नुकीले भालों-सी उभरीं डिवाइडर की ग्रिल, खतरों के बीच सफर

नुकीले भालों-सी उभरीं डिवाइडर की ग्रिल, खतरों के बीच सफर
एमआर फोर रोड पर इनकी वजह से निकलना मुश्किल, थोड़ी सी चूक हुई तो जा सकती है जान

डिजिटल डेस्क,जबलपुर।

एमआर फोर रोड पर उखरी से कछपुरा ब्रिज की ओर डिवाइडरों पर जो ग्रिल लगाई गईं, वे जगह-जगह से उखड़ चुकी हैं। कई जगह तो ये उखड़ी हुई ग्रिल इस हालत में हैं कि ये नुकीले भालों के रूप में आ चुकी हैं। यदि इनसे कोई आदमी धोखे से टकरा जाए तो मौत से सामना हो सकता है। पूरे एक से डेढ़ किलोमीटर के एरिया में डिवाइडर के करीब से गुजरना भी इन दिनों खतरों से भरा है। आड़ी, तिरछी, नुकीली और इस तरह इनकी रॉड निकली हैं कि ये चलते वक्त वाहन चालकों को चोट पहुँचा रही हैं। नगर निगम के अधिकारी, जिनको इनमें सुधार करवाकर सलीके का डिवाइडर बनवा देना चाहिए, उनका कमाल देखिए कि डिवाइडर को हर कुछ माह में कलर तो करवाते हैं, लेकिन उन्हें ये टूटी हुई जानलेवा रूप ले चुकी ग्रिल दिखाई नहीं देती हैं। इस मार्ग से निकलने वाले लोग इसको लेकर सवाल भी उठाते हैं कि एमआर फोर रोड पर डिवाइडर की पेंटिंग तो कराई जाती है, लेकिन टूटी ग्रिल, जो लोगों के लिए परेशानी का कारण है, उनको दुरुस्त कराने में किसी जिम्मेदार की रुचि नहीं है।

किसी भी दिन हो सकता है हादसा

ग्रिल, जो डेंजरस रूप ले चुकी हैं, उनसे दिन के वक्त तो आदमी फिर भी डिवाइडर के करीब घ्यानपूर्वक देखकर किसी तरह से बचकर निकल जाता है, लेकिन रात के समय जब अँधेरा होता है, उस समय इस डिवाइडर के करीब से गुजरने में मुश्किल है। लोगों का कहना है कि इस पूरे एरिया से स्कूली बच्चे ज्यादा संख्या में निकलते हैं, कम से कम उनको देखते हुये इसमें तुरंत सुधार करवाना चाहिए, नहीं तो किसी दिन कोई हादसा भी हो सकता है।

Created On :   7 Sept 2023 10:27 AM GMT

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