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जबलपुर: विक्टोरिया के विस्तार के लिए पुराने भवन टूटना शुरू
- जिला अस्पताल में बढ़ेंगे 225 बेड, नए भवन की लागत 44.78 करोड़
- इन भवनों में चल रहे वार्डों को किया शिफ्ट
- सीटी स्कैन को लेकर अस्पताल प्रबंधन ने निर्णय के लिए भोपाल का दरवाजा खटखटाया है
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। जिला अस्पताल विक्टोरिया के विस्तार के लिए 44.78 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले नए भवन के लिए पुराने भवनों को तोड़ने काम शुरू हो गया है।
अस्पताल के पिछले हिस्से में मौजूद किचन, जीजी वार्ड, पुरानी ओटी, एनएचएम का ऑफिस, बायोमेडिकल वेस्ट सेंटर समेत अन्य पुराने भवनों को तोड़ने का काम जारी है। इन भवनों को तोड़ने काम टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से एक निजी ठेकेदार को मिला है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुराने भवनों को तोड़ने के बदले ठेकेदार करीब 16 लाख रुपए का भुगतान करेगा और इसके बदले पुराने भवन से निकला मटेरियल उसे मिलेगा।
पुराने भवनों को तोड़ने से पूर्व वहाँ चल रहे वार्ड एवं अन्य विभागों को परिसर में ही स्थानांतरित किया जा चुका है। हालाँकि एनआरसी और सीटी स्कैन की बिल्डिंग हटाने काे लेकर कोई निर्णय अब तक नहीं हो सका है।
सीटी स्कैन को लेकर अस्पताल प्रबंधन ने निर्णय के लिए भोपाल का दरवाजा खटखटाया है। बता दें कि नया भवन बनने के बाद अस्पताल की क्षमता 275 बिस्तरों से बढ़कर 500 बिस्तरों की हाे जाएगी।
इन पर अभी तक निर्णय नहीं
जानकारी के अनुसार कुछ माह पूर्व हुई रोगी कल्याण समिति की बैठक में एनआरसी को मनमोहन नगर अस्पताल में शिफ्ट करने पर निर्णय हुआ था, लेकिन बाद में जिला अस्पताल में ही रखे जाने की बात कही गई, जगह अभी तय नहीं हुई है।
प्रबंधन का कहना है कि एल्गिन अस्पताल में एनआरसी शिफ्ट किए जाने को लेकर चर्चा हुई है। वहीं रांझी अस्पताल भी एक विकल्प है।
सीटी स्कैन की बिल्डिंग हटाने को लेकर अधिकारियों ने भाेपाल का दरवाजा खटखटाया है। इसे लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। जानकारी के अनुसार टीबी वार्ड की नई बिल्डिंग सेंटर के लिए 3 कमरे दिए गए हैं, लेकिन शिफ्टिंग का खर्च देने की माँग ठेका कंपनी ने रखी है।
भवनों को तोड़ने का काम शुरू
पुराने भवन को तोड़ने का काम टेंडर प्रक्रिया के बाद एक ठेकेदार काे दिया गया है, जिसके बाद नई बिल्डिंग के लिए पुराने भवनों को तोड़ने का काम शुरू हो गया है।
-डॉ. मनीष कुमार मिश्रा, सिविल सर्जन
Created On :   3 Feb 2024 8:12 AM GMT