जबलपुर: प्रदेश में होर्डिंग लगाना प्रतिबंधित फिर भी रेलवे, कैन्ट बोर्ड और अन्य एजेन्सियाँ टाँग रहीं खतरनाक होर्डिंग्स

प्रदेश में होर्डिंग लगाना प्रतिबंधित फिर भी रेलवे, कैन्ट बोर्ड और अन्य एजेन्सियाँ टाँग रहीं खतरनाक होर्डिंग्स
  • रियलिटी:मुंबई में होर्डिंग के लिए बीएमसी से अनुमति लेना अनिवार्य, यहाँ काेई नहीं ले रहा ननि से परमिशन
  • रेलवे स्टेशन के चारों तरफ प्राइम लोकेशन पर खतरनाक होर्डिंग्स लगाए गए हैं।
  • आँधी-तूफान आने पर सड़क पर चलने वालों को सबसे पहले होर्डिंग्स के पास से हटाया जाता है।

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। प्रदेश में मप्र आउटडोर मीडिया विज्ञापन नियम 2017 में सुरक्षा की दृष्टि से होर्डिंग लगाना प्रतिबंधित कर दिया गया है, विज्ञापन के लिए अब केवल यूनिपोल लगाए जा सकते हैं।

इसके बाद भी रेलवे, कैन्ट बोर्ड, सुरक्षा संस्थान और अन्य एजेन्सियाँ खुलेआम खतरनाक होर्डिंग्स लगा रही हैं, जो कभी भी तबाही का कारण बन सकते हैं। वहीं दूसरी तरफ मुंबई में 16 लोगों की मौत के बाद अब रेलवे, बीपीटी, एमएमआरडीए एवं म्हाडा के क्षेत्रों में भी होर्डिंग्स लगाने के लिए बीएमसी से अनुमति लेना अनिवार्य कर दिया गया है।

हैरान करने वाली बात यह है कि शहर में नगर निगम से होर्डिंग लगाने की अनुमति भी नहीं ली जा रही है। क्षेत्राधिकार के बहाने नियमों का खुला उल्लंघन किया जा रहा है। नागरिक सुरक्षा से जुड़े इस मामले में शहर के जिम्मेदार अधिकारी मौन साधकर बैठे हुए हैं। लोगों का कहना है कि सड़क पर झूलते खतरनाक होर्डिंग्स को हटाया जाना चाहिए।

जानकारों ने बताया कि नियमों का उल्लंघन करते हुए रेलवे स्टेशन के चारों तरफ प्राइम लोकेशन पर खतरनाक होर्डिंग्स लगाए गए हैं। इनको इस तरह से लगाया गया है कि होर्डिंग्स तो रेलवे की सीमा में हैं, लेकिन ये नगर निगम की सड़क पर झुके हुए हैं।

आँधी-तूफान में होर्डिंग्स सीधे सड़क के ऊपर गिरेंगे। शहर में रेलवे स्टेडियम, तीसरा पुल, प्लेटफाॅर्म नंबर एक, अँधेरा पुल के ऊपर, प्लेटफाॅर्म नंबर-6, एल्गिन अस्पताल के सामने और मालगोदाम चौक पर खतरनाक होर्डिंग्स लगाए गए हैं।

मामूली आँधी-तूफान में ये कभी भी गिर सकते हैं, इससे बड़े पैमाने पर जनहानि हो सकती है। जानकारों का कहना है कि रेलवे के अधिकारी कहते हैं कि उनके क्षेत्र में मप्र शासन के नियम लागू नहीं होते, जबकि जनसुरक्षा के लिए बनने वाले नियम सभी जगह लागू होते हैं।

कैन्ट क्षेत्र में हो चुकी हैं घटनाएँ

कैन्ट क्षेत्र में पेन्टीनाका से लेकर विरमानी पेट्रोल पंप तक बड़ी संख्या में खतरनाक होर्डिंग्स लगाए गए हैं। पेन्टीनाका के समीप मुख्य मार्ग और गैरिसन ग्राउंड के किनारे बड़ी संख्या में होर्डिंग्स लगाए गए हैं, जो मामूली आँधी-तूफान में काँपने लगते हैं। कई बार ये वाहनों के ऊपर भी गिर चुके हैं।

लोगों का कहना है कि आँधी-तूफान आने पर सड़क पर चलने वालों को सबसे पहले होर्डिंग्स के पास से हटाया जाता है। इसके बाद भी खतरनाक होर्डिंग्स नहीं हटाए जा रहे। कैन्ट बोर्ड के अधिकारी क्षेत्राधिकार का बहाना बनाकर मप्र आउटडोर मीडिया विज्ञापन नियम का पालन नहीं कर रहे हैं।

जानकारों का कहना है कि सुरक्षा की दृष्टि से जब होर्डिंग्स लगाना प्रतिबंधित कर दिया गया है तो कैन्ट बोर्ड को भी नियमों का पालन करना चाहिए।

रेलवे और कैन्ट बोर्ड में 100 से अधिक होर्डिंग्स लगे हुए हैं, लेकिन किसी के पास भी स्ट्रक्चरल स्टेबिलिटी सर्टिफिकेट नहीं है। चौंकाने वाली बात यह है कि लगातार हो रहे हादसों के बाद भी रेलवे और कैन्ट बोर्ड ने होर्डिंग्स लगाने वालों से कभी भी स्ट्रक्चरल स्टेबिलिटी सर्टिफिकेट नहीं माँगा। यहाँ पर नागरिक सुरक्षा और नियमों को ताक पर रखकर होर्डिंग्स लगाने की अनुमति दी जा रही है।

Created On :   18 May 2024 3:08 PM IST

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