प्रशिक्षण कार्यक्रम: दिव्यांग कल्याण विभाग के अधिकारी सीख रहे सांकेतिक भाषा, समस्याओं के निदान में होगी आसानी

दिव्यांग कल्याण विभाग के अधिकारी सीख रहे सांकेतिक भाषा, समस्याओं के निदान में होगी आसानी
  • दिव्यांग कल्याण मंत्रालय की पहल
  • अली यावर जंग राष्ट्रीय वाक् श्रवण संस्थान के द्वारा चल रहा प्रशिक्षण

डिजिटल डेस्क, मुंबई, अमित कुमार। प्रदेश सरकार के दिव्यांग कल्याण विभाग के अधिकारी और कर्मचारी अब भारतीय सांकेतिक भाषा (साइन लैंग्वेज) सीखे रहे हैं। बांद्रा पश्चिम में स्थित अली यावर जंग राष्ट्रीय वाक् एवं श्रवण दिव्यांगजन संस्थान के प्रशिक्षक कर्मियों को यह प्रशिक्षण दे रहे हैं। इससे दिव्यांग कल्याण विभाग के अफसर कार्यालय में आने वाले दिव्यांगजनों से सांकेतिक भाषा में संवाद कर सकेंगे। दिव्यांगों को भी अपनी समस्याओं को अधिकारियों को समझाने में आसानी हो सकेगी।

समस्याएं समझने में होगी आसानी

दिव्यांग कल्याण विभाग के एक अधिकारी ने ‘दैनिक भास्कर’ से बातचीत में यह जानकारी दी। अधिकारी ने कहा कि राज्य में दिव्यांगों के लिए बीते दिसंबर से स्वतंत्र रूप से विभाग स्थापित किया गया है। इससे दिव्यांग विभिन्न समस्याओं को लेकर सीधे विभाग के कार्यालय में आते हैं। फिलहाल कोई मूक बधिर व्यक्ति कार्यालय में आता है तो अधिकारी उन्हें अपनी समस्याओं को कागज पर लिखने के लिए कहते हैं। फिर उसका जवाब अधिकारी कागज पर ही लिखकर देते हैं। कई बार कार्यालय में आने वाले मूक बधिर दिव्यांगों की बात समझने में मुश्किलें आती हैं। इसके मद्देनजर दिव्यांग कल्याण विभाग के सचिव अभय महाजन चाहते हैं कि विभाग के सभी कर्मचारी बुनियादी सांकेतिक भाषा सीखें। जिससे विभाग के कार्यालय में आने वाले दिव्यांगों की समस्याओं को अच्छी तरह से समझा जा सके।

दिव्यांग व्यक्ति अधिकार अधिनियम के अंतर्गत कदम

दिव्यांग व्यक्ति अधिकार अधिनियम 2016 में सरकारी कार्यालय में दिव्यांगों के अनुकूल वातावरण तैयार करने का प्रावधान भी है। इसलिए दिव्यांग कल्याण विभाग ने गत 1 अगस्त को अली यावर जंग राष्ट्रीय वाक् एवं श्रवण दिव्यांगजन संस्थान को प्रशिक्षण देने के लिए एक पत्र लिखा था। यह संस्थान केंद्र सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के अधीन कार्यरत हैं। पत्र में मूक बधिर के लिए निश्चित सांकेतिक भाषा समझाने के लिए 8 से 10 घंटे का कोर्स तैयार करने का आग्रह किया गया था। जिसके बाद संस्थान ने दिव्यांग कल्याण विभाग के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को प्रशिक्षण देने के लिए मंजूरी दी है।

सात घंटे का प्रशिक्षण कार्यक्रम

अली यावर जंग राष्ट्रीय वाक् एवं श्रवण दिव्यांगजन संस्थान ने दिव्यांग कल्याण विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को सांकेतिक भाषा के सात घंटे के प्रशिक्षण के लिए दो प्रशिक्षकों की नियुक्ति की है। इससे ये प्रशिक्षक विभाग के नरिमन पॉइंट में मित्तल टॉवर के ए विंग में स्थित कार्यालय में शाम को एक घंटे का प्रशिक्षण देते हैं। प्रशिक्षक वर्णमाला, सप्ताह के दिन, महीने, समय, कलर की पहचान सहित अन्य विषयों को सिखा रहे हैं। अधिकारी ने कहा कि अभी केवल विभाग के कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। लेकिन आगे चलकर जिला स्तर पर भी प्रशिक्षण देने के बारे में विचार किया जा सकता है। अधिकारी ने कहा कि कोई भी भाषा अभ्यास करने से ही सीखी जा सकती है। ऐसा नहीं है कि हम लोग प्रशिक्षण के बाद पूरी सांकेतिक भाषा को सीख जाएंगे लेकिन कार्यालय में आने वाले दिव्यांग व्यक्ति की बात को आसानी से समझ सकते हैं।

Created On :   25 Sept 2023 4:00 AM IST

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