Jabalpur News: जबलपुर-भोपाल रोड के जंगली हिस्से में अब भी बाकी है कसर

जबलपुर-भोपाल रोड के जंगली हिस्से में अब भी बाकी है कसर
  • केवल 2 से 3 किलोमीटर के चक्कर में आधा घंटा खराब हो जाता है लोगों का
  • एनएचएआई का दावा कि अब मार्च तक बनकर तैयार होगा बचा हिस्सा
  • किसी न किसी तरह की बाधा के रूप में बीते ढाई साल से यह हिस्सा पूरा नहीं बन पा रहा है।

Jabalpur News: जबलपुर से भोपाल तक नेशनल हाईवे-45 में 2 से 3 किलाेमीटर के एरिया में सड़क अब भी लोगों की परीक्षा ले रही है। हिरन नदी से आगे अंधमूक चौराहे से 60 किलोमीटर की दूरी पर राजमार्ग नौरादेही के जंगल में पहाड़ी हिस्से में सड़क अब तक पूरी तरह से फोरलेन नहीं हो सकी है। यहाँ पर बीते दो साल से पहाड़ की कटिंग चल रही है।

किसी न किसी तरह की बाधा के रूप में बीते ढाई साल से यह हिस्सा पूरा नहीं बन पा रहा है। 6 साल तक इसके निर्माण की एनओसी दिल्ली वाइल्ड लाइफ सेंचुरी बोर्ड से नहीं मिल सकी, जब मिली तो लोकल वन विभाग की समस्या से निर्माण का मामला उलझता चला गया। अभी विंटर सीजन में इस हिस्से से जो भी आदमी निकल रहा है उसका मार्ग पर कम से कम आधा घंटा खराब हो जाता है।

वाहन चालक को इस हिस्से में गति नहीं मिल पाती और आदमी सिंगल सड़क पर बहुत सँभल कर ही आगे बढ़ पाता है। कई सालों की कवायद के बाद बताया जाता है कि सड़क जंगली हिस्से के 12 किलोमीटर में 90 फीसदी बन सकी है। अब भी इसमें जो बड़ा पहाड़ी हिस्सा है वो नहीं बन सका है।

भोपाल से रात को लौटने में परेशानी

कोई व्यक्ति यदि अपने वाहन से भोपाल किसी काम से गया और दिन में जाकर रात में लौटना चाहे तो लौटते वक्त जंगली हिस्से में उसको धीमी गति से ही आगे बढ़ना पड़ता है। इस हिस्से में कई सालों से जो परेशानी है वह अब भी बरकरार है। पूरे हाईवे पर सफर करते समय इसी हिस्से में ज्यादा वक्त जाया होता है। कई सालों से इस हिस्से को जल्द पूरा करने की माँग की जा रही है। गौरतलब है कि तेंदूखेड़ा राजमार्ग के हिस्से में 64 किलोमीटर का हिस्सा एनएचएआई ने बनाया है जिसमें 12 किलोमीटर का हिस्सा जंगली है। इसी में 2 से 3 किलोमीटर का एरिया अभी फोरलेन नहीं है। निर्माण की प्रोसेस अब भी चल रही है। 122 करोड़ से इस एरिया को फोरलेन किया जा रहा है।

इस हिस्से में कुछ ही काम बाकी है लेकिन इसको हम हर हाल में दो माह में पूरा कर देंगे। गर्मियों में कुछ समस्याओं के चलते हमें काम करने नहीं मिला, अब कोई बाधा नहीं है जिससे काम पूरा होने में वक्त नहीं लगेगा। पहाड़ी हिस्से में हमारा वर्क तेजी से चल रहा है।

-अमृत लाल साहू, प्रोजेक्ट डायरेक्टर एनएचएआई

ऐसे हुआ है पूरी सड़क का निर्माण

पहला हिस्सा अंधमूक चौराहे से हिरन नदी तक 55 किलोमीटर।

यह हिस्सा एमपीआरडीसी ने 400 करोड़ से बनाया है।

दूसरा हिस्सा मनकेड़ी राजमार्ग जंगली हिस्से में 64 किलोमीटर।

यह हिस्सा एनएचएआई ने बनाया है जिसमें 2 से 3 किलोमीटर अधूरा।

शेष 3 हिस्से रायसेन, भोपाल एरिया एमपीआरडीसी भोपाल ने बनाए हैं ।

कुल 5 हिस्सों में 300 किलोमीटर के दायरे में बनी है सड़क।

Created On :   23 Jan 2025 3:50 PM IST

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