परेशानी: कन्वेंशनल सिस्टम के भरोसे मरीज, रोजाना होते हैं 400 से 500 एक्स-रे

परेशानी: कन्वेंशनल सिस्टम के भरोसे मरीज, रोजाना होते हैं 400 से 500 एक्स-रे
मेडिकल में फिर बंद हुई डिजिटल एक्स-रे मशीन

डिजिटल डेस्क,जबलपुर।

नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में डिजिटल एक्स-रे मशीन में फिर खराबी आ गई है। बीते 4-5 दिन से मशीन बंद है। डिजिटल एक्स-रे न होने से मरीज और उनके परिजन परेशान हैं। रेडियोलॉजी विभाग में फिलहाल सीआर और कन्वेंशनल सिस्टम से एक्स-रे हो रहे हैं, लेकिन जानकारों के मुताबिक पुराने तरीके में जहाँ समय ज्यादा लगता है, वहीं एक्यूरेसी को लेकर भी प्रश्न उठते हैं। डिजिटल एक्स-रे न होने के कारण मरीजों को मजबूरन पैसे खर्च कर बाहर से एक्स-रे कराना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार यह मशीन करीब 7 साल पुरानी है। बताया जा रहा है कि मशीन के एक पार्ट में खराबी आ गई है, जिससे प्रिंटिंग सही नहीं आ रही। बता दें कि संभाग के विभिन्न जिलों से रोजाना सैकड़ों की संख्या में मरीज यहाँ इलाज के लिए पहुँचते हैं। इनमें से दुर्घटना में घायल मरीजों के अलावा कई अन्य मरीजों को भी एक्स-रे की जरूरत होती है। डिजिटल एक्स-रे में गड़बड़ी आने के बाद से मरीजों को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है। जानकारी के अनुसार मेडिकल कॉलेज में एक्स-रे मशीन समेत अन्य उपकरणों के मेंटेनेंस का जिम्मा एक निजी ठेका कंपनी के पास है। आम दिनों में यहाँ पर रोजाना 400 से 500 एक्स-रे किए जाते हैं। रेडियोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. संजय पांडेय ने बताया कि प्रिंटिंग ठीक न होने कारण मशीन फिलहाल बंद है, लेकिन आज या कल में सुधार कर लिया जाएगा।

Created On :   4 July 2023 3:56 PM IST

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