जबलपुर: जिला अस्पताल में एमआरआई मशीन लगाने की योजना खटाई में

जिला अस्पताल में एमआरआई मशीन लगाने की योजना खटाई में
  • जबलपुर समेत प्रदेश के 5 जिला अस्पतालों में पीपीपी मोड पर लगाई जानी थी एमआरआई मशीन
  • 1 माह पहले हुआ था निरीक्षण
  • नए भवन के निर्माण के चलते सीटी स्कैन सेंटर को भी नई ओपीडी बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया गया है।

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। जिला अस्पताल में एमआरआई मशीन लगाने की योजना खटाई में पड़ गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एमआरआई मशीन के लिए जिस कंपनी को ठेका दिया गया था, उसने हाथ पीछे खींच लिए हैं।

दरअसल शासन द्वारा पीपीपी मोड पर प्रदेश के पाँच जिला अस्पतालों में एमआरआई मशीन लगाने के लिए एक निजी कंपनी को ठेका दिया गया था, इसमें जबलपुर समेत इंदौर, भोपाल, रीवा और ग्वालियर के जिला अस्पताल शामिल थे।

जिला अस्पताल से जुड़े सूत्रों की मानें तो सभी जगह पर एमआरआई मशीन लगाने के प्रोजेक्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है, हालांकि इसके पीछे की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। बता दें कि विक्टोरिया अस्पताल में तकरीबन 1 माह पहले आई टीम ने एमआरआई मशीन के लिए जगह का निरीक्षण किया था, तब सीटी स्कैन सेंटर से जुड़ी हुई करीब 1500 स्क्वेयर फीट जगह टीम को दिखाई गई थी। उस वक्त जगह लगभग तय थी।

निरीक्षण के बाद टीम लौट गई और फिर कोई जवाब नहीं आया। इस मामले में जब सिविल सर्जन डॉ. मनीष कुमार मिश्रा से बात की गई तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।

यह थी प्रबंधन की योजना

जिला अस्पताल प्रबंधन की योजना थी कि अस्पताल परिसर में ही मरीजों को अत्याधुनिक जाँच सुविधाएँ मिल सकें और मरीजों को मेडिकल कॉलेज अस्पताल पर निर्भर न होना पड़े। नए ओपीडी भवन में सीटी स्कैन मशीन के साथ ही एमआरआई मशीन लगे और साथ में पैथोलॉजी जाँच भी उसी जगह पर हो, प्रबंधन ने ऐसी योजना बनाई थी। इससे मरीजों को एक ही जगह पर तीन जाँच सुविधाएँ मिलतीं और भटकना नहीं पड़ता।

सीटी स्कैन नई जगह पर शिफ्ट

मरीजों के लिए एमआरआई और एंजियोग्राफी जैसी अत्याधुनिक जाँच सुविधा मुहैया होने की संभावनाएँ फिलहाल समाप्त होने के बाद, जिला अस्पताल में सीटी स्कैन जैसी जाँच ही उपलब्ध है।

नए भवन के निर्माण के चलते सीटी स्कैन सेंटर को भी नई ओपीडी बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया गया है। शिफ्टिंग के चलते तकरीबन 7 दिन सीटी स्कैन बंद रहा और शिफ्टिंग होते ही नए स्थान पर मरीजों को यह सुविधा फिर से मिलने लगी है।

Created On :   14 May 2024 8:38 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story