जबलपुर: डिग्री और नामांकन के लिए साल में दो बार तय होगा डॉलर का रेट

डिग्री और नामांकन के लिए साल में दो बार तय होगा डॉलर का रेट
  • एनआरआई स्टूडेंट्स के लिए एमयू ने लिया निर्णय
  • पैरामेडिकल कोर्स की स्कीम ऑफ एग्जामिनेशन में भी बदलाव
  • वर्ष में एक बार डॉलर का रेट निर्धारित किया जाता था और उसके अनुसार ही शुल्क लिया जाता था

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। मप्र मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी ने एनआरआई स्टूडेंट्स की डिग्री और नामांकन के लिए डॉलर के माध्यम से लिए जाने वाले शुल्क की व्यवस्था में बदलाव किया है।

विवि की ईसी बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि अब वर्ष में दो बार डॉलर का रेट तय किया जाएगा। अब तक स्टूडेंट्स से नामांकन, डिग्री शुल्क लेने के लिए के लिए वर्ष में एक बार डॉलर का रेट निर्धारित किया जाता था और उसके अनुसार ही शुल्क लिया जाता था।

विवि प्रबंधन ने इसे रियल टाइम करने अथवा माह के बाद निर्धारित करने के निर्देश दिए थे, लेकिन पोर्टल द्वारा ऐसा कर पाना संभव नहीं था। जिसके बाद इसमें परिवर्तन करते हुए अब प्रत्येक वर्ष 1 जनवरी और 1 जुलाई को डालर का मूल्य निर्धारित होगा।

यह छह-छह माह के लिए मान्य होगा। रजिस्ट्रार डॉ. पुष्पराज बघेल ने बताया कि चूँकि नामांकन और डिग्री के लिए छात्र-छात्राएँ एमपी ऑनलाइन के माध्यम से एप्लाई करते हैं, ऐसे में विवि द्वारा रियल टाइम डॉलर मूल्य के हिसाब से शुल्क की गणना करने के निर्देश पोर्टल को दिए गए थे, जिसे कर पाने में एमपी ऑनलाइन द्वारा असमर्थता जताई गई थी।

इसे माह में दो बार निर्धारित करने के लिए कहा-

लेकिन इस पर भी पोर्टल द्वारा बदलाव करने में असमर्थता जताई गई और पूर्व की भांति वर्ष में 1 बार निर्धारित करने के लिए पत्र लिखा गया। इसके पीछे कुछ तकनीक वजह बताईं गई थीं, लिहाजा अब डॉलर के रेट वर्ष में 2 बार निर्धारित किए जाएँगे।

Created On :   5 Feb 2024 1:44 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story