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पिता की नजर हटी और बच्ची हो गई लापता
- नजर हटी और बच्ची हो गई लापता
डिजिटल डेस्क, नागपुर। ट्रेन की टिकट निकालने में व्यस्त एक व्यक्ति की दो साल की मासूम बच्ची को एक आरोपी लेकर फरार हो गया। सीसीटीवी फुटेज की मदद से नागपुर रेलवे स्टेशन पर आरोपी को बच्ची के साथ पकड़ लिया गया। कार्रवाई में नागपुर जीआरपी की पीआई मनिषा काशिद व इतवारी जीआरपी के एपीआई पंजाबराव डोले का महत्वपूर्ण भूमिका रही।
मोबाइल में गेम दिखाकर फुसलाया
राजू दिलीप छत्रपाल (34) निवासी दही बाजार, नागपुर निवासी शनिवार की सुबह 10 बजे अपनी दो साल की मासूम बच्ची के साथ इतवारी रेलवे स्टेशन पर पहुंचा था। उसे पश्चिम बंगाल जाना था। वह आरक्षण काउंटर के सामने टिकट निकालने के लिए खड़ा हुआ। कतार लंबी थी, इसलिए उसने बच्ची को पास ही में टेबल पर बैठा दिया। मौके की तलाश में बैठा आरोपी श्याम कुमार धुरव पुनीतराम निवासी छत्तीसगढ़ बच्ची के पास जाकर बैठ गया। मोबाइल में गेम दिखाकर बहलाना शुरू किया। बाद में बच्ची को लेकर आरक्षण केन्द्र के बाहर निकल गया। जब तक पिता की नजर जाती, आरोपी बच्ची को नौ दो ग्यारह हो गया था। अपहरण की भनक लगते ही पिता ने शोर मचाना शुरू कर दिया। मामला इतवारी रेलवे पुलिस थाने तक पहुंची। उन्होंने शहर पुलिस को इसकी जानकारी दी। बच्ची की तलाश शुरू की गई। सीसीटीवी फुटेज में आरोपी बच्ची को लेकर एक ऑटो में बैठते दिखाई दिया। जीआरपी ने दो टीम बनाई। एक टीम दक्षिण व एक टीम उत्तर द्वार की ओर गई। उत्तर द्वार पर पूछताछ के दौरान राजू नामक ऑटो चालक ने बताया कि उसने अभी आरोपी को नागपुर स्टेशन के पूर्वी द्वार पर छोड़ा है। तुरंत नागपुर जीआरपी को इसकी जानकारी दी गई। इतवारी पुलिस से धम्मपल गवई व टिकल मुंडे नागपुर स्टेशन पर पहुंचे। प्लेटफार्म नंबर-1 पर उन्होंने बच्ची को एक महिला के पास देखा। आरोपी लघुशंका करने के पहले उसे एक महिला यात्री के पास छोड़ गया था। पुलिस ने आरोपी को धर-दबोचा। उसे इतवारी थाना लाकर मामला दर्ज किया। बच्ची को देख पिता व माता की आंखें भर आईं।
आरोपी ने खिलाया समोसा : बताया गया कि ऑटो से आरोपी संतरा मार्केट की ओर उतरा। बच्ची रोए नहीं, इसलिए समोसा लेकर दिया और खुद सिगरेट पी। इसके बाद वह बच्ची को लेकर पूर्वी द्वार से ही प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंचा। सीसीटीवी में देख उसे यहां से पकड़ा गया।
पूरे अपहरण के मामले में अहम रोल ऑटो चालक राजू का रहा था, क्योंकि राजू ने ही उन्हें नागपुर स्टेशन के पूर्वी द्वार पर छोड़ा था। यहां छोड़ने के बाद वह वापस इतवारी स्टेशन के उत्तर द्वार पर आया था। वहां पुलिस पूछताछ कर रही थी, तब उसने सीसीटीवी फुटेज की फोटो देख खुद सामने आया और बताया कि मैंने ही बच्ची व आरोपी को नागपुर स्टेशन पर छोड़ा था। इसके बाद पुलिस को केवल 2 घंटे में सफलता मिल सकी। इस बात के लिए शहर पुलिस के साथ जीआरपी ने ऑटो चालक राजू को नकद राशि देकर सम्मानित किया।
Created On :   18 Jun 2023 11:40 AM GMT