Mumbai News: बदलापुर कथित पुलिस मुठभेड़ में अक्षय शिंदे की हत्या को लेकर सीआईडी की जांच पर सवाल

बदलापुर कथित पुलिस मुठभेड़ में अक्षय शिंदे की हत्या को लेकर सीआईडी की जांच पर सवाल
  • सीआईडी को एक सप्ताह में मजिस्ट्रेट को मेडिकल रिपोर्ट समेत सभी दस्तावेज सौंपने का निर्देश
  • 20 जनवरी 2025 को मामले की अगली सुनवाई
  • बदलापुर स्कूल में बच्चियों के यौन उत्पीड़न का मामला

Mumbai News : बॉम्बे हाई कोर्ट ने बदलापुर स्कूल यौन उत्पीड़न मामले के आरोपी अक्षय शिंदे की कथित पुलिस मुठभेड़ में हत्या की राज्य अपराध जांच विभाग (सीआईडी) के जांच को लेकर सवाल उठाए। अदालत ने कहा कि हर जांच में निष्पक्षता होनी चाहिए। यहां तक कि आरोपी और उसके परिवार के भी अधिकार हैं। सभी दस्तावेज और जानकारी मजिस्ट्रेट को एक सप्ताह में सौंप दी जाए। 20 जनवरी 2025 को मामले की अगली सुनवाई पर मजिस्ट्रेट को अदालत में रिपोर्ट सौंपनी होगी।

न्यायमूर्ति रेवती मोहिते डेरे और न्यायमूर्ति पृथ्वीराज चव्हाण की पीठ ने सोमवार को कहा कि वर्तमान मामले में सीआईडी का आचरण संदेह और गलत अनुमान पैदा करता है। ऐसा लगता है कि वह (सीआईडी) गोलीबारी की जांच कर रहे मजिस्ट्रेट को महत्वपूर्ण दस्तावेज और सभी जानकारी नहीं सौंपना चाहती है। सीआईडी इसे इतने हल्के में कैसे ले सकती है? यह हिरासत में मौत का मामला है। आपसे (सीआईडी) क्या उम्मीद की गई थी, अब आपसे क्या उम्मीद की जाए? सीआईडी का पूरा आचरण जांच पर संदेह पैदा करता है। आप ने अपने आचरण के कारण ही खुद पर संदेह और शंका पैदा करा रहे हैं। आप कौन सी जांच कर रहे हैं? आप ने मामले से संबंधित मेडिकल पेपर क्यों नहीं लिए।

पीठ ने कहा कि सीआईडी सही तरीके से जानकारी क्यों नहीं जुटा पा रही है और हमें इसकी जांच करने के लिए क्यों मजबूर किया जा रहा है? अब हमारे धैर्य की परीक्षा मत लीजिए। क्या आप जानबूझकर मजिस्ट्रेट से जानकारी छिपाने की कोशिश कर रहे हैं? हम यही निष्कर्ष निकाल रहे हैं। सीआईडी की क्षमता के कारण ही मामले की जांच सीआईडी को हस्तांतरित किए जाते हैं। पीठ ने कहा कि उसका प्रयास यह सुनिश्चित करना है कि सभी दस्तावेज एकत्र किए जाएं और उचित जांच के लिए मजिस्ट्रेट को सौंपे जाएं और रिपोर्ट पेश की जाए। मामले की उचित जांच करें और सभी बयान मजिस्ट्रेट को उचित तरीके से सौंपे जाएं, तभी मजिस्ट्रेट उचित रिपोर्ट तैयार कर सकते हैं।

क्या है पूरा मामला

आरोपी अक्षय शिंदे 24 सितंबर को पुलिस की कथित मुठभेड़ में मारा गया। वैन में बैठे एक पुलिसकर्मी से जबरन पिस्तौल छीन ली थी, जब उसे नवी मुंबई के तलोजा जेल से दूसरे मामले में पूछताछ के लिए ठाणे ले जाया जा रहा था। शिंदे ने पुलिसकर्मी की पिस्तौल छीन कर वैन के अंदर तीन राउंड गोली चलाई, जिसमें से एक गोली एक पुलिस अधिकारी को लगी और वह घायल हो गया। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में शिंदे मारा गया। अक्षय शिंदे के पिता अन्ना शिंदे ने हाईकोर्ट में एक याचिका दायर कर दावा किया है कि उनके बेटे की हत्या फर्जी मुठभेड़ में की गई है।

Created On :   2 Dec 2024 10:10 PM IST

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