Jabalpur News: आंकड़ों में इधर से उधर हो गए 120 टैंकर हकीकत में हाथ आया सिर्फ 4 लीटर पानी

आंकड़ों में इधर से उधर हो गए 120 टैंकर हकीकत में हाथ आया सिर्फ 4 लीटर पानी
  • रियलिटी: रांझी क्षेत्र में नगर निगम 15 टैंकरों से पानी की आपूर्ति करने का कर रहा दावा, लोगों तक पहुंच रहा 60 ट्रिप पानी
  • टैंकर विभाग की इस लापरवाही का खामियाजा रांझी क्षेत्र की जनता को भुगतना पड़ रहा है।

Jabalpur News: रांझी क्षेत्र में क्लियर वाॅटर टैंक की सफाई के कारण जलापूर्ति क्या बंद हुई, नगर निगम के टैंकर विभाग ने आपदा में अवसर खोज लिया। इतने बड़े क्षेत्र में पानी सप्लाई के लिए 15 टैंकर लगाए गए हैं। नगर निगम की ओर से दावा किया जा रहा है कि रांझी क्षेत्र में 15 टैंकरों के जरिए 120 ट्रिप पानी पहुंच रहा है। हकीकत में एक टैंकर को जनता तक पहुंचने में औसत 2 घंटे का समय लग रहा है। इससे केवल 60 ट्रिप पानी ही पहुंच पा रहा है। हालत यह है कि 13 हजार लोगों तक केवल एक टैंकर पहुंच पा रहा है। इससे एक व्यक्ति के हिस्से में केवल 4 लीटर पानी ही आ रहा है।

टैंकर विभाग की इस लापरवाही का खामियाजा रांझी क्षेत्र की जनता को भुगतना पड़ रहा है। यहां रहने वाले लोगों को टैंकरों के जरिए पानी नहीं मिल रहा है। ज्यादातर लोगों को पीने का पानी खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

बंद हो गए वाहनों में लगे जीपीएस

नगर निगम के टैंकर रांझी क्षेत्र में 60 ट्रिप पानी की सप्लाई कर रहे हैं, जबकि डीजल 120 ट्रिप का निकल रहा है। पानी सप्लाई का पूरा खेल कागजों पर चल रहा है। नगर निगम के पास ऐसा कोई सिस्टम नहीं है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि किस टैंकर ने कितने ट्रिप पानी की सप्लाई की है। तीन वर्ष पूर्व नगर निगम के वाहनों में ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) लगाए गए थे, लेकिन धीरे-धीरे टैंकरों के जीपीएस बंद हो गए।

रांझी का हाईड्रेन्ट फेल, 7 किमी दूर से भर रहे टैंकर

रांझी जलशोधन संयंत्र के क्लियर वाॅटर टैंक का सुधार होने से रांझी क्षेत्र के 2 लाख लोगों को पानी नहीं मिल रहा है। चौंकाने वाली बात यह है कि रांझी जलशोधन संयंत्र में टैंकरों को भरने के लिए लगा हाईड्रेन्ट फेल हो गया है। इसके कारण रांझी से 7 किलोमीटर दूर पुराने आरटीओ और अधारताल से टैंकर भरे रहे हैं।

10 मिनट के लिए आते हैं प्रभारी, कर्मचारियों पर जिम्मा

निगम में फायर ब्रिगेड के बाद टैंकर विभाग सबसे संवेदनशील है। यहां पर 24 घंटे पानी सप्लाई का काम चलता है। ऐसे संवेदनशील विभाग के प्रभारी नीलेश साहू की पदस्थापना जोन नंबर-3 में भी की गई है। वे पूरे समय जोन में ही काम करते है। टैंकर प्रभारी रोज शाम के समय 10 मिनट के लिए आते हैं। वे किसी का मोबाइल तक नहीं उठाते। टैंकर शाखा का पूरा कामकाज समयपाल सुमित हजारी, लिपिक विनोद तिवारी और रविन्द्र शर्मा संभाल रहे हैं। नागरिकों का कहना है कि जब टैंकर प्रभारी काम ही नहीं कर रहे तो उन्हें क्यों प्रभारी बनाया गया है।

मुख्यालय में 32 टैंकर, 10 हैं खराब

नगर निगम मुख्यालय के टैंकर शाखा में वर्तमान में 32 टैंकर हैं। जिसमें से 22 पानी सप्लाई का काम कर रहे हैं। 10 टैंकर खराब पड़े हुए हैं। अधिकारियों का कहना है कि टैंकरों का सुधार कार्य कराया जा रहा है।

रांझी क्षेत्र में 15 टैंकरों के जरिए पानी की सप्लाई की जा रही है। एक टैंकर औसत 8 ट्रिप लगा रहा है। रांझी का हाईड्रेन्ट खराब होने के कारण पुराने आरटीओ और अधारताल से पानी भरा जा रहा है। टैंकर विभाग के प्रभारी के पास जोन नंबर-3 का भी जिम्मा है। टैंकर विभाग का काम व्यवस्थित तरीके से चल रहा है।

- कमलेश श्रीवास्तव, जल प्रभारी नगर निगम

मलबे से निकल रहे कांक्रीट के टुकड़े और जमी हुई काई

रांझी जलशोधन संयंत्र के क्लियर वाॅटर टैंक के सुधार का काम दूसरे दिन भी जारी रहा। क्लियर वाॅटर टैंक के मलबे से कांक्रीट के टुकड़े और काई निकल रही है। शुक्रवार सुबह सबसे पहले क्लियर वाॅटर टैंक के क्षतिग्रस्त स्लैब को तोड़ने का काम शुरू किया गया। शाम 4 बजे तक स्लैब तोड़ने का काम पूरा कर लिया गया। इसके बाद मलबा निकलने का काम चल रहा है।

मलबा निकलने का काम रात भर किया जाएगा। मलबा निकालने के बाद श्रमिकों द्वारा टैंक की सफाई और धुलाई की जाएगी। जल प्रभारी कमलेश श्रीवास्तव ने बताया कि शनिवार शाम तक क्लियर वाॅटर टैंक को साफ करने का टारगेट रखा गया है। उम्मीद है कि समय पर काम पूरा कर लिया जाएगा।

आज दोनों टाइम नहीं होगी जलापूर्ति, कल से 5 मार्च तक एक टाइम मिलेगा पानी

रांझी क्षेत्र में 1 मार्च यानी आज दोनों टाइम पानी नहीं मिल पाएगा। 2 मार्च यानी कल से 5 मार्च तक केवल शाम के समय पानी की सप्लाई की जाएगी। इस दौरान टैंकरों के जरिए प्रभावित क्षेत्रों में पानी की सप्लाई की जाएगी।

Created On :   1 March 2025 12:53 PM IST

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