विरासत का हश्र!: 50 के दशक में जुहू बीच के पास बंगला बनवाने वाले पहले स्टार थे देव साहब

50 के दशक में जुहू बीच के पास बंगला बनवाने वाले पहले स्टार थे देव साहब
  • देव आनंद ने बहुत मन से बनवाया था आयरिश पार्क
  • 100वीं सालगिरह से एक सप्ताह पहले बिक गया बंगला

डिजिटल डेस्क, मुंबई, प्रदीप चंद्र। राज कपूर और दिलीप कुमार के बाद अब देव आनंद का घर भी बिक गया है। उनकी 100वीं सालगिरह से एक सप्ताह पहले उनके परिवार ने उनका आशियाना आयरिश पार्क बेच दिया। कहा जा रहा है कि यह सौदा लगभग 400 करोड़ रुपए में हुआ है। देव आनंद ने जुहू बीच से कुछ ही दूरी पर सुनसान इलाके में 50 के दशक में अपना बांग्ला आयरिश पार्क बनवाया था। इस इलाके में घर बनाने वाले वह पहले एक्टर थे। इस ऐतिहासिक बंगले की कितनी ही कहानियां हैं।

‘गाइड’ को लेकर चर्चा

जब वितरकों को ‘गाइड’ फिल्म दिखाई गई और रिस्पांस नेगेटिव रहा, तो बी आर चोपड़ा ने कहा कि छोटे भाई ने बड़े भाई को डुबो दिया। देव आनंद तब गोल्डी, यश जौहर और अमरजीत के साथ इसी बंगले में देर रात तक अगेले कदम के बारे में चर्चा करते रहे।

पर्ल बक के लिए पार्टी

जब नोबेल पुरस्कार विजेता पर्ल बक को बॉम्बे आमंत्रित किया, तो उन्हें सन एंड सैंड होटल में ठहराया गया था। देव साहब ने उनके लिए इसी घर में एक शानदार पार्टी रखी थी। हालांकि ज्यादातर पार्टियां वह बाहर ही रखते थे।

गार्डन में तस्वीर

मैंने देव साहब से कई बार कहा कि मुझे आपके घर पर परिवार के साथ तस्वीर लेनी है। वे हमेशा ‘श्योर, श्योर’ कहते रहे, पर यह हुआ नहीं। एक बार घर बुलाया, लेकिन तस्वीर अकेले ही खिंचवाई गार्डन में।

इस तरह होते थे तैयार

उनके एक करीबी साथी ने एक बार कहा था कि देव साब अपने कमरे में जब तैयार होने आते, तो कई शर्ट-पैंट, टाई और स्कार्फ बेड पर लगाकर तय करते कि आज क्या पहना जाए। उनके छोटे भाई गोल्डी ने एक बार कहा था कि देव आनंद को उनके घर में भी कोई कभी कैजुअल कपडे में नहीं देख सकता। वह अपने भाई के सामने भी एकदम स्टार देव आनंद की तरह तैयार होकर ही आते थे।

हर कमरे में तस्वीरें और पेंटिंग

देव आनंद को अपने क्लोजअप फोटो का बहुत शौक था। विजय आनंद ने बताया था कि घर में देव आनंद ने दीवारों पर बहुत सारे पोस्टर लगा रखे थे। हर कमरे में बड़ी तस्वीरें और पेंटिंग थीं। एक पेंटिंग हुसैन साहब की भी गिफ्ट की हुई थी। देव आनंद की एक कुर्सी भी एक आर्टिस्ट ने डिज़ाइन करके दी थी, जिस पर ‘गाइड’ फिल्म की पेंटिंग थी।

शेवरलेट खड़ी रहती थी

देव आनंद के करीबी मित्र मोहन चूड़ीवाला ने बताया कि 2003 से मैं देव साहब के साथ काफी वक्त रहता था। उनके घर के नीचे हमेशा उनकी शेवरलेट खड़ी रहती थी। ग्राउंड फ्लोर पर बार और किचन था। फर्स्ट फ्लोर पर एक बड़ा हॉल और दोनों तरफ दो-दो कमरे। उन्होंने शायद शार्ली मैकलेंस की भारत यात्रा पर एक बड़ी पार्टी का आयोजन इसी घर में किया था। इस पार्टी की नेपाल के राजा और एस डी बर्मन के साथ उनकी तस्वीर है।

विरासत का ये हश्र!

- राज कपूर ने आरके स्टूडियो इतनी मेहनत और प्यार से बनवाया था, लेकिन उनके बेटों ने उसे बेचने में देरी नहीं की। स्टूडियो के बाद उनके घर को भी कृष्णा कपूर के जाते ही गोदरेज को सौंप दिया गया।

- दिलीप कुमार के बंगले पर भी लग्जरी आवासीय प्राोजेक्ट आ रहा है। हालांकि इसके ग्राउंड फ्लोर पर दिलीप कुमार का म्यूजियम बनाया जाएगा, जिसका प्रवेश अलग होगा।

- पेंटर मकबूल फ़िदा हुसेन को म्यूजियम का बहुत शौक था। उन्होंने हैदराबाद में सिनेमा घर और फरीदाबाद में हुसेन की सराय बहुत खर्च कर मन से बनवाया, लेकिन उनके जाते ही सब पर ताला लग गया।

- राजेश खन्ना के बंगले आशीर्वाद में म्यूजियम बनाने की बात चल रही थी, लेकिन उनके गुजरने पर उसे बिल्डर को बेच दिया गया।

- इन बंगलों के कई सामान मैंने चोर बाजार में या उस इलाके के रद्दीवाले के पास बिकते देखे हैं। क्या आयरिश देव साहब के किताबों और अन्य चीजों के संग्रह का भी यही हश्र होगा?




Created On :   21 Sept 2023 4:45 AM IST

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