Jabalpur News: प्लास्टिक के स्पीड-ब्रेकर्स से निकल आईं कीलें, राहत की जगह अब बने आफत

प्लास्टिक के स्पीड-ब्रेकर्स से निकल आईं कीलें, राहत की जगह अब बने आफत
  • 10 लाख रुपये खर्च करके नगर निगम द्वारा लगाए गए थे ये बेढंगे स्पीड-ब्रेकर
  • अफसरों की कार्यशैली पर उठ रहे सवाल
  • इनमें से कई स्पीड-ब्रेकर तो वाहनों के टायरों के दबाव में तितर-बितर हो गए हैं।

Jabalpur News: नगर निगम द्वारा वाहनों की गति कम करने के लिए लगाए जा रहे प्लास्टिक के स्पीड-ब्रेकर्स राहत की जगह आफत बन गए हैं। बादशाह हलवाई मंदिर के बाद चौथा पुल के स्पीड-ब्रेकर्स से तो कीलें तक बाहर निकल आई हैं। इनके कारण वाहन पंक्चर हो रहे हैं। कीलों से बचने के चक्कर में वाहन चालक दुर्घटना का शिकार भी हो रहे हैं। नागरिक इन बेढंगे स्पीड-ब्रेकर्स की गुणवत्ता पर भी सवाल उठा रहे हैं।

जानकारों के अनुसार नगर निगम ने पिछले दो साल में वाहनों की गति कम करने के लिए शहर में बादशाह हलवाई मंदिर, चौथा पुल, नगर निगम मुख्यालय के सामने, शिव नगर, अधारताल, राँझी दर्शन सिंह तिराहा, रामपुर, मेडिकल कॉलेज, धनवंतरी नगर, दीनदयाल चौक, विजय नगर, संजीवनी नगर, न्यू जगदंबा कॉलोनी, उखरी चौक और गढ़ा में 10 लाख रुपए खर्च कर प्लास्टिक के स्पीड-ब्रेकर्स लगवाए हैं।

इनमें से कई स्पीड-ब्रेकर तो वाहनों के टायरों के दबाव में तितर-बितर हो गए हैं। पिछले एक सप्ताह के भीतर बादशाह हलवाई मंदिर और चौथा पुल के पास लगाए गए स्पीड-ब्रेकर्स में कीलें तक बाहर आ गई हैं। इनके कारण कई वाहनों के टायर भी फट चुके हैं। नागरिकों का कहना है कि नगर निगम द्वारा घटिया क्वालिटी के स्पीड-ब्रेकर्स लगाए गए हैं, जिसके कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

और इधर, मेड़नुमा स्पीड-ब्रेकर्स बने मुसीबत

शहर में कई जगह मेड़नुमा स्पीड-ब्रेकर्स बना दिए गए हैं। सिविल लाइन्स जैसे पॉश एरिया में मेड़नुमा स्पीड-ब्रेकर्स वाहन चालकों के लिए मुसीबत का सबब बने हुए हैं। हालात यह हैं कि रामपुर छापर की 4 किलोमीटर की सड़क में 19 स्पीड-ब्रेकर्स बना दिए गए हैं। जानकारों का कहना है कि शहर में जिस भी जगह पर दुर्घटना होती है, वहाँ पर नगर निगम के अधिकारी नियमों को ताक पर रखकर आनन-फानन में स्पीड-ब्रेकर्स बनवा देते हैं।

कई जगह तो स्पीड-ब्रेकर्स के महज अवशेष ही बाकी

शहर में शिव नगर सहित शहर के कई क्षेत्रों में प्लास्टिक के स्पीड-ब्रेकर्स के अवशेष ही बचे हैं। अवशेष को देखकर ही अनुमान लगाया जा सकता है कि यहाँ पर कभी स्पीड-ब्रेकर्स बनाए गए थे। जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के सामने एक साल पहले प्लास्टिक के स्पीड-ब्रेकर्स लगाए गए थे। यहाँ पर आधे प्लास्टिक के स्पीड-ब्रेकर्स टूट चुके हैं।

फ्लाईओवर के नीचे देखें... ऐसे होने चाहिए स्पीड-ब्रेकर्स

रानीताल से दमोह नाका तक फ्लाईओवर के नीचे की सड़क पर व्यवस्थित तरीके से स्पीड-ब्रेकर्स बनाए गए हैं। अफसर यदि इन पर नजर डालें तो ये शहर के लिए एक नजीर हो सकते हैं। यहाँ पर रबर के रेडियम युक्त स्पीड-ब्रेकर्स लगाए गए हैं, जो केवल डेढ़ से दो इंच ऊँचे हैं।

प्लास्टिक के स्पीड-ब्रेकर्स को सड़क के साथ चिपकाया गया है। ये दूर से ही नजर आ जाते हैं। इससे वाहनों की गति तो कम हो रही है, वहीं वाहनों को नुकसान भी नहीं पहुँच रहा है। नागरिकों का कहना है कि नगर निगम को भी फ्लाईओवर की सड़क की तर्ज पर शहर की अन्य सड़कों पर स्पीड-ब्रेकर्स बनाने चाहिए।

शहर में सड़क सुरक्षा समिति और विभिन्न क्षेत्रों से आने वाली माँग के आधार पर स्पीड-ब्रेकर्स लगाए जाते हैं। नगर निगम द्वारा नियमों के अनुसार ही स्पीड-ब्रेकर्स लगाए जा रहे हैं।

- वीरेन्द्र पांडे, उप यंत्री, नगर निगम

Created On :   18 Jan 2025 4:21 PM IST

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