 सूक्ष्म-लघु-मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) बने थे जबकि तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार के 5 साल के कार्यकाल (2014-19) में यह आंकड़ा 14,16,224 एमएसएमई का रहा। इसी तरह रोजगार के मामले में भी ठाकरे के 30 महीने के कार्यकाल में 88,47,905 नौकरियां दी गईं जबकि फडणवीस के 5 साल (60 महीने) के कार्यकाल में सिर्फ 62,36,878 नौकरी दी गईं। सारदा ने कहा कि एमएसएमई के मामले में ठाकरे सरकार फडणवीस की तुलना में 35 फीसदी आगे रही जबकि रोजगार के मामले में भी 42 फीसदी का अंतर रहा।

इन आंकड़ों से राज्य का नागरिक भ्रमित नहीं हो सकता- भाजपा

आदित्य ने ठाकरे और फडणवीस सरकार के इसी अंतर को जब अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया तो प्रदेश भाजपा ने आदित्य पर निशाना साधते हुए कहा कि आरटीआई में क्या पूछा जाता है, कितने करार पर हस्ताक्षर हुए और उनसे कितनी नौकरियां पैदा की गईं, इन आंकड़ों को पेश करके राज्य का समझदार नागरिक भ्रमित नहीं हो सकता। पोस्ट में लिखा गया है कि आप मुख्यमंत्री के रूप में फडणवीस के कार्यकाल का मुकाबला नहीं कर सकते। महाराष्ट्र के इतिहास में सबसे ज्यादा विदेशी निवेश फडणवीस के कार्यकाल में ही आया है। जब आपकी सरकार चली गई तो महाराष्ट्र फिर से नंबर वन हो गया है।

भाजपा झूठ बोलने की आदत छोड़े- रोहित पवार

भाजपा के जवाब पर पलटवार करते हुए रोहित पवार का कहना है कि केंद्र सरकार के वाणिज्य और उद्योग विभाग के आंकड़ों से साफ हो गया है कि आघाडी सरकार के कार्यकाल में विदेशी निवेश फडणवीस के 5 वर्षों की तुलना में ज्यादा आया। लिहाजा आघाडी सरकार और भाजपा सरकार में कोई मुकाबला नहीं हो सकता। रोहित पवार ने कहा कि भाजपा को झूठ बोलने की आदत को अब छोड़ देना चाहिए।

Created On :   19 Sept 2023 7:35 PM IST

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